देश-विदेश
*तीन बच्चियों की डूबने से हुई मौत, मचा कोहराम*
लखनऊ/उत्तर-प्रदेश जनपद बहराइच के एक गांव में मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे तालाब से मिट्टी निकालने गई तीन बालिकाओं की पैर फिसल जाने के कारण गहरे पानी में डूबनेे से मौत हो गई। बालिकाओं को डूबता देख बच्चे ने मामले की सूचना गांव पहुंचकर परिजनों की दी, लेकिन जब तक परिजन पहुंचे पहुंचते तब तक बालिकाएं तालाब में डूब चुकी थी।कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने तालाब से सभी को निकाला। मामले की सूचना पर एसडीएम सदर और थाना प्रभारी बच्चे तिलक मौके पर पहुंचकर परिवार को ढांढस बंधाया। पुलिस ने पंचनामा कर शव परिजनों को सौंप दिया।
मंगलवार दोपहर को रिसिया थाना क्षेत्र के उत्तमापुर गांव निवासी साइमा (9) पुत्री बशीर खान, हीना (12) पुत्री रियाज, शमा (10) पुत्री भोले खान मदरसे से पढ़ कर लौटी। इस दौरान तीनों बच्चियां घर से गांव के पश्चिमी छोर पर स्थित तालाब पर मिट्टी निकालने के लिए गई थी। इसी दौरान पैर फिसलने के चलते तीनों बालिकाएं तालाब की गहराई में चली गई और डूबने लगी पास खड़े एक बच्चे ने बालिकाओं को डूबता देख गांव भागकर परिजनों को मामले की सूचना दी। जब तक परिजन मौके पर पहुंचते तब तक बालिकाएं पूरी तरह डूब चुकी थी।
देश-विदेश
मेघालय में हाई अलर्ट! बाढ़ और भूस्खलन से 10 लोगों की मौत…
गुवाहाटी: देश के पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में भारी बारिश का कहर जारी है. खबर के मुताबिक राज्य में बाढ़ और भूस्खलन की वजह से 10 लोगों की मौत हो गई. वहीं मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने शनिवार को गारो हिल्स में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. खबर के मुताबिक, मेघालय के गारो हिल्स के इलाके में पिछले 24 घंटे के भीतर बाढ़ की वजह से कई लोगों की जान चली गई. बाढ़ की वजह से गारो हिल्स क्षेत्र के कुछ हिस्सों को का संपर्क राज्य के अन्य हिस्सों से कट चुका है. राज्य में भारी बारिश की वजह से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सीएम संगमा ने संबंधित जिला प्रशासन को बाढ़ प्रभावित लोगों के जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए कदम उठाने को कहा है. संगमा ने कहा कि शुक्रवार से लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ ने सभी पांच जिलों, विशेष रूप से दक्षिण गारो हिल्स और पश्चिम गारो हिल्स में बाढ़ का कहर जारी है.
देश-विदेश
वंदे भारत, शताब्दी नहीं हैं देश की सबसे प्रीमियम ट्रेनें, इस गाड़ी की सबसे खास, किराया डेढ़ गुना है अधिक
इस वक्त देश में वंदेभारत ट्रेन की धूम है. भारतीय रेलवे की यह गाड़ी देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है. वंदे भारत देश की टॉप प्रीमियम ट्रेन है. इसके अलावा देश में राजधानी और शताब्दी ट्रेनों की गिनती प्रीमियम गाड़ियों में की जाती है. 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी की सरकार ने वंदेभारत प्रोजेक्ट को लॉन्च किया था. 2019 में पहली वंदेभारत ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के लिए चली थी. इस वक्त देश में 61 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. स्पीड और किराया दोनों के मामले में वंदे भारत ट्रेनें राजधानी और शताब्दी से बीस हैं. लेकिन, आज हम आपको एक ऐसी ट्रेन के बारे में बता रहे हैं जिसका भौकाल ही कुछ अलग है. इस ट्रेन का किराया वंदे भारत के किराये से 10-20 रुपये अधिक नहीं बल्कि पूरे डेढ़ गुना अधिक है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस की. इस ट्रेन का नंबर 28502 है. इसमें चेयर कार और एग्जीक्यूटिव कार दो श्रेणियां हैं. यह मात्र 6:35 घंटे में दिल्ली से लखनऊ का सफर पूरा कराती है. वहीं वंदेभारत इस सफर को पूरा करने में इससे 20 मिनट कम समय लेती है. वह मात्र 6:15 घंटे में दिल्ली से दिल्ली पहुंचती है.
अब आते हैं किराये पर
वंदेभारत ट्रेन में भी सीसी और ईसी श्रेणियां हैं. इस ट्रेन में सीसी श्रेणी का किराया 1245 रुपये है. ईसी श्रेणी का किराया 2400 रुपये है. अब आते हैं आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस पर. यह ट्रेन वैसे तो वंदेभारत से थोड़ा ज्यादा समय लेती है लेकिन इसका किराया वंदे भारत से अधिक है. इसमें दिल्ली से लखनऊ का सीसी श्रेणी का किराया 1470 रुपये है. इसमें ईसी श्रेणी का किराया 2594 रुपये है. यानी इस ट्रेन की दोनों श्रेणियों में वंदेभारत की तुलना में करीब 200 रुपये अधिक किराया लगता है.
किराये में अंतर क्यों
दरअसल, आईआरसीटीसी तेजस एक प्राइवेट ट्रेन है. इसका संचालन आईआरसीटीसी करती है. इस पर भारतीय रेलवे का फेयर रूल लागू नहीं होता है. इसका दिल्ली से लखनऊ का बेस फेयर 1400 रुपये है. इसके अलावा इसमें डायनेमिक चार्ज जुड़ा जाता है. टिकट की डिमांड बढ़ने के साथ किराया बढ़ने लगता है. उदाहरण के लिए 31 अक्टूबर को दिवाली से पहले इस ट्रेन में टिकट की मांग बढ़ गई. इस कारण किराया भी बढ़ गया. आईआरसीटी की वेबसाइट के मुताबिक 30 अक्टूबर को इस ट्रेन में सीसी श्रेणी का किराया बढ़कर 2205 रुपये है. यानी वंदेभारत ट्रेन की तुलना में करीब-करीब 1000 हजार रुपये अधिक. इस 2205 रुपये में टिकट का फेयर 1400 रुपये, डायनेमिक चार्ज 700 रुपये और जीएसटी 105 रुपये है. प्रीमियम की बात छोड़ भी दें तो बेस फेयर के मामले भी में यह काफी महंगा है. वंदे भारत में दिल्ली से लखनऊ का बेस फेयर 965 रुपये है. इसके साथ 40 रुपये रिजर्वेशन, 45 रुपये सुपरफास्ट, 53 रुपये जीएसटी और 142 रुपये कैटरीन चार्ज भी जुड़ता है. बेस फेयर के मामले में भी तेजस वंदे भारत की तुलना में करीब डेढ़ गुना अधिक महंगी है.
देश-विदेश
दिल्ली में टमाटर 100 रुपए के पार,24 घंटे में इतना हुआ महंगा…
नवरात्र का तीसरा दिन चल रहा है और देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर की कीमतें 100 रुपए किलो पहुंच गई हैं. खास बात तो ये है कि दिल्ली में टमाटर की रिटेल दाम में 24 घंटे के भीतर 20 रुपए की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. वहीं दूसरी ओर थोक बाजार में टमाटर के दाम में 10 रुपए का इजाफा देखा गया है. जानकारों की मानें तो सप्लाई ना आने और त्योहारी सीजन में टमाटर की डिमांड में इजाफा होने की वजह से कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है. मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के आंकड़ों के अनुसार टमाटर की कीमत में बीते एक महीने में 27 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर की राजधानी दिल्ली से लेकर सरकारी आंकड़ों तक टमाटर की कीमतों में कितनी तेजी देखने को मिल चुकी है.
100 रुपए हुए टमाटर के दाम
नवरात्र के तीसरे दिन देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर की कीमतें 100 रुपए प्रति किलोग्राम के पार चली गई हैं. दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में टमाटर का रिटेल विक्रेता पप्पू ने बताया कि शनिवार को टमाटर के रिटेल दाम 100 रुपए प्रति किलोग्राम है. जबकि एक दिन पहले टमाटर की रिटेल कीमतें 80 रुपए प्रति किलोग्राम रुपए थी. इसका मतलब है कि 24 घंटे में टमाटर की कीमतें 20 रुपए प्रति किलोग्राम तक बढ़ चुकी है. रिटेल विक्रेता पप्पू कहते हैं आने वाले दिनों में टमाटर की कीमतें 120 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं.
थोक में कितनी कीमतें
आजादपुर मंडी से टमाटर लाकर बेचने वाले पप्पू कहते हैं उन्हें मंडी से 3 अक्टूबर को टमाटर 70 रुपए प्रति किलोग्राम पड़े थे. जिसकी वजह से रिटेल में दाम 80 रुपए से ज्यादा थे. जबकि शनिवार को सुबह जब वह मंडी पहुंचे तो टमाटर के दाम 80 रुपए प्रति किलोग्राम थे. जिसकी वजह से रिटेल में 100 रुपए प्रति किलोग्राम बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है. पप्पू ने कहा कि नवरात्र के बाद टमाटर की कीमतों में मामूली सुधार देखने को मिल सकता है.
क्यों हो रहा है इजाफा
जानकारों की मानें तो टमाटर की कीमतों में इजाफे का प्रमुख कारण त्योहारी डिमांड है. जिसकी वजह से रेट में तेजी देखने को मिल रही है. वहीं दूसरी ओर प्रोडक्शन में कमी है. इस हीटवेव की वजह टमाटर की फसल खराब हुई. वहीं मानसून में देरी के कारण भी टमाटर के प्रोडक्शन में असर देखने को मिला. उसके बाद हैवी बारिश की वजह से फसल तो खराब हुई ही साथ ही सप्लाई में परेशानियां का सामना करना पड़ा. यही वजह है कि टमाटर की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है.
क्या कहते हैं सरकारी आंकड़ें
अगर बात सरकारी आंकड़ों की बात करें तो बीते एक महीने में टमाटर की कीमतों में 27 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है. मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर की वेबासाइट के अनुसार 4 सितंबर को टमाटर की कीमत 43 रुपए प्रति किलोग्राम थी, जो बढ़कर 70 रुपए प्रति किलोग्राम हो चुकी है. इसका मतलब है कि टमाटर के दाम में 27 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है. जबकि सिर्फ अक्टूबर की बात करें तो 30 सितंबर को टमाटर के दाम 63 रुपए प्रति किलोग्राम थे, जिसमें 4 अक्टूबर तक 7 रुपए का इजाफा देखने को मिल चुका है.
- खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
किरन्दुल से लौह अयस्क की अवैध रूप से परिवहन करते 04 व्यक्ति पकड़ाये
- खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
पद से निलंबित संकुल समन्वयक शिक्षक विनोद गुप्ता के मामले में आया एक नया मोड़
- खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
सहायक ग्रेड-03 एवं स्टेनोग्राफर की परीक्षा में उत्तर पुस्तिका में हेरा-फेरी करने के पांच आरोपी गिरफ्तार
- खबरे छत्तीसगढ़16 hours ago
मुख्य कार्यपालन अधिकारी रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित
- खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
स्वच्छता प्रतियोगिता में कस्तूरबा के बालिकाओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया
- खबरे छत्तीसगढ़7 days ago
नगर में निगरानी बढ़ाने को लेकर भाजपा नेता सौरभ अग्रवाल ने पुलिस अधीक्षक के नाम आवेदन सौंपा
- खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत जांच में जुटी पुलिस
- खबरे छत्तीसगढ़6 days ago
पं. दीनदयाल उपाध्याय हुआ राजीव गांधी स्वावलंबन योजना का नाम, आदेश जारी