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कोरोना वायरस

देश Corona से लड़ रहा है और BJP सांप्रदायिकता के वायरस को फैला रही है : सोनिया गांधी

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नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी के समय सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और नफरत का वायरस फैला रही है।

कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) ने गुरुवार को भाजपा पर कोरोना वायरस संकट के समय भी सांप्र‍दायिक बंटवारे एवं ध्रुवीकरण की राजनीति का आरोप लगाया और सरकार से आग्रह किया लॉकडाउन (बंद) के समय का उपयोग इस संकट से निपटने की कार्ययोजना एवं भविष्य की रूपरेखा यार करने के लिए किया जाए।

सीडब्ल्यूसी की बैठक में पारित प्रस्ताव में गरीबों के खातों में 7500 रुपए भेजने, अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने, कोरोना वायरस के उपचार और रोकथाम, जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने और लोगों को आजीविका का साधन उपलब्ध कराने की मांग की गई है।

इस प्रस्ताव में कहा गया है कि सीडब्ल्यूसी इससे चिंतित है कि जब पूरा देश कोविड-19 से मिलकर लड़ाई लड़ रहा है, तब भी भाजपा सांप्रदायिक बंटवारे की आग लगाने का प्रयत्न कर रही है। एक संगठित देश के रूप में हमें उन ताकतों को पहचानना होगा, जो ऐसे संकट में भी देश का ध्रुवीकरण करने से बाज नहीं आ रहीं।

कांग्रेस की शीर्ष इकाई ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ यह लड़ाई राज्य, जिला, शहर एवं गांव के स्तर पर लड़ी जा रही है। इसलिए यह आवश्यक है कि राज्यों को अपनी विशिष्ट स्थितियों एवं चुनौतियों के अनुरूप समाधान तैयार करने के लिए सक्षम बनाया जाए। इस लड़ाई की रणनीति हर स्थान के लिए वहां की विशेष परिस्थितियों के अनुरूप होनी चाहिए, न कि ऊपर बैठकर एक ही नीति सभी पर एक सिरे से थोपकर, जो वर्तमान में होता दिख रहा है।

सीडब्ल्यूसी ने आग्रह किया कि केंद्र सरकार को राज्यों को इस लड़ाई में सशक्त बनाने के लिए पर्याप्त वित्तीय सहायता देना चाहिए, जिसकी शुरुआत जीएसटी की बकाया संपूर्ण राशि राज्यों को लौटाकर तथा उन्हें ऋण लेने के लिए ज्यादा वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करके की जा सकती है।

उसने कहा कि सीडब्ल्यूसी कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए गए सुझावों को एक बार पुनः दोहराती है कि केंद्र सरकार प्रत्येक गरीब परिवार के लिए तुरंत 7,500 रुपये एवं 10 किलोग्राम खाद्यान्न (चावल या गेहूं) तथा 1 किलो दाल और चीनी प्रति व्यक्ति के हिसाब से दे, जिससे वो लॉकडाउन की अवधि में अपना गुजारा कर सकें।

सीडब्ल्यूसी ने यह मांग भी की है कि मनरेगा को भी कार्यशील रखा जाए तथा परिवारों को मजदूरी दी जाए, जिससे वे आर्थिक अनिश्चितता के वर्तमान वातावरण का सामना कर सकें। लोगों को भूख व कुपोषण से बचाने का यही एकमात्र तरीका है।

कांग्रेस की शीर्ष इकाई ने कहा कि जो मजदूर अपने राज्य/गांव को लौटना चाहते हैं, उन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा के नियमों का सख्ती से पालन करते हुए यात्रा करने की अनुमति दी जाए। इस दौरान उन्हें पर्याप्त पैसा व भोजन उपलब्ध कराया जाए।

प्रस्ताव में यह दावा भी किया गया है कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित आर्थिक कार्यबल ने अभी तक सरकार को कोई कार्ययोजना तक पेश नहीं की है। साथ ही अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के लिए कोई ठोस कदम भी नहीं उठाया है।

सीडब्ल्यूसी के अनुसार कृषि गतिविधियों को लॉकडाउन से छूट दिए जाने के बावजूद, कटाई, मार्केटिंग तथा गेहूं व अन्य रबी फसलों की एमएसपी पर खरीद प्रणाली ध्वस्त हो जाने जैसी अनेक दुर्गम चुनौतियों का किसानों को सामना करना पड़ रहा है।

उसने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के पुनरुद्धार के लिए सीडब्ल्यूसी की सिफारिशों पर केंद्र सरकार ने रहस्यमयी चुप्पी साध रखी है। यदि एमएसएमई को इस संकट से बचाना है, तो उन्हें कार्यशील पूंजी, ऋण मिलने का भरोसा, कर्ज पर छूट, कम ब्याज दर, नियमों में छूट एवं अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए वेतन के सहयोग की आवश्यकता होगी।

सीडब्ल्यूसी आग्रह ने किया कि कृषि एवं अन्य कर्ज के संदर्भ में ब्याज के भुगतान पर एक साल के लिए छूट दी जाए। प्रस्ताव में भी यह कहा गया है कि स्वास्थ्यकर्मियों को पर्याप्त पीपीई उपलब्ध कराए जाए।

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कोरोना वायरस

देश में खत्म नहीं हुआ कोरोना! सामने आए 88 नए मामले, करीब 400 मरीजों का चल रहा इलाज

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नई दिल्ली: कोरोना वायरस का प्रकोप पूरा देश झेल चुका है। लाखों लोग कोरोना की वजह से मौत के गाल में समा गए। हालांकि वैक्सीनेशन के बाद कुछ राहत भी मिली और कोरोना के केस कम भी हुए लेकिन ये महामारी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। भारत में कोरोना के 88 नए मामले सामने आए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया आंकड़ा 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में 396 कोरोना के मरीजों का इलाज चल रहा है। कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले कुल लोगों की संख्या 5,33,300 है, जबकि कोरोना से संक्रमित होने वालों की कुल संख्या 4,50,02,103 है। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, संक्रमण से उबरने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 4,44,68,407 हो गई है।

वहीं, देश में संक्रमण से ठीक होने की दर 98.81 प्रतिशत, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। वेबसाइट के अनुसार, भारत में अब तक कोविड-19 वैक्सीन की कुल 220.67 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।

गुरुवार को शिमला में हुई थी महिला की मौत 

हालही में शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आईजीएमसी) में गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत हो गई थी। महिला के शव को परिजनों को दे दिया गया था। आईजीएमसी में 42 दिन बाद कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत हुई थी।

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Special News

एरिस के बाद कोरोना के इस नए वेरिएंट ने दी दस्तक, WHO ने जारी किया अलर्ट…

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18 अगस्त 2023:–  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को कहा कि वे बड़ी संख्या में म्यूटेशन वाले कोविड-19 का एक नया वेरिएंट मिलने के बाद उसकी स्टडी कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने बताया कि अभी बहुत कम देशों जैसे कि इजराइल, डेनमार्क और संयुक्त राज्य अमेरिका में वेरिएंट, BA.2.86 के मामले रिपोर्ट किए गए हैं. ये बिल्कुल नया वेरिएंट है, इसलिए इसके बारे में अभी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है. इसके स्ट्रेस और प्रसार ) की सीमा को समझने के लिए डाटा इकठ्ठा किया जा रहा है. BA.2.86 स्ट्रेन पहली बार 24 जुलाई को रिपोर्ट किया गया था. स्वास्थ्य एजेंसी ने इसको 17 अगस्त को ‘वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग’ में रखा है.

डब्लूएचओ ने बताया कि, इसके अत्यधिक म्यूटेट होने का खतरा बना हुआ है. हम इस वायरस के नए स्ट्रेन की प्रकृति पर नजर रखे हुए हैं. अमेरिका के सीडीसी (CDC) प्रवक्ता कैथलीन कॉनली ने बताया कि हम पहले की तुलना में आसानी से नए वेरिएंट का पता लगा लेते हैं. अभी, कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता चला है. ये अत्यधिक तेजी से म्यूटेट कर रहा है. इससे संक्रमण और जोखिम ज्यादा हो सकते हैं. यह सीडीसी ने सोशल मीडिया ‘X’  (पूर्व में ट्विटर) पर कहा है. उन्होंने बताया कि इजराइल, डेनमार्क और संयुक्त राज्य अमेरिका में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पता चला है. इसकी निगरानी की जा रही है. आगे की जानकारी मालूम होने पर दी जाएगी.  ह्यूस्टन मेथोडिस्ट में डायग्नोस्टिक माइक्रोबायोलॉजी के चिकित्सा निदेशक डॉ. एस. वेस्ले लॉन्ग ने बताया कि ओमिक्रॉन सब वेरिएंट BA.2.86 पूर्व के 36 वेरिएंटों में से ही एक है. उन्होंने बताया कि संक्रमण काफी तेजी बढ़ रहा है लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है. क्योंकि पहले के ही बूस्टर इसको रोकने में मदद करेंगे.

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कोरोना वायरस

कोरोना केसों में फिर आया उछाल, पिछले 24 घंटे में दर्ज हुए 3 हजार ज्यादा नए मामले, पढ़ें लेटेस्ट अपडेट

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देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर से इजाफा हो गया है। भारत में आज बुधवार को पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 9,629 नए मामले दर्ज किए गए। वहीं, अभी संक्रमण के इलाजरत मरीजों की संख्या 61 हजार से ज्यादा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 61,013 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.14 फीसदी  है।

मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर?

भारत में कोरोना वायरस से अब तक 4 करोड़ 43 लाख 23 हजार 45 मरीज रिकवर हो चुके हैं। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.68 फीसदी है। इसके अलावा अब तक 5 लाख 31 हजार 398 लोगों की इस संक्रमण से मौत हो चुकी है। कोविड-19 से मृत्यु दर 1.18 फीसदी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 220,66,50,086 खुराक लगाई जा चुकी हैं।

कल 6 हजार से ज्यादा दर्ज हुए थे केस

इससे पहले मंगलवार को कोविड-19 के 6,660 नए मामले दर्ज किए थे, जबकि 9,213 संक्रमित मरीज ठीक हुए थे। वहीं, सोमवार को कोरोना वायरस के 7,178 नए मामले सामने आए थे।

कोरोना से जुड़े आंकड़ों की जानकारी

गौरतलब है कि भारत में 7 अगस्त 2020 को कोविड संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और 5 सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। कोरोना के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। 4 मई 2021 को संक्रमितों की संख्या 2 करोड़ और 23 जून 2021 को 3 करोड़ के पार पहुंच गई थी। पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले 4 करोड़ के पार चले गए थे।

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