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खबरे छत्तीसगढ़

लॉक डाउन में छत्तीसगढ़ के 30 मजदूर तेलांगाना राज्य के सिकंन्दराबाद जिला में फंसे , ठेकेदार इन मजदूरों को छोड़कर भागा , मजदूरों के सामने भूखे मरने की आई नौबत ,खाने के पड़े लाले , छोटे-छोटे बच्चे भी है शामिल ,छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की लगाई गुहार

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रायपुर । कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण देश में लगाए गये लॉक डाउन में छत्तीसगढ़ के मजदूर भी देश के दूसरे राज्य में फंस गये है ।और इन मजदूरों की हालत बेहद खराब है ।बता दें कि छत्तीसगढ़ से दूसरे राज्यों में काम करने गए मजदूरों की हालत लॉकडाउन में अब बद से बदतर हो गई है । छत्तीसगढ़ इन भोले भाले मजदूरों को काम का लालच देकर जो ठेकेदार छत्तीसगढ़ से अपने राज्य तेलांगांना लेकर गया था वह ठेकेदार देश में लॉकडाउन लागू होते ही इन मजदूरों को उनके ही हाल में छोड़कर भाग निकला है ,जिसके बाद इन मजदूरों को खाने के लाले पड़ गये है बताया जा रहा है कि इन मजदूरों को वहां की राज्य सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिलने के कारण अब भूखे मरने की नौबत हो गई है बता दें इन मजदूरों के साथ महिलाएं एवं छोटे -छोटे बच्चे भी शामिल है आपको बता दें कि इन मजदूरों में 23 मजदूर छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के तिल्दा ब्लाक के ग्राम चंगोरी के रहने वाले है । 4 मजदूर राजनांदगांव जिला  एवं 3 मजदूर बिलासपुर जिला के रहने वाले है ।और इन मजदूरों की संख्या लगभग 30 है। ये सभी मजदूर तेलांगाना राज्य के जिला सिकंन्दराबाद स्थित थाना उप्पल में प्लाट नंबर 910 महालक्षमी बिल्डिंग में फंसे है । जिसमें महिलाएं व छोटे -छोटे बच्चे शामिल है ।ये सभी मजदूर लॉक डाउन के कारण छत्तीसगढ़ नहीं आ पा रहे है ।

अब ये मजदूर छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है कि उन्हें जल्द से जल्द छत्तीसगढ़ वापस लाने में उनकी मदद करें ।जिससे ये मजदूर अपने -अपने घर लौट सके ।

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मुख्यमंत्री स्वल्पाहार योजना का मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किया शुभांरभ

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रायपुर, 24 सितम्बर 2023  : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले के छिंदगढ़ में सुकमा जिले के 681 प्राथमिक शालाओं में मुख्यमंत्री स्वल्पाहार योजना का प्रारंभ किया। मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को टिफ़िन का वितरण किया। इस योजना के तहत कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों को सप्ताह के पाँच दिन अलग-अलग मैन्यू के तहत स्वल्पाहार दिया जाएगा। जैसे सोमवार को पोहा, मंगलवार को दलिया, बुधवार को चना फ्राई, गुरुवार को मूंगदाल और शुक्रवार को वेज पुलाव दिया जाएगा। इससे सुकमा जिले के लगभग 17 हजार बच्चे लाभान्वित होंगे। योजना के तहत स्कूल के रसोइयों को 800 रुपए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि प्रदाय की जाएगी।

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ईसाई आदिवासी महासभा ने पत्थलगांव जिला बनाने को लेकर शहर में निकाली विशाल रैली,सड़कों में उमड़ी भारी भीड़, मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

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पत्थलगांव(दिपेश रोहिला )  :  बीते कई दशकों से पत्थलगांव जिला बनाने की मांग को लेकर हर वर्ग,समुदाय के लोगों द्वारा अपनी अपनी आवाज लगातार बुलंद की जाती रही है। विदित हो कि अविभाजित मध्यप्रदेश के वक्त से ही लोगों द्वारा अभियान,धरना,आंदोलन का रुख अपनाया जा चुका है। मगर आजतलक पत्थलगांव को जिला बनाने की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी ना होना या यूं कहें कि पत्थलगांव को जिला नहीं बन पाने से यहां के विकास में चार चांद नहीं लग पा रहा। पूर्व में भी कई बार पत्थलगांव को जिला बनाओ की मांग को लेकर लोग सड़कों में उतर चुके है। वहीं अब पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग को लेकर सड़कों में भारी संख्या में नारों के साथ आज रविवार को ईसाई आदिवासी महासभा के बैनर तले शहर के सेंट जेवियर्स स्कूल ग्राउंड से विशाल जनसमूह के साथ रैली निकाली गई। जिसमे सैंकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान रैली में लोगों के हाथों में “पत्थलगांव को जिला बनाओ समेत अन्य तख्तियों के माध्यम से सड़कों में नारे गूंज रहे थे। वहीं रैली को लेकर पत्थलगांव पुलिस प्रशासन समेत जिले के अन्य क्षेत्रों से पहुंची पुलिस ने यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए चप्पे चप्पे पर तैनात रही।

ज्ञात हो कि राजनीतिक दलों की ओर से पत्थलगांव जिला बनाने को लेकर अब तक कोई खास पहल नहीं हो पाई है। विगत कई वर्षों से लोग पत्थलगांव को जिला बनाने को लेकर अपनी आवाज बुलंद करते रहे हैं। मगर चुनाव सामने आते ही जिला बनाने के नाम पर पत्थलगांव को ठगा जाता रहा है। दरअसल पत्थलगांव के जिला बनने से यहां विकास की गति तेज होगी जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा,स्वास्थ्य सहित अन्य मूलभूत सुविधा से लोगों को वंचित नहीं होना पड़ेगा। पत्थलगांव जिला बनाए जाने पर यह व्यावसायिक व आर्थिक दृष्टि से विकसित जिला बन सकता है।

इस दौरान ईसाई आदिवासी महासभा प्रदेश विधिक सलाहकार स्मृति खलखो ने कहा है कि आए दिनों लोग अपने सरकारी कार्यों संबंधित दस्तावेजों के काम से पत्थलगांव से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिला मुख्यालय जशपुर में जाकर अपने कार्यों को पूर्ण कराते हैं वहीं पत्थलगांव से करीब 100 किलोमीटर दूर रायगढ़ एवं 100 किलोमीटर की दूरी पर अंबिकापुर जिला है। जिससे विषम परिस्थितियों में भी समय और रुपयों के खर्च होने से लोगों को मानसिक और शारीरिक परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने कहा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के बावजूद पत्थलगांव वासी चीख चीख कर कह रहे है कि जिले की सौगात कब मिलेगी। उनका कहना है कि बीते कई दशकों से क्षेत्रवासी अब अपनी मांग पूर्ण नहीं होने पर स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार ने इन बातों पर अमल नहीं किया वहीं अब 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक पत्थलगांव को जिला बनाने को लेकर कोई विशेष पहल नहीं होना क्षेत्रवासियों के लिए एक बड़ी विडंबना है।उन्होंने कहा है कि जो पत्थलगांव का विकास करेगा और पत्थलगांव को जिला बनाएगा वही विधायक राज करेगा। पूर्व में भी सरकारी माध्यम से कई बार पत्थलगांव को जिला बनाए जाने के संकेत दिए जाते रहे हैं। वहीं अब तक पत्थलगांव को जिला नहीं बनाए जाने से लोग उपेक्षित महसूस कर रहे है।

इस दौरान ईसाई आदिवासी महासभा पत्थलगांव ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र तिर्की समेत अन्य पदाधिकारीयों ने एसडीएम व तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा है। दिए गए ज्ञापन में उल्लेख है कि उदयपुर क्षेत्र के जनता की मांग लम्बे समय से पत्थलगांव को जिला बनाने की रही है, जो आज पर्यन्त तक अपूर्ण है। पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग का प्रमुख कारण यह है कि, पत्थलगांव क्षेत्र का मुख्यालय से जशपुर अम्बिकापुर और रायगढ़ लगभग सौ किलोमीटर की दूरी है । और साथ ही बदहाल सड़कों की स्थिति के कारण क्षेत्र की जनता को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पत्थलगांव क्षेत्र से हमारा तात्पर्य पुराना उदयपुर क्षेत्र से है। पुराना उदयपुर को मिलाकर जिला बनाया जाए। जिसमें निम्न विकासखण्ड शामिल होना है। पत्थलगाँव कांसबेल, बागबहार लैलूंगा, धरमजयगढ़ और सीतापुर आदि। वहीं ज्ञापन के माध्यम से ईसाई आदिवासी महासभा ने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि मुख्यमंत्री महोदय से सादर निवेदन है कि, पत्थलगांव को जिला बनाने की बहुप्रतीक्षित जनता की मांग को तत्काल पूरा करने की कृपा करें।

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अभनपुर और राजिम विधानसभा में इस बार जरूर खिलेगा कमल, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने किया पलटवार किया प्रेस कांफ्रेंस

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कृष्णा मेश्राम–पत्रकार नवापारा राजिम  : रायपुर जिले में गोबरा नवापारा के कृषि उपज मंडी सहित गरियाबंद जिले में बीते कल हुए भाजपा के परिवर्तन यात्रा के बाद आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और प्रदेश भाजपा नेताओं ने राजिम रेस्ट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस कर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को लुटेरी, झूठी और भूपेश, अकबर, और ढेबर की भ्रष्ट सरकार बताया, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि झूठ बोलने में कांग्रेस नेताओं के पास पीएचडी है, वहीं जिले की दोनो विधानसभा में भारी बहुमत से जीत का दावा किया है।प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के उस बयान पर पलटवार किया जिसमे कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने भाजपा को किसानों की समझ नहीं है बताया था, जिस पर प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने पलटवार करते हुए कहा कि रविंद्र चौबे जी हमे न सिखाए कि किसानों की तरक्की और बेहतरी के लिए क्या हो सकता है, उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि आपने किसानों का शोषण किया है, केंद्र सरकार जो धान का समर्थन मूल्य देती है, उसको जोड़कर छत्तीसगढ़ में किसानों को दिया जाता है, उन्होंने आगे कहा इनके नेता कोरा झूठ बोलते है, कि धान खरीदी में केंद्र सरकार का कोई योगदान नहीं है, अरुण साव ने कहा कि धान खरीदी में ट्रांसपोर्टिंग का खर्चा, मिलिंग का खर्चा, टूटत का खर्चा, और सुखत का खर्चा यहां तक बारदाना और सुतली तक का खर्च केंद्र सरकार देती है, इसलिए किसानों की बेहतरी पर रविंद्र चौबे भाजपा को न सिखाए।

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