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वन अधिकार पट्टा जीविकोपार्जन के लिए, पेड़ नहीं काटे जाएं,कलेक्टर ने सामुदायिक वन अधिकार पत्र की कार्यशाला में वन समितियों के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा

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ललित साहू धमतरी 08 जुलाई 2020/ वन अधिकार अधिनियम-2006, नियम-2007, संशोधित नियम 2012 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आज जनपद पंचायत धमतरी के सभाकक्ष में एकदिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कलेक्टर  जयप्रकाश मौर्य ने कहा कि व्यक्तिगत वन अधिकार मान्यता पत्र देने के बाद शासन के निर्देशानुसार अब सामुदायिक वन पट्टे वितरित किए जा रहे हैं, जिससे निश्चित तौर पर वनोपज एवं वनोत्पाद पर निर्भर रहने वाले लोगों को आजीविका का पुख्ता साधन मिलेगा। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा वन अधिकार पत्र जीविकोपार्जन के लिए दिया जाता है। इसका दुरूपयोग कदापि नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि हितग्राही प्रदायित भूखण्ड पर खेत एवं अन्य रोजगारमूलक संरचना का निर्माण अवश्य करें, किंतु व्यक्तिगत लाभ के लिए पेड़ों को काटा अथवा बेचा नहीं जाना चाहिए। जहां तक संभव हो, ऐसे समाधानकारक प्रयास करें, जिससे पेड़ न काटे जाएं। कलेक्टर ने कहा कि पेड़-पौधों से न सिर्फ पर्यावरण सुरक्षित है, बल्कि मानव जीवन के लिए आॅक्सीजन, प्रदूषणरहित, भूजल स्तर, वायु और वर्षा आदि में उल्लेखनीय भूमिका पेड़ों की रहती है।
उल्लेखनीय है कि वन अधिकार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से चार दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विकासखण्ड नगरी, मगरलोड तथा धमतरी विकासखंड में प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जिसका समापन आज धमतरी विकासखंड में हुआ। प्रशिक्षुओं उक्त प्रशिक्षण में मुख्य रूप से सामुदायिक वन अधिकार पत्रों के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया, आवेदन हेतु आवश्यक प्रपत्रों की व्याख्या, सामुदायिक अधिकार के अंतर्गत विभिन्न प्रयोजनों के लिए दावा तथा वन अधिकार अधिनियम अंतर्गत गठित विभिन्न समितियों के कर्तव्यों व दायित्वों के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

प्रशिक्षण सह कार्यशाला के समापन अवसर पर एसडीएम धमतरी  मनीष मिश्रा, नगरी  सुनील शर्मा, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास डाॅ. रेशमा खान, एसडीओ वन  हरीश पाण्डेय सहित वन, राजस्व विभाग तथा पंचायत विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे वन समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।

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कोविड से शरीर में हुए प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने में फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका महत्वपूर्ण : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

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  • मुख्यमंत्री ’फिजियोकॉन 2023’ में हुए शामिल
  • फिजियोथैरेपी की विशेषताओं को लोगों तक पहुंचाने की जरूरत : उपमुख्यमंत्री श्री सिंहदेव

रायपुर, 24 सितंबर 2023 : कोरोना महामारी के कठिन दौर के बाद लोगों के शरीर में जो प्रतिकूल प्रभाव हुए, उसे दूर करने में फिजियोथैरेपिस्ट ने बड़ी भूमिका निभाई। इस दौरान हम सबने इसके महत्व के बारे में जाना। शारीरिक दर्द, लकवा की बीमारी तथा न्यूरो सहित कई मामलों में आज फिजियोथैरेपी बड़ी मददगार साबित हो रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा सभागार में आयोजित पहले ’फिजियोकॉन 2023’ को सम्बोधित कर रहे थे। द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट के तत्वाधान में आयोजित इस कर्यक्रम में प्रदेश भर से आए फिजियोथेरेपिस्ट और विषय विशेषज्ञों के मध्य सार्थक परिचर्चा हुई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल तथा उपमुख्यमंत्री श्री टी. एस. सिंहदेव को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि समय के साथ बढ़ती भौतिक सुख-सुविधाओं और परिवहन के साधनों के कारण मानव की शरीरिक गतिविधियां कम हुई हैं। जिससे शरीर में दिक्कतें बढ़ी है। हमें समझना होगा कि हमारा शरीर केवल आराम करने के लिए नहीं बल्कि मेहनत के लिए भी बना है। उन्होंने कहा कि आज खेल के क्षेत्र में फिजियोथेरेपी का महत्व बढ़ गया है। खिलाड़ियों के खेल कौशल को बढ़ाने में भी यह बड़ी मदद करता है। श्री बघेल ने कहा कि आपने अस्पताल में देखा होगा यदि किसी को फ्रैक्चर हुआ है या दर्द की समस्या है तो उसे फिजियोथैरेपी की सलाह दी जाती है। एक बात जो ध्यान रखना है कि फिजियोथैरेपी भी प्रशिक्षित फिजियोथैरेपिस्ट के देखरेख में ही करना चाहिए। नियमित व्यायाम और योग से भी शरीर स्वस्थ रहता है, इसका मतलब ही है कि आपके शरीर में मूवमेंट होना चाहिये और फिजियोथैरेपी ऐसी ही विधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान जो जीवन शैली है उसमें शरीरिक गतिविधि कम और मानसिक ऊर्जा का अधिक उपयोग हो रहा है, जिसने फिजियोथैरेपिस्ट का महत्व बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पिछले 05 सालों में प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार तेजी से हुआ है राज्य शासन की योजनाओं और प्रतिबद्धता से स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की गई है। मुख्यमंत्री ने कोरोना के कठिन दौर के बाद फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका की सराहना भी की।  मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन के आग्रह पर फिजियोथेरेपी कौंसिल के कार्यकारिणी गठन को जल्द पूर्ण करने की बात कही।

उप मुख्यमंत्री श्री टी. एस. सिंहदेव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में फिजियोथैरेपी का आम लोगों के जीवन के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी सर्वाधिक महत्व है। फिजियोथैरेपी खेल का अभिन्न हिस्सा बन गया है। आज स्पोर्ट्सपर्सन बेहतर परफॉर्मेंस देने के लिए फिजियो के बिना सफल नहीं हो पा रहे हैं और इससे परफॉर्मेंस को एन्हांस कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रहे श्री अजीत जोगी के दुर्घटना उपरांत स्वास्थ्य सुधार को लेकर फिजियोथेरेपी के योगदान को भी बताया और फिजियो से जुड़े अपने व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किये। उप मुख्यमंत्री श्री सिंहदेव ने फिजियोथैरेपी की विशेषताओं और उसके महत्व को लोगों तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरपिस्ट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजीव झा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथैरपिस्ट्स के छत्तीसगढ़ ब्रांच अध्यक्ष डॉ प्रशांत चक्रवर्ती, फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. फैज़ान, डॉ. अली ईरानी, डॉ. जोजी जॉन, डॉ. रुचि वासनिक, डॉ. अविनाश कुशवाहा सहित प्रदेश भर से आए फिजियोथैरेपिस्ट सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छिंदगढ़ में नवीन मुसरिया माता के दर्शन कर किया नवनिर्मित मंदिर का लोर्कापण

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रायपुर, 24 सितम्बर 2023  : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छिंदगढ़ स्थित नवीन माता मुसरिया मंदिर का लोर्कापण किया गया। उन्होंने मुसरिया माता  के दर्शन कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। मुसरिया माता क्षेत्र के 64 परगना के ग्रामों की आराध्य देवी मानी जाती है।

मंदिर परिसर पहुंचने पर क्षेत्र के क्षेत्रीय गेड़ी नर्तक दलों द्वारा मुख्यमंत्री का पारंपरिक ढंग से स्वागत किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा 64 परगना के समाज प्रमुख पुजारी गायता, सिरहा, पेरमा, मांझी, पटेल चालकियो का सम्मान परंपरागत पगड़ी पहना कर किया गया।

इस अवसर पर आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा, सरपंच श्रीमती चंदना नेगी, अन्य जन प्रतिनिधिगण और कलेक्टर श्री हरिस. एस, एसपी श्री किरण चव्हाण समेत अधिकारी, कर्मचारीगण समेत आमजन उपस्थित रहे।

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मुख्यमंत्री स्वल्पाहार योजना का मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किया शुभांरभ

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रायपुर, 24 सितम्बर 2023  : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले के छिंदगढ़ में सुकमा जिले के 681 प्राथमिक शालाओं में मुख्यमंत्री स्वल्पाहार योजना का प्रारंभ किया। मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को टिफ़िन का वितरण किया। इस योजना के तहत कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों को सप्ताह के पाँच दिन अलग-अलग मैन्यू के तहत स्वल्पाहार दिया जाएगा। जैसे सोमवार को पोहा, मंगलवार को दलिया, बुधवार को चना फ्राई, गुरुवार को मूंगदाल और शुक्रवार को वेज पुलाव दिया जाएगा। इससे सुकमा जिले के लगभग 17 हजार बच्चे लाभान्वित होंगे। योजना के तहत स्कूल के रसोइयों को 800 रुपए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि प्रदाय की जाएगी।

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