Connect with us

खबरे छत्तीसगढ़

हसदेव बांगो बांध में 356 मीटर तक जल भराव, खोले जा सकते हैं गेट

Published

on

SHARE THIS

*भागवत दीवान* कोरबा:- एक दशक बाद इस तरह की स्थिति जून के महीने में बनी है जबकि बहुद्देशीय हसदेव बांगो बांध परियोजना का जल भराव स्तर 356 मीटर तक जा पहुंचा है। यह अपनी कुल क्षमता से केवल 3 मीटर दूर है। ऐसे में पूरी संभावना है कि बहुत जल्द यहां गेट खोलकर पानी को हसदेव में छोड़ा जा सकेगा। ऐसा होने पर बाढ़ के हालात बन सकते हैं। प्रशासन को इस दौरान कई चुनौतियों से जूझना पड़ सकता है।

60 के दशक में तैयार हुई हसदेव बांगो बांध परियोजना का कुल जल भराव क्षेत्र 359.59 मीटर है। विश्व बैंक के सहयोग से यह परियोजना पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश सरकार के द्वारा बनाई गई थी। हसदेव नदी पर आधारित इस वृहद परियोजना से जहां कोरबा जिले के एनटीपीसी, विद्युत मंडल, बालको जैसे उद्योगों को पानी मिल रहा है। वहीं जांजगीर-चांपा और रायगढ़ के कुछ हिस्से में कृषि के लिए सिंचाई सुविधा की निर्भरता भी तय हो रही है। बड़ी संख्या में नहरों का जाल इस परियोजना के जरिए बिछाया गया है। हजारों किसानों को सिंचाई की सुविधा मयस्सर करने और अधिकतम लाभ दिए जाने के मामले में यह परियोजना वरदान साबित हुई है। खास बात यह है कि कोरबा जिले में स्थित हसदेव बांगो बांध में जल भराव के लिए सीमावर्ती कोरिया और सूरजपुर जिले में होने वाली बारिश सबसे अहम भूमिका निभाती है। इन जिलों में जून के पहले पखवाड़े में ही मानसून के प्रभाव से हुई अच्छी बारिश ने न केवल हसदेव बल्कि सहयोगी नदियों को जरूरी पानी दिए। इसका असर यह हुआ कि अधिकतम मात्रा में पानी की पहुंच हसदेव बांध तक हुई। जल संसाधन विभाग का कहना है कि बीते एक दशक में अब तक पहली बार ऐसी स्थिति बनी है जबकि जून की समाप्ति से पहले यह बांध अपने कुल जल भराव स्तर की ओर पहुंचता दिख रहा है। पहले होता यह था कि या तो बांध पूरा भरता नहीं था या अगर ऐसा होता भी था तो इसके लिए अगस्त तक का इंतजार करना होता था। इस बार बारिश ने बांध की प्यास समय से बहुत पहले बुझा दी है। ऐसे में लगभग तय है कि जल्द ही यह बांध अपने कुल जल भराव के स्तर तक पहुंचेगा। इसी स्थिति के आधार पर बांध के गेट खोले जाएंगे। विभाग का कहना है कि रबी की फसल के लिए यहां से नहरों को पानी दिए जाने का क्रम भी बांध के जल भराव पर निर्भर करता है। इसलिए जरूरी है कि हर वर्षाकाल में बांध बेहतर स्थिति में रहे।
82 फीसदी पानी है बांध में वर्तमान स्थिति में हसदेव बांगो बांध में जल भराव 82 फीसदी तक हो चुका है। यानि यह अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने से 18 फीसदी दूर है। यहां पर कुल क्षमता 359.59 मीटर के विरूद्ध अभी 356 मीटर पानी भर चुका है। बांध के पूरी तरह भर जाने या उसके करीब जाने के साथ गेट खोलने की नौबत आती है*। जैसे-जैसे बारिश का क्रम बनता है और यहां पानी एकत्र होता है। इस आधार पर गेट खोलने के निर्णय लिए जाएंगे। इस बारे में प्राथमिक रूप से प्रशासन को अवगत कराया जाएगा
– *केशव कुमार, कार्यपालन अभियंता, हसदेव बांगो बांध*

SHARE THIS

खबरे छत्तीसगढ़

कोविड से शरीर में हुए प्रतिकूल प्रभावों को दूर करने में फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका महत्वपूर्ण : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

Published

on

SHARE THIS
  • मुख्यमंत्री ’फिजियोकॉन 2023’ में हुए शामिल
  • फिजियोथैरेपी की विशेषताओं को लोगों तक पहुंचाने की जरूरत : उपमुख्यमंत्री श्री सिंहदेव

रायपुर, 24 सितंबर 2023 : कोरोना महामारी के कठिन दौर के बाद लोगों के शरीर में जो प्रतिकूल प्रभाव हुए, उसे दूर करने में फिजियोथैरेपिस्ट ने बड़ी भूमिका निभाई। इस दौरान हम सबने इसके महत्व के बारे में जाना। शारीरिक दर्द, लकवा की बीमारी तथा न्यूरो सहित कई मामलों में आज फिजियोथैरेपी बड़ी मददगार साबित हो रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा सभागार में आयोजित पहले ’फिजियोकॉन 2023’ को सम्बोधित कर रहे थे। द इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट के तत्वाधान में आयोजित इस कर्यक्रम में प्रदेश भर से आए फिजियोथेरेपिस्ट और विषय विशेषज्ञों के मध्य सार्थक परिचर्चा हुई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल तथा उपमुख्यमंत्री श्री टी. एस. सिंहदेव को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि समय के साथ बढ़ती भौतिक सुख-सुविधाओं और परिवहन के साधनों के कारण मानव की शरीरिक गतिविधियां कम हुई हैं। जिससे शरीर में दिक्कतें बढ़ी है। हमें समझना होगा कि हमारा शरीर केवल आराम करने के लिए नहीं बल्कि मेहनत के लिए भी बना है। उन्होंने कहा कि आज खेल के क्षेत्र में फिजियोथेरेपी का महत्व बढ़ गया है। खिलाड़ियों के खेल कौशल को बढ़ाने में भी यह बड़ी मदद करता है। श्री बघेल ने कहा कि आपने अस्पताल में देखा होगा यदि किसी को फ्रैक्चर हुआ है या दर्द की समस्या है तो उसे फिजियोथैरेपी की सलाह दी जाती है। एक बात जो ध्यान रखना है कि फिजियोथैरेपी भी प्रशिक्षित फिजियोथैरेपिस्ट के देखरेख में ही करना चाहिए। नियमित व्यायाम और योग से भी शरीर स्वस्थ रहता है, इसका मतलब ही है कि आपके शरीर में मूवमेंट होना चाहिये और फिजियोथैरेपी ऐसी ही विधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान जो जीवन शैली है उसमें शरीरिक गतिविधि कम और मानसिक ऊर्जा का अधिक उपयोग हो रहा है, जिसने फिजियोथैरेपिस्ट का महत्व बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पिछले 05 सालों में प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार तेजी से हुआ है राज्य शासन की योजनाओं और प्रतिबद्धता से स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की गई है। मुख्यमंत्री ने कोरोना के कठिन दौर के बाद फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका की सराहना भी की।  मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन के आग्रह पर फिजियोथेरेपी कौंसिल के कार्यकारिणी गठन को जल्द पूर्ण करने की बात कही।

उप मुख्यमंत्री श्री टी. एस. सिंहदेव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में फिजियोथैरेपी का आम लोगों के जीवन के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी सर्वाधिक महत्व है। फिजियोथैरेपी खेल का अभिन्न हिस्सा बन गया है। आज स्पोर्ट्सपर्सन बेहतर परफॉर्मेंस देने के लिए फिजियो के बिना सफल नहीं हो पा रहे हैं और इससे परफॉर्मेंस को एन्हांस कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रहे श्री अजीत जोगी के दुर्घटना उपरांत स्वास्थ्य सुधार को लेकर फिजियोथेरेपी के योगदान को भी बताया और फिजियो से जुड़े अपने व्यक्तिगत अनुभव भी साझा किये। उप मुख्यमंत्री श्री सिंहदेव ने फिजियोथैरेपी की विशेषताओं और उसके महत्व को लोगों तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरपिस्ट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजीव झा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथैरपिस्ट्स के छत्तीसगढ़ ब्रांच अध्यक्ष डॉ प्रशांत चक्रवर्ती, फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. फैज़ान, डॉ. अली ईरानी, डॉ. जोजी जॉन, डॉ. रुचि वासनिक, डॉ. अविनाश कुशवाहा सहित प्रदेश भर से आए फिजियोथैरेपिस्ट सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छिंदगढ़ में नवीन मुसरिया माता के दर्शन कर किया नवनिर्मित मंदिर का लोर्कापण

Published

on

SHARE THIS

रायपुर, 24 सितम्बर 2023  : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छिंदगढ़ स्थित नवीन माता मुसरिया मंदिर का लोर्कापण किया गया। उन्होंने मुसरिया माता  के दर्शन कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। मुसरिया माता क्षेत्र के 64 परगना के ग्रामों की आराध्य देवी मानी जाती है।

मंदिर परिसर पहुंचने पर क्षेत्र के क्षेत्रीय गेड़ी नर्तक दलों द्वारा मुख्यमंत्री का पारंपरिक ढंग से स्वागत किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा 64 परगना के समाज प्रमुख पुजारी गायता, सिरहा, पेरमा, मांझी, पटेल चालकियो का सम्मान परंपरागत पगड़ी पहना कर किया गया।

इस अवसर पर आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा, सरपंच श्रीमती चंदना नेगी, अन्य जन प्रतिनिधिगण और कलेक्टर श्री हरिस. एस, एसपी श्री किरण चव्हाण समेत अधिकारी, कर्मचारीगण समेत आमजन उपस्थित रहे।

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री स्वल्पाहार योजना का मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किया शुभांरभ

Published

on

SHARE THIS

रायपुर, 24 सितम्बर 2023  : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सुकमा जिले के छिंदगढ़ में सुकमा जिले के 681 प्राथमिक शालाओं में मुख्यमंत्री स्वल्पाहार योजना का प्रारंभ किया। मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को टिफ़िन का वितरण किया। इस योजना के तहत कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों को सप्ताह के पाँच दिन अलग-अलग मैन्यू के तहत स्वल्पाहार दिया जाएगा। जैसे सोमवार को पोहा, मंगलवार को दलिया, बुधवार को चना फ्राई, गुरुवार को मूंगदाल और शुक्रवार को वेज पुलाव दिया जाएगा। इससे सुकमा जिले के लगभग 17 हजार बच्चे लाभान्वित होंगे। योजना के तहत स्कूल के रसोइयों को 800 रुपए अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि प्रदाय की जाएगी।

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे अब तक

Trending