कोरोना वायरस
*कोरोना संकट: दिव्यांगजन की सहायता के लिए दिशा-निर्देश जारी*
रायपुर, 01 अप्रैल 2020/छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण को देखते हुए प्रदेश में लाॅकडाउन किया गया है। ऐसी परिस्थिति में दिव्यांगजन को आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता में परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए राज्य आयुक्त दिव्यांगजन प्रसन्ना आर. ने सभी कलेक्टरों सह अध्यक्ष डी.डी.एम.ए. को पत्र लिखकर दिव्यांगता समावेशी दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार दिव्यांगजन को आवश्यक सेवाओं जैसे भोजन, दवाईयों इत्यादि की पहुंच को सुलभ किए जाने हेतु गैर सरकारी संगठनों और सिविल सोसायटी संगठनों, आवासीय कल्याण संघों से समन्वय स्थापित कर कार्य किया जा सकता है। इसके लिए जिले में समाज कल्याण अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। ये अधिकारी दिव्यांगजनों को सहायता और मदद उपलब्ध कराएंगे।
मुख्य आयुक्त दिव्यांगजन ने दिव्यांगों कीे देखभाल करने वाले गैर सरकारी संगठनों के सदस्यों को आवागमन की अनुमति न होने के कारण हो रही परेशानी को देखते हुए सभी कलेक्टरों से वस्तुस्थिति को ध्यान में रखते हुए दिव्यांगजनों की सहायता हेतु गैर सरकारी संगठनों, सिविल सोसायटी संगठनों और आवासीय कल्याण समिति संगठनों को आने-जाने की अनुमति जारी करने कहा है। उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, नई दिल्ली द्वारा नोवल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण आपातकालीन स्वास्थ्य स्थितियों के दौरान दिव्यांगजनों की सुरक्षा के लिए राज्यों को व्यापक निर्देश जारी किए हैं।
कोरोना वायरस
छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में मिले 17 नए कोरोना मरीज..
रायपुर : कोरोना के 17 मरीज फिर छत्तीसगढ़ में मिले है. स्वास्थ्य विभाग ने बुलेटिन जारी कर यह जानकारी दी और बताया कि 17 जनवरी को 17 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान की गई है. 4 हजार सैंपलों की जांच की गई. फ़िलहाल प्रदेश के 15 जिलों में संक्रमित मरीज सक्रिय है.
कोरोना वायरस
ओमिक्रॉन का फैल रहा खतरनाक वेरिएंट, अब तक इतनों की हुई मौत…
12 जनवरी 2024:- छत्तीसगढ़ में जेएन-1 वायरस से ही कोरोना फैल रहा है। एम्स में हुई जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। गुरुवार को आई रिपोर्ट में 48 सैंपलों में 25 जेएन-1 वेरिएंट का मिला। बाकी ओमिक्रॉन का है। हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार जेएन-1 वेरिएंट ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट है। इससे ज्यादा खतरा नहीं है। हालांकि यह तेजी से फैलता है पर मृत्यु दर कम है। प्रदेश में तीन लोगों की जो मौत हुई है, उनके वायरस भी जेएन-1 के हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि भी की है। प्रदेश में प्रदेश में पिछले 22 दिनों में 269 मरीज मिल चुके हैं। रोजाना मरीज मिलने का औसत 12 से कुछ ज्यादा है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी पॉजिटिव केस की जीनोम सीक्वेंसिंग जांच कराने को कहा था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने एम्स में कुल 48 सैंपल भेजे थे। प्रदेश में जिन तीन लोगों की मौत हुई है, वे पहले ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। इस सीजन में केवल कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है। आंबेडकर अस्पताल में चेस्ट विभाग के एचओडी डॉ. आर.के. पंडा व मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. योगेंद्र मल्होत्रा के अनुसार जेएन-1 वायरस ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है।
राजधानी में गुरुवार को कोरोना को कोई नया मरीज नहीं मिला। वहीं प्रदेश में 18 नए केस मिले हैं। इनमें सुकमा व रायगढ़ में 4-4, बालोद व बस्तर में 3-3, दुर्ग, बेमेतरा, बलौदाबाजार व कांकेर में एक-एक मरीज मिला हैं। कुल 4714 सैंपलों की जांच की गई। संक्रमण दर 0.38 फीसदी रही। होम आइसोलेशन में 17 लोग स्वस्थ हुए।एम्स से गुरुवार को जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आई। इसमें 48 में 25 सैंपलों में जेएन-1 वेरिएंट की पुष्टि हुई है। बाकी ओमिक्रॉन वेरिएंट वाले वायरस है। कोरोना से खतरा तो है, लेकिन डरने के बजाय अलर्ट रहने की जरूरत है। -डॉ. डीके तुर्रे, मीडिया प्रभारी स्वास्थ्य विभाग
कोरोना वायरस
न्यू ईयर-क्रिसमस के जश्न पर भारी पड़ा कोरोना, 2023 के आखिरी महीने में 10,000 मौतें…
कोरोना वायरस के केस फिर से आने लगे हैं. इस बार एक और नए वैरिएंट के साथ ये वायरस लोगों की अपनी चपेट में ले रहा है. संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि कोरोना से पिछले महीने यानी दिसंबर में 10,000 मौतें हुईं हैं. इस रिपोर्ट पर एजेंसी के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने बढ़ते कोरोना वायरस की वजह छुट्टियों में सोशल गैदरिंग को बताया है. टेड्रोस ने कहा कि दिसंबर में लगभग 10,000 मौतें हुईं, जबकि नए साल के दौरान 50 देशों में अस्पताल में 42% मरीजों की बढ़ोतरी देखी गई है. ज्यादातर मामले यूरोप और अमेरिका से आए हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल ने जिनेवा में संवाददाताओं से कहा कि 10,000 मौतें महामारी के चरम से काफी कम हैं, लेकिन रोकी जा सकने वाली मौतों का यह आकड़ा स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि यह तय है कि और जगहों पर भी मामले बढ़ रहे हैं जहां रिपोर्ट नहीं की जा रही हैं, उन्होंने सरकारों से निगरानी बनाए रखने और इलाज व टीकाकरण की मांग की है.टेड्रोस ने बताया कि JN.1 वैरिएंट अब दुनिया में सबसे तेजी से फैल रहा है. यह एक ओमिक्रॉन वैरिएंट है, इसलिए मौजूदा टीकों से भी इससे बचा जा सकता है. वहीं डब्ल्यूएचओ की टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव ने कोरोनो वायरस के साथ-साथ फ्लू, राइनोवायरस और निमोनिया के कारण दुनिया भर में सांस से संबंधी बीमारियों में इजाफा बताया है.
भारत में अब तक कितनी मौत?
भारत में अब तक, जनवरी 2020 में शुरुआती प्रकोप के बाद से कोरोनोवायरस मामलों की कुल संख्या 4,50,19, 819 तक पहुंच गई है, जबकि कुल मृत्यु का आंकड़ा 5,33,406 हो गया है. वहीं भारत में पिछले 24 घंटों में 605 नए कोविड मामले दर्ज किए गए है और चार लोगों की मौतें हुईं है.
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
महिला से मारपीट, राशन दुकान संचालिका के खिलाफ एफआईआर
-
खबरे छत्तीसगढ़6 days ago
भूपेश बघेल अपने कार्यकर्ताओं के बीच में भी भरोसा कायम नहीं कर पाए : राजू कुरैशी
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
भारत सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की टीम ने सिविल हास्पिटल नगरी समेत हेल्थ एण्ड वैल्नेस सेन्टर का किया निरिक्षण
-
खबरे छत्तीसगढ़1 day ago
बिमारी से तंग युवती ने फांसी लगाकर दी जान मर्ग कायम कर जांच में जुटी पुलिस
-
क्राइम4 days ago
अवैध शराब परिवहन के मामले में किरंदुल पुलिस 02 आरोपियो के विरुद्ध की गई कार्यवाही
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
बोइरडीह स्कूल में समूह द्वारा न्योता भोज
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
जय बजरंग ट्रेडर्स से 1.56 लाख रुपये ले उड़े अज्ञात चोर,पड़ताल में जुटी पुलिस
-
खबरे छत्तीसगढ़6 days ago
होली शांति समिति की बैठक सम्पन्न