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दंतेश्वरी मैया सहकारी चीनी मिल में हुई बॉयलर की पूजा ,दिसंबर के पहले सप्ताह में केन कैरियर पूजा के बाद शुरू होगी पेराई

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अमन पथ न्यूज बालोद से उत्तम साहू :  ग्राम करकाभाट स्थित जिले के दंतेश्वरी मैया सहकारी चीनी मिल में 16वें पेराई सीजन 2024-25के शुभारंभ के पहले शुभ मुहूर्त में बायलर पूजा शुक्रवार 15नवंबर को विधिविधान के साथ हुई। अधिकारी कर्मचारियों ने बॉयलर में अग्नि प्रज्वलित कर मां दंतेश्वरी से मिल के सुचारू शुरू हो जाने के लिए प्रार्थना की।

बॉयलर पूजा के बाद अब अगले महीने के पहले सप्ताह में पेराई शुरू होगी।बता दें सन 2009 से यह कारखाना संचालित हो रहा है गत वर्ष की तुलना में इस बार जिले में गन्ना किसानों की संख्या कुछ कम हुई है।कारखाना प्रबंधन के मुताबिक पेराई का 80 दिन का लक्ष्य रखा गया है और प्रतिदिन एक हजार मीट्रिक टन गन्ना पेराई का लक्ष्य तय किया गया है और अन्य जिले से पेराई के लिए गन्ना लाने की सहमति बनाई जा रही हैं तो उसके बाद पेराई क्षमता बढ़ जाएगा।

ये रहे उपस्थित
बॉयलर पूजा के दौरान कारखाना के एमडी आर पी राठिया,जीएम एल के देवांगन, मुख्य गन्ना विकास अधिकारी हाकिम सिंह ,लेखापाल तुलसी राम देवांगन, नारायण साहू,चीफ केमिस्ट चंद्रजीत सिंह, प्रभारी चीफ इंजीनियर के पी सिंह, बॉयलर इंजीनियर ओम प्रकाश ठाकुर,फायरमैन इंद्रजीत प्रसाद, हेमंत देवांगन, विनोद सिन्हा,उमेश साहू, मनोज सिन्हा, भगत राणा व कारखाना स्टाफ व अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

चीनी मिल के यूनिट हेड ओमप्रकाश ठाकुर, सहित मिल के अधिकारियों ने पंडित आकाश पांडेय के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से हवन यज्ञ कर बॉयलर पूजा संपन्न कर बॉयलर में अग्नि प्रज्ज्वलित किया। उन्होंने बताया नए सत्र की पेराई के लिए मिल में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्लांट, मशीनरी एवं उपकरणों का ट्रायल शुरू किया गया है। नए पेराई सत्र के लिए मशीनों की मरम्मत कर उनको दुरस्त कर लिया गया है और दिसम्बर माह के पहले सप्ताह में नए सत्र की शुरुआत किए जाने की पूरी संभावना है। शुक्रवार को ही कारखाना परिसर स्थित मां दंतेश्वरी माता मंदिर का भी स्थापना दिवस था उसकी भी पूजा अर्चना विधि विधान से की गई।

 केन कैरियर पूजा के बाद शुरू होगी पेराई
पेराई का कार्य तय सीमा पर शुरू हो इसके लिए कारखाना प्रबंधन ने पूरी तैयारी कर ली है। बता दे बॉयलर पूजा पेराई शुरू करने की दिशा में पहला कदम माना जाता है।। दिसम्बर के पहले सप्ताह में केन कैरियर पूजा होगी, उसके बाद पेराई की विधिवत शुरूआत होगी।

कारखाना प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष 80हजार मीट्रिक टन गन्ना पेराई का लक्ष्य हैं। इस बार 1122हेक्टेयर में गन्ने की फसल लगी है।इस वर्ष 1052 किसानों ने गन्ने की फसल ली है जो बीते साल की तुलना में कम है।

कारखाना के महाप्रबंधक जी एल देवांगन ने बताया कि हर वर्ष शक्कर कारखाना में गन्ना पेराई शुरू होने के पहले बॉयलर पूजा की जाती है। इसके बाद केन कैरियर पूजा की जाती है। उन्होंने बताया दिसंबर के पहले सप्ताह में केन कैरियर पूजा के बाद से पेराई शुरू करने की योजना है। पेराई शुरू करने से पहले गन्ना किसानों से बैठक लेकर पेराई शुरू किया जाएगा ।
मिल की मरम्मत कार्य पूरा हो चुका है। मिल समूचे पेराई सत्र में सुचारू रूप से चलेगा। उन्होंने किसानों से निवेदन किया कि गोला रहित व स्वच्छ गन्ने की आपूर्ति करें ताकि बेहतर उत्पादन हो।

वर्सन 
मिल संचालन के लिए सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिया गया है। नए गन्ना पेराई सत्र के लिए इस बार 80हजार मीट्रिक टन गन्ना पेराई का लक्ष्य और 10 प्रतिशत से अधिक की रिकवरी का प्रयास रहेगा। किसानों को पर्ची जारी होने की सूचना मोबाइल पर एसएमएस के जरिए देंगे।
आर पी राठिया, प्रबंध संचालक
दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना
करकाभाट, बालोद

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मुख्यमंत्री साय ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर दी बधाई एवं शुभकामनाएं

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रायपुर 15 नवंबर 2024  : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस 16 नवंबर के अवसर पर मीडिया जगत से जुड़े सभी लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।  साय ने कहा है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारे लोकतंत्र की विशेषता और आधारशिला है।

मुख्यमंत्री  साय ने कहा कि निष्पक्ष प्रेस और निर्भीक पत्रकारिता स्वस्थ लोकतंत्र के लिए आवश्यक है। मीडिया नागरिकों को उनके अधिकार और दायित्व के प्रति सचेत कर देशहित व लोकहित के प्रति जागरूक करता  है। भारतीय प्रेस दिवस भारत जैसे जीवंत लोकतंत्र में स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रेस के महत्व और योगदान को याद करने का दिन है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम सभी लोग साथ मिलकर यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि  मीडिया हमारे लोकतंत्र में अपनी भूमिका का सम्यक निर्वहन करते हुए देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके।

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 मुख्यमंत्री साय ने जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर बैगा, गुनिया, सिरहा को दी सम्मान निधि की सौगात

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रायपुर, 15 नवम्बर 2024 : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने साइंस कॉलेज मैदान में राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि जनजातीय समाज का इतिहास बहुत समृद्ध और गौरवशाली है। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय समुदाय के मान, सम्मान और गौरव को बढ़ाने का काम किया है। श्री अटल जी ने जनजातीय समुदाय के कल्याण के लिए पृथक से मंत्रालय बनाया और इस समुदाय के विकास को एक नई दिशा दी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं शुरू की है। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत 24,000 करोड़ रूपए और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के लिए 80,000 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया है, जिसके चलते जनजातीय इलाकों में तेजी से बुनियादी सुविधाओं का विकास और जनजातियों की बेहतरी के काम हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती वर्ष समारोह के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य के जनजातीय समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बैगा, गुनिया,  सिरहा लोगों के लिए मुख्यमंत्री सम्मान निधि दिए जाने की घोषणा की। इसके तहत उन्हें प्रति वर्ष 5 हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जनजातीय गांवों में धार्मिक एवं मांगलिक कार्य के लिए अखरा निर्माण विकास योजना शुरू करने और जनजातीय समुदाय के शहीदों की प्रतिमाएं चिन्हित स्थलों पर स्थापित किए जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने समारोह में जनजातीय समुदाय के विभूतियों, राज्य में हुए जनजातीय विद्रोह के शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया। उन्होंने जनजातीय चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर वन अधिकार अधिनियम से संबंधित ‘‘एटलस‘‘, कैलेण्डर ‘‘शौर्यांजलि‘‘ तथा ‘‘हल्बा जनजातीय की वाचिक परंपराएं‘‘ विषय पर प्रकाशित पुस्तक का विमोचन किया। इनका प्रकाशन छत्तीसगढ़ आदिम जाति विकास विभाग द्वारा किया गया है।

इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज्यसभा सांसद श्री अरूण सिंह ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में सभी वर्गाें के उत्थान और कल्याण के लिए किए जा रहे कार्याें की सराहना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की लोकप्रियता और विनम्रता की सराहना पूरे देश में होती है। उन्होंने कहा कि रायपुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस एवं अंतर्राज्यीय नृत्य महोत्सव समारोह में आकर ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ का दर्शन हुआ है। राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के इस विशेष आयोजन के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर जनजातीय समुदाय के महापुरूषों को नमन करते हुए कहा कि वही देश और समाज जागृत रहता है, जो अपनी संस्कृति और अपने महापुरूषों को याद रखता है।

आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिए चिंता की है। उन्होंने इस समुदाय के विकास के लिए कई योजनाएं संचालित की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से छत्तीसगढ़ के साढे छह हजार गांवों और ग्रामीणों का समग्र विकास होगा। उन्होंने कहा कि पीएम जनमन योजना के माध्यम से जनजातीय समुदाय के लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो रहा है।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में उपस्थित मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, राज्यसभा सांसद श्री अरूण सिंह, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में उपस्थित जनसमुदाय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सम्बोधन को न सिर्फ सुना, बल्कि वर्चुअल रूप से उसका हिस्सा भी बना।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती के अवसर पर देश के दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के बुनियादी सुविधाओं के विकास एवं विस्तार वाली 6600 करोड़ की लागत वाली कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने देश के जनजातीय इलाकों और जनजाति समुदाय के कल्याण के लिए पांच गुना बजट खर्च कर रहे हैं। दस साल पहले इसका बजट मात्र 25,000 करोड़ रूपए हुआ करता था, जो अब बढ़कर 1,25,000 करोड़ रूपए हो गया है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आज बिहार के जमुई में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती वर्ष के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। जमुई में आयोजित इस कार्यक्रम का लाईव प्रसारण पूरे देश में हुआ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने इतिहास के एक बहुत बड़े अन्याय को दूर करने का एक ईमानदार प्रयास किया है। इतिहास में आदिवासी समाज के लोगों को वह स्थान नहीं मिला, जिसके वह अधिकारी थे। आदिवासी समाज वो है, जिसने राजकुमार  को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम बना दिया। इस समाज ने देश की संस्कृति और परंपरा का मान बढ़ाया है। आज़ादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लोहा लिया है। अपनी अस्मिता, संस्कृति, और स्वाधीनता के लिए जनजातीय समुदाय के हजारों नायकों ने अपने प्राण न्यौछावर किए। देश की आजादी की लड़ाई में हजारों आदिवासी भाइयो-बहनों को मौत के घाट उतार दिया गया था, उनके योगदानों को हम नहीं भुला सकते। हमने जनजातीय समुदाय के गौरव को बढ़ाने का काम किया है। पीएम जनमन के तहत जितने कार्य शुरू हुए हैं, उसका श्रेय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी को जाता है। जब वह झारखण्ड में थी, तब मुझसे अति पिछड़ी जनजातियों की चर्चा करती थी। हमने 24 हजार करोड़ रूपए से पीएम जनमन योजना की शुरुआत की, जिससे अति पिछड़ी जनजातियों के बस्तियों और गांवों का विकास हो रहा है। जनजातीय बाहुल्य जिलों को आकांक्षी जिला घोषित कर वहां का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया, आज वहां बदलाव दिख रहा है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में देशवासियों को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष समारोह की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली और गुरुनानक जी का प्रकाश पर्व भी है। आज भगवान बिरसा मुंडा की जयन्ती भी है, राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस भी है। आदिवासी समाज सूर्य, वायु और पेड़-पौधों, पहाड़-पर्वत को पूजने वाला समाज है। उन्होंने कहा कि जिलों में बिरसा मुंडा जनजातीय उपवन बनाए जायेंगे। हम मिलकर देश के आदिवासी समाज के विचारों को देश की प्रगति का आधार बनायेंगे। उनकी परंपरा और उनके आदर्शों को अपनाएंगे।

इस अवसर पर विधायक सर्वश्री मोती लाल साहू, श्री अनुज शर्मा, श्री पुरंदर मिश्रा,  पूर्व मंत्री श्री महेश गागड़ा, पूर्व विधायक श्री उमेश कच्छप सहित अन्य जनप्रतिनिधि, जनजातीय समाज के पदाधिकारी, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा, आयुक्त श्री नरेन्द्र दुग्गा सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिकण उपस्थित थे।

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गुरुनानक देव जी ने दिया समतामूलक समाज के निर्माण पर जोर : मुख्यमंत्री साय

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रायपुर, 15 नवम्बर 2024 : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के खालसा स्कूल प्रांगण में गुरुनानक जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाश पर्व में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कीर्तन दरबार में मत्था टेका और सभी छत्तीसगढ़ वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रकाश पर्व पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि आज इस पवित्र दिन सिख समुदाय के अपने भाइयों-बहनों के बीच आकर मैं बहुत खुशी का अनुभव कर रहा हूँ। गुरु नानक देव जी का जीवन न केवल सिख समुदाय के लिए प्रेरक है अपितु सभी भारतीयों के लिए उनका जीवन प्रेरणादायी है। गुरु नानक जी के वचनों में सामाजिक एकता पर जोर दिया गया है। उन्होंने एक समतामूलक समाज के निर्माण पर जोर दिया। देश की आज़ादी में सिख समाज का बहुत बड़ा योगदान है। सिख समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली और समृद्ध है। धर्म के प्रति समर्पण और सेवा की भावना सिख समाज की अभिन्न पहचान है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जब हम गुरु गोविंदसिंह जी का जीवन देखते हैं तो हमें पता चलता है कि उनके पुत्र साहेबजादे बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी पर धर्म बदलने का दबाव आया। उन्होंने शहादत कबूल की लेकिन धर्म नहीं बदला। ऐसा इतिहास सिख समाज का रहा है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने साहेबजादों के शहादत दिवस 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया और हर साल हम गर्व के साथ यह दिन मनाते हैं।

इस अवसर पर विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री भूपेंद्र सवन्नी, श्री मनमोहन चावला व गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित थे।

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