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कोरोना वायरस

BREAKING- लाॅकडाउन में शराब दुकान खोलना उचित नहीं :पूर्व सीएम डॉ.रमन सिंह

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रायपुर- कोरोना वायरस संक्रमण का फैलाव रोके जाने के लिए छत्तीसगढ़ लाॅकडाउन है, लेकिन इस बीच सरकार शराब दुकान खोलने जा रही है. शुक्रवार को आबकारी विभाग ने आदेश जारी कर शराब दुकानों के संचालन के लिए चार सदस्यीय कमेटी बना दी है. सरकार के इस निर्णय पर पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने तीखा विरोध दर्ज कराया है. रमन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी सरकार के इस फैसले का हम हर स्तर पर विरोध करेंगे. पूरा प्रदेश इसका विरोध करेगा. यदि इस प्रतिबंध को हटाया गया तो हम भी कोर्ट जाएंगे

पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को हम आपदा के रूप में देख रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिग पर इतना जोर दिया जा रहा है कि स्कूल, कॉलेज, दुकान, माल सब बंद कर दिया. जहां 10 आदमी भी इक्कठे होते हैं, उन जगहों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. दवा, दूध और सब्जी के किये ही छूट दी गई है, लेकिन मुझे आश्चर्य हो रहा है कि मंदिरा प्रेमियों के लिए सरकार ने ये निर्णय लिया है. यह बेहद आपत्तिजनक है. ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी है. सरकार ने अपने आदेश में मदिरा प्रेमियों की मांग पर आबकारी विभाग के अधिकारियों की कमेटी बना दी है. इसमें कोई विशेषज्ञ, सोशल एक्टिविस्ट, डॉक्टर जैसे लोग नहीं लिए गए हैं जो कोरोना का शराब से कनेक्शन बता सके. बल्कि ये स्पष्ट हो चुका है कि शराब से इम्युनिटी कमजोर होती है. इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है.
रमन ने कहा कि पांच लोगों की कमेटी जब-जब बनती है, तो मुझे घबराहट होने लगती है. शराब के लिए इससे पहले दो बार कमेटी बनाई जा चुकी है. एक बार फिर कमेटी बना दी है. दो दिन में रिपोर्ट देने कहा गया है. अधिकारियों से कहा गया है कि तत्काल रिपोर्ट दे कि मौजूदा हालात में शराब दुकान खोल दी जाए. उन्होंने कहा कि ये कही से भी उचित नहीं है. इस सरकार को पुनर्विचार करने की जरूरत है. डाक्टर रमन सिंह ने कहा,  छत्तीसगढ़ के मजदूर, गरीब लोग जो पैसे के लिए भटक रहे हैं. लोगों के पास इस वक्त काम नहीं है, लोग अपने घरों में है. ये लोग अब घरों के बर्तन बेचेंगे, घर बेचेंगे, गहने बेचेंगे, शराब के लिए घर की महिलाओ को प्रताड़ित करेंगे. क्यूंकि शराब के लिए पैसे चाहिए होंगे. ऐसे गरीब तबकों के सामने बड़ा संकट होगा. नौकरी पेशा लोगों को बड़ा संकट होगा. इस निर्णय का मैं घोर विरोध करता हूँ. पूरा प्रदेश इस निर्णय का विरोध करेगा.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़े-बड़े इंडस्ट्रीज के बंद होने से रिवेन्यू लास हो रहा है. कई हजार करोड़ का नुकसान हो सकता है. सरकार के राजस्व में कमी आ रही है लेकिन इस वक्त इन सबसे ज्यादा जरूरी लोगों का स्वास्थ्य है. लाॅकडाउन की वजह से फिलहाल शांति के हालात हैं. एक्सीडेंट के केस कम आ रहे हैं, लेकिन मदिरा प्रेमी ने एक बार शराब पी लिया तो घर मे कहां रहेगा, सड़क पर घूमकर पुलिस का सिरदर्द बढ़ाएगा. सामान्य आदमी को कंट्रोल करना आसान है. लेकिन शराबी को नहीं. डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि अभी सब कुछ तालमेल से चल रहा है. हम भी अपनी पूरी टीम के साथ लगे हैं. पूरी पार्टी लगी है. मैंने पीएम कोष और सीएम कोष में सहायता राशि दी है. अन्य लोगों से भी बढ़ चढ़कर मदद की अपील की है. हम सब इस बीमारी से लड़ रहे हैं. इसमें राजनीति दल का कोई काम नहीं है. आपदा से निपटने हम सबकी बराबरी की भागीदारी हैं. मुख्यमंत्री के रूप में भूपेश बघेल ने यदि अच्छा काम किया है तो मैने उनकी तारीफ भी की है. छत्तीसगढ़ ने अच्छे कदम उठाने हैं. यदि आज उसकी सराहना हो रही है तो ऐसे कदम अब ना उठाये जिससे राष्ट्रव्यापी उसकी आलोचना हो ।

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कोरोना वायरस

छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में मिले 17 नए कोरोना मरीज..

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रायपुर :  कोरोना के 17 मरीज फिर छत्तीसगढ़ में मिले है. स्वास्थ्य विभाग ने बुलेटिन जारी कर यह जानकारी दी और बताया कि 17 जनवरी को 17 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान की गई है. 4 हजार सैंपलों की जांच की गई. फ़िलहाल प्रदेश के 15 जिलों में संक्रमित मरीज सक्रिय है.

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ओमिक्रॉन का फैल रहा खतरनाक वेरिएंट, अब तक इतनों की हुई मौत…

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12 जनवरी 2024:-  छत्तीसगढ़ में जेएन-1 वायरस से ही कोरोना फैल रहा है। एम्स में हुई जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। गुरुवार को आई रिपोर्ट में 48 सैंपलों में 25 जेएन-1 वेरिएंट का मिला। बाकी ओमिक्रॉन का है। हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार जेएन-1 वेरिएंट ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट है। इससे ज्यादा खतरा नहीं है। हालांकि यह तेजी से फैलता है पर मृत्यु दर कम है। प्रदेश में तीन लोगों की जो मौत हुई है, उनके वायरस भी जेएन-1 के हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि भी की है। प्रदेश में प्रदेश में पिछले 22 दिनों में 269 मरीज मिल चुके हैं। रोजाना मरीज मिलने का औसत 12 से कुछ ज्यादा है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी पॉजिटिव केस की जीनोम सीक्वेंसिंग जांच कराने को कहा था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने एम्स में कुल 48 सैंपल भेजे थे। प्रदेश में जिन तीन लोगों की मौत हुई है, वे पहले ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे। इस सीजन में केवल कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है। आंबेडकर अस्पताल में चेस्ट विभाग के एचओडी डॉ. आर.के. पंडा व मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. योगेंद्र मल्होत्रा के अनुसार जेएन-1 वायरस ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है।

रायपुर में नए मरीज नहीं, प्रदेश में 18

राजधानी में गुरुवार को कोरोना को कोई नया मरीज नहीं मिला। वहीं प्रदेश में 18 नए केस मिले हैं। इनमें सुकमा व रायगढ़ में 4-4, बालोद व बस्तर में 3-3, दुर्ग, बेमेतरा, बलौदाबाजार व कांकेर में एक-एक मरीज मिला हैं। कुल 4714 सैंपलों की जांच की गई। संक्रमण दर 0.38 फीसदी रही। होम आइसोलेशन में 17 लोग स्वस्थ हुए।एम्स से गुरुवार को जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आई। इसमें 48 में 25 सैंपलों में जेएन-1 वेरिएंट की पुष्टि हुई है। बाकी ओमिक्रॉन वेरिएंट वाले वायरस है। कोरोना से खतरा तो है, लेकिन डरने के बजाय अलर्ट रहने की जरूरत है। -डॉ. डीके तुर्रे, मीडिया प्रभारी स्वास्थ्य विभाग

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न्यू ईयर-क्रिसमस के जश्न पर भारी पड़ा कोरोना, 2023 के आखिरी महीने में 10,000 मौतें…

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कोरोना वायरस के केस फिर से आने लगे हैं. इस बार एक और नए वैरिएंट के साथ ये वायरस लोगों की अपनी चपेट में ले रहा है. संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को एक रिपोर्ट जारी कर बताया है कि कोरोना से पिछले महीने यानी दिसंबर में 10,000 मौतें हुईं हैं. इस रिपोर्ट पर एजेंसी के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने बढ़ते कोरोना वायरस की वजह छुट्टियों में सोशल गैदरिंग को बताया है. टेड्रोस ने कहा कि दिसंबर में लगभग 10,000 मौतें हुईं, जबकि नए साल के दौरान 50 देशों में अस्पताल में 42% मरीजों की बढ़ोतरी देखी गई है. ज्यादातर मामले यूरोप और अमेरिका से आए हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल ने जिनेवा में संवाददाताओं से कहा कि 10,000 मौतें महामारी के चरम से काफी कम हैं, लेकिन रोकी जा सकने वाली मौतों का यह आकड़ा स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि यह तय है कि और जगहों पर भी मामले बढ़ रहे हैं जहां रिपोर्ट नहीं की जा रही हैं, उन्होंने सरकारों से निगरानी बनाए रखने और इलाज व टीकाकरण की मांग की है.टेड्रोस ने बताया कि JN.1 वैरिएंट अब दुनिया में सबसे तेजी से फैल रहा है. यह एक ओमिक्रॉन वैरिएंट है, इसलिए मौजूदा टीकों से भी इससे बचा जा सकता है. वहीं डब्ल्यूएचओ की टेक्निकल लीड मारिया वान केरखोव ने कोरोनो वायरस के साथ-साथ फ्लू, राइनोवायरस और निमोनिया के कारण दुनिया भर में सांस से संबंधी बीमारियों में इजाफा बताया है.

भारत में अब तक कितनी मौत?

भारत में अब तक, जनवरी 2020 में शुरुआती प्रकोप के बाद से कोरोनोवायरस मामलों की कुल संख्या 4,50,19, 819 तक पहुंच गई है, जबकि कुल मृत्यु का आंकड़ा 5,33,406 हो गया है. वहीं भारत में पिछले 24 घंटों में 605 नए कोविड मामले दर्ज किए गए है और चार लोगों की मौतें हुईं है.

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