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ईसाई आदिवासी महासभा ने पत्थलगांव जिला बनाने को लेकर शहर में निकाली विशाल रैली,सड़कों में उमड़ी भारी भीड़, मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

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पत्थलगांव(दिपेश रोहिला )  :  बीते कई दशकों से पत्थलगांव जिला बनाने की मांग को लेकर हर वर्ग,समुदाय के लोगों द्वारा अपनी अपनी आवाज लगातार बुलंद की जाती रही है। विदित हो कि अविभाजित मध्यप्रदेश के वक्त से ही लोगों द्वारा अभियान,धरना,आंदोलन का रुख अपनाया जा चुका है। मगर आजतलक पत्थलगांव को जिला बनाने की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी ना होना या यूं कहें कि पत्थलगांव को जिला नहीं बन पाने से यहां के विकास में चार चांद नहीं लग पा रहा। पूर्व में भी कई बार पत्थलगांव को जिला बनाओ की मांग को लेकर लोग सड़कों में उतर चुके है। वहीं अब पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग को लेकर सड़कों में भारी संख्या में नारों के साथ आज रविवार को ईसाई आदिवासी महासभा के बैनर तले शहर के सेंट जेवियर्स स्कूल ग्राउंड से विशाल जनसमूह के साथ रैली निकाली गई। जिसमे सैंकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान रैली में लोगों के हाथों में “पत्थलगांव को जिला बनाओ समेत अन्य तख्तियों के माध्यम से सड़कों में नारे गूंज रहे थे। वहीं रैली को लेकर पत्थलगांव पुलिस प्रशासन समेत जिले के अन्य क्षेत्रों से पहुंची पुलिस ने यातायात एवं सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए चप्पे चप्पे पर तैनात रही।

ज्ञात हो कि राजनीतिक दलों की ओर से पत्थलगांव जिला बनाने को लेकर अब तक कोई खास पहल नहीं हो पाई है। विगत कई वर्षों से लोग पत्थलगांव को जिला बनाने को लेकर अपनी आवाज बुलंद करते रहे हैं। मगर चुनाव सामने आते ही जिला बनाने के नाम पर पत्थलगांव को ठगा जाता रहा है। दरअसल पत्थलगांव के जिला बनने से यहां विकास की गति तेज होगी जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा,स्वास्थ्य सहित अन्य मूलभूत सुविधा से लोगों को वंचित नहीं होना पड़ेगा। पत्थलगांव जिला बनाए जाने पर यह व्यावसायिक व आर्थिक दृष्टि से विकसित जिला बन सकता है।

इस दौरान ईसाई आदिवासी महासभा प्रदेश विधिक सलाहकार स्मृति खलखो ने कहा है कि आए दिनों लोग अपने सरकारी कार्यों संबंधित दस्तावेजों के काम से पत्थलगांव से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिला मुख्यालय जशपुर में जाकर अपने कार्यों को पूर्ण कराते हैं वहीं पत्थलगांव से करीब 100 किलोमीटर दूर रायगढ़ एवं 100 किलोमीटर की दूरी पर अंबिकापुर जिला है। जिससे विषम परिस्थितियों में भी समय और रुपयों के खर्च होने से लोगों को मानसिक और शारीरिक परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने कहा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के बावजूद पत्थलगांव वासी चीख चीख कर कह रहे है कि जिले की सौगात कब मिलेगी। उनका कहना है कि बीते कई दशकों से क्षेत्रवासी अब अपनी मांग पूर्ण नहीं होने पर स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार ने इन बातों पर अमल नहीं किया वहीं अब 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक पत्थलगांव को जिला बनाने को लेकर कोई विशेष पहल नहीं होना क्षेत्रवासियों के लिए एक बड़ी विडंबना है।उन्होंने कहा है कि जो पत्थलगांव का विकास करेगा और पत्थलगांव को जिला बनाएगा वही विधायक राज करेगा। पूर्व में भी सरकारी माध्यम से कई बार पत्थलगांव को जिला बनाए जाने के संकेत दिए जाते रहे हैं। वहीं अब तक पत्थलगांव को जिला नहीं बनाए जाने से लोग उपेक्षित महसूस कर रहे है।

इस दौरान ईसाई आदिवासी महासभा पत्थलगांव ब्लॉक अध्यक्ष सुरेंद्र तिर्की समेत अन्य पदाधिकारीयों ने एसडीएम व तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा है। दिए गए ज्ञापन में उल्लेख है कि उदयपुर क्षेत्र के जनता की मांग लम्बे समय से पत्थलगांव को जिला बनाने की रही है, जो आज पर्यन्त तक अपूर्ण है। पत्थलगांव को जिला बनाने की मांग का प्रमुख कारण यह है कि, पत्थलगांव क्षेत्र का मुख्यालय से जशपुर अम्बिकापुर और रायगढ़ लगभग सौ किलोमीटर की दूरी है । और साथ ही बदहाल सड़कों की स्थिति के कारण क्षेत्र की जनता को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पत्थलगांव क्षेत्र से हमारा तात्पर्य पुराना उदयपुर क्षेत्र से है। पुराना उदयपुर को मिलाकर जिला बनाया जाए। जिसमें निम्न विकासखण्ड शामिल होना है। पत्थलगाँव कांसबेल, बागबहार लैलूंगा, धरमजयगढ़ और सीतापुर आदि। वहीं ज्ञापन के माध्यम से ईसाई आदिवासी महासभा ने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि मुख्यमंत्री महोदय से सादर निवेदन है कि, पत्थलगांव को जिला बनाने की बहुप्रतीक्षित जनता की मांग को तत्काल पूरा करने की कृपा करें।

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बीजेपी गैर विधायक को भी मुख्यमंत्री बना सकती है

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दिल्ली :  बीजेपी सीएम फेस के नाम का ऐलान कर सबकों चौंका सकती है. खबर है कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश तीनों राज्यों में ग़ैर विधायक भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.

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बारिश के कारण जिले में एक किसान का घर ढह गया

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जशपुर :  चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर छत्तीसगढ़ में भी देखा जा रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण जशपुर जिले में एक किसान का घर ढह गया. हादसे में घर में सो रहे 4 सदस्य मलबे में दब गए, जिससे वे घायल हो गए हैं. घटना आज भोर में बगीचा विकासखंड के बुरजूडीह गांव में हुई.

दुर्घटना की सूचना मिलते ही गांव के पूर्व सरपंच बुधेश्वर पैकरा मौके पर पहुंचे. फिर ग्रामीणों की मदद से तत्काल बचाव कार्य शुरू किया और मलबे में दबे सभी सदस्यों को बाहर निकाला गया. इसके बाद घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.

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विजय बघेल ने पूर्व सीएम के खिलाफ की शिकायत, लगाया ये गंभीर आरोप

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रायपुर :  छत्तीसगढ़ में पाटन विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार विजय बघेल ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ दोबारा शिकायत की है. उन्होंने चुनाव आयोग मांग की है कि आचार संहिता उल्लंघन के मामले में दुबारा जांच की जाए और दोषी पाए जानें पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ तत्काल कार्रवाई कर उनकी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया जाए।

बता दें कि विजय बघेल ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर पूर्व में सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन विधासभा में आचार संहिता के उल्लंघन करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने मामले की जांच के बाद कहा था कि भूपेश बघेल द्वारा किसी भी तरह से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है. जांच से संतुष्ट नहीं होने पर विजय बघेल दिल्ली हाईकोर्ट में इसकी शिकायत की, जिसके बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्हें सबूत के साथ एक बार फिर शिकायत दर्ज करने के निर्देश दिए थे. इसी सिलसिले में विजय बघेल आज दोबारा लिखित में शिकायत दर्ज कराने रायपुर स्थित मुख्य निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे।

मंगलवार को निर्वाचन अधिकारी को सौंपे गए शिकायत पत्र में विजय बघेल ने बताया कि ”आवेदन के साथ वीडियो और दो फोटो संलग्न है जिसमें 16 नवंबर को कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सीएम भूपेश बघेल के रोड शो की रिकॉर्डिंग है. जिसमें देखा जा सकता है कि लाउडस्पीकर सह वादयंत्र के साथ कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी का चिन्ह लगा टी-शर्ट पहने दिखाई दे रहे है. इस संबंध में दुर्ग के अधिकारी द्वारा जांच नहीं की गई है. उक्त वीडियो के संबंध में विशेष अधिकारी की टीम से जांच करवाना चाहिये. दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश का अवलोकन कर दुर्ग जिला प्रशासन के अधिकारियों की बजाय आपके कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी से वीडियो जांच कर वीडियो में दिख रहे व्यक्तियों के संबंध में आदेश देने और अपराध दर्ज करवाने का कष्ट करें।

गौरतलब है कि इससे पहले विजय बघेल ने चुनाव आयोग को सौंपे गए शिकायत पत्र में कहा था कि 15 नवंबर 2023 को चुनाव प्रचार सभा, रैली इत्यादि के आयोजन पर रोक लग गई थी. लेकिन इस प्रावधान का उल्लंघन करते हुए 16 नवंबर को एक रैली और रोड शो का आयोजन किया गया था. इस रैली की फोटो और वीडियो उपलब्ध हैं. इस फोटो और वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि भूपेश बघेल के द्वारा रैली का आयोजन किया जा रहा है. इसमें शासकीय कर्मचारी और पुलिस अधकारी भी इसमें शामिल हैं. कांग्रेस कार्यकर्ता भूपेश बघेल के पक्ष में नारा लगा रहे हैं।

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