Connect with us

खबरे छत्तीसगढ़

जन समस्या निवारण शिविर में पहुंचे आदिवासी फरियादियो पर भड़के जिला पंचायत सीईओ 

Published

on

SHARE THIS

आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा जिला पंचायत सीईओ की ऊपर शिकायत करने की चल रही तैयारी

 

अनिता गर्ग अमन पथ,रायगढ़/ कूड़ेकेला :  आज रायगढ़ जिला विकासखंड धरमजयगढ़ ग्राम पंचायत कुडेकेला में जिला स्तरीय जन समस्या शिविर का आयोजन किया गया जिसमें दूरदराज के ग्रामीण पहुंच अपनी अपनी समस्याओं और मांगों को लेकर आवेदन लेकर पहुंचे थे। पर यहां तो और ही कुछ नजारा देखने को मिला ग्रामीण दूर दराज से बड़ी उम्मीद से आवेदन लेकर सुबह से ही पहुंच गए थे। कुछ जो काफी परेशान थे वह सीधे ही जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र यादव के पास आवेदन लेकर मिलने पहुंचे पर वहां साहब का मिजाज तो देखने के लायक था । सभी आवेदकों के प्रति उनका रवैया रुखा सुखा देखा गया। जनपद पंचायत खरसिया अंतर्गत बरगढ़ खोला वनाचल आदिवासी क्षेत्र के लोग व प्रतिनिधि उनके क्षेत्र में खोले जाने वाला कॉल ब्लॉक जो बालकों के वेदांता कंपनी को आवंटित कर दी गई है। इसके खिलाफ में आक्रोशित ग्रामीण यहां वहां भटकते घूम रहे हैं ।

पूर्व में खरसिया तहसील ऑफिस का भी इनके द्वारा घेराव किया गया था। उनकी किसी भी प्रकार सुनवाई नहीं होने पर जब इन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि ग्राम पंचायत कुड़ेकेला में जिला स्तरीय जन निवारण शिविर आयोजित हो रहा है ।

तो ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि कलेक्टर कार्तिकेय गोयल कि यहां उपस्थित में उनसे मिल आवेदन दे उनसे निवेदन करने की मंशा में यहां सैकड़ो की तादाद में पहुंचे थे पर यहां मजबूर , आदिवासी गरीबों के साथ जिला पंचायत सीईओ के द्वारा यह कहकर फटकार लगाई कि यह शिविर धर्मजयगढ़ वालों के लिए है खरसिया विधानसभा वालों के लिए नहीं और उन्हें तिरस्कृत कर खरी खोटी सुनाई । जिस पर ग्रामीण काफी आक्रोश हुए पर विधायक लालजीत सिंह राठिया के कहने पर माहौल शांत हुआ।

इस घटना से उपेक्षित जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण जिला पंचायत सीईओ की ऊपर शिकायत करने की बात कह रहे थे। एक तो पहले से ही वे दुखी थे और बहुत उम्मीद लेकर कलेक्टर कार्तिके गोयल से मिलने गए थे । क्योंकि उनके गांव से रायगढ़ 60 से 70 किलोमीटर की दूरी पर है। और जहां आज शिविर लगा था वहां 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर है। नजदीक में मुलाकात हो जाएगी ऐसा सोच करके यह ग्रामीण यहां उपस्थित हुए थे।

 

SHARE THIS

खबरे छत्तीसगढ़

नेशनल हाईवे 130 पर भीषण सड़क हादसा,ड्राइवर की हालत गंभीर

Published

on

SHARE THIS

कोरबा  : आधी रात नेशनल हाईवे 130 पर भीषण सड़क हादसा हो गया. तेज रफ़्तार ट्रेलर ने पहले कार को ठोकर मारी, फिर स्वराज माजदा को भी ठोक दिया. हादसे के बाद ट्रेलर का ड्राइवर गाड़ी से कूदकर भाग गया. इसी वक्त एक और तेज रफ़्तार आ रहा ट्रेलर सीधे खड़े ट्रेलर में जा घुसा. इस घटना में ट्रेलर ड्राइवर गाड़ी के केबिन में घायल होकर फंस गया. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. ट्रेलर के केबिन में फंसे ड्राइवर को 2 घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया.

उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस हादसे के बाद लगभग 3 घंटे कटघोर से अंबिकापुर मार्ग में जाम लगा रहा. डायल 112, कटघोरा और बांगों पुलिस ने सभी वाहनों को हटाकर जाम को बहाल कराया. हादसे में कार कटघोरा के वार्ड 3 के पार्षद की बताई जा रही है. हादसे में कार व स्वराज माजदा के ड्राइवर को हल्की चोटे आई है. हादसे में कार का आधा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है.

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे छत्तीसगढ़

केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने खेत में चलाया बेलर मशीन

Published

on

SHARE THIS

रायपुर  : केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने खेत में बेलर मशीन चलाया और पराली प्रबंधन का सही उपाय बताया। बता दें कि केंद्रीय मंत्री साहू पंजाब दौरे पर है।
पराली जलाने से कई पर्यावरणीय जोखिम जुड़े हैं। इसलिए वैकल्पिक पराली प्रबंधन रणनीतियों को अपनाना सभी संबंधित लोगों के सर्वोत्तम हित में है। कई वर्षों तक पराली जलाने से मिट्टी की गुणवत्ता कम हो सकती है और भूमि कटाव के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकती है। लगातार पराली जलाना एक टिकाऊ कृषि पद्धति नहीं है। पराली जलाने से निकलने वाला धुआं वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को भी बढ़ाता है, जो ग्रीनहाउस गैस निर्माण को प्रभावित कर सकता है। शायद एक मानसिकता जिसे बदलने की ज़रूरत है, वह यह विचार है कि फसल अवशेष एक कटाई से संबंधित समस्या है।

हालाँकि यह मामला आम तौर पर ऐसा ही होता है, लेकिन पुआल के प्रबंधन के बारे में सोचना शुरू करने का समय ज़रूरी नहीं कि कटाई के समय ही हो। कुछ ऐसे फ़ैसले हैं जो उत्पादक बीज बोने और फसल की वृद्धि के दौरान ले सकते हैं, जिसका असर फसल कटाई के समय पुआल की मात्रा पर पड़ेगा। अधिक खाद न डालें – अनाज की फसलों की उपज नाइट्रोजन उर्वरक के प्रति एक सीमा तक प्रतिक्रिया करती है, फिर स्थिर हो जाती है। हालांकि, नाइट्रोजन उर्वरक की दर से भूसे का उत्पादन बढ़ता रहता है, जिसके ऊपर अनाज की उपज को कोई लाभ नहीं होता है।

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे छत्तीसगढ़

जैन दादाबाड़ी में आयोजित दीक्षा महोत्सव में सम्मिलित हुए राज्यपाल

Published

on

SHARE THIS

रायपुर, 21 नवम्बर 2024 : राज्यपाल  रमेन डेका गत दिवस रायपुर के जैन दादाबाड़ी में आयोजित पंच दिवसीय दीक्षा महोत्सव में विशेष रूप से सम्मिलित हुए। इस अवसर पर राज्यपाल ने वहां स्थित मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की और उपस्थित तपस्वी जैन मुनियों से प्रदेश की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने 12 कठिन व्रतों के साथ आत्मशुद्धि की क्रिया को मुमुक्षुओं द्वारा मानवता के लिए की जा रही कठोर तपस्या बताते हुए उनके त्याग और समर्पण को नमन किया। महोत्सव में रायपुर (उत्तर) विधायक पुरंदर मिश्रा सहित बड़ी संख्या में जैन समुदाय के लोग उपस्थित रहे।

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे अब तक

WEBSITE PROPRIETOR AND EDITOR DETAILS

Editor/ Director :- Rashid Jafri
Web News Portal: Amanpath News
Website : www.amanpath.in

Company : Amanpath News
Publication Place: Dainik amanpath m.g.k.k rod jaystbh chowk Raipur Chhattisgarh 492001
Email:- amanpathasar@gmail.com
Mob: +91 7587475741

Trending