खबरे छत्तीसगढ़
गरियाबंद में धूमधाम से हुई गोवर्धन पूजा:श्रद्धालुओं ने गाय के गोबर से बनाई भगवान गोवर्धन की आकृति,पारंपरिक वेशभूषा में ग्वालों ने किया नृत्य
राधेश्याम सोनवानी गरियाबंद :गरियाबंद मंदिरों एवं घर-घर गोवर्धन पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। महिलाओं ने गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज की आकृति बनाकर पूजा-अर्चना की और मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना की।
आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को गोवर्धन पूजन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। गोवंश को रंगों और मोर पंख से श्रृंगारित कर पूजन किया गया। महिलाओं ने अपने घरों के बाहर गाय के गोबर से भगवान गोवर्धन के चित्र बनाए
ब्रजवासियों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी दिव्य शक्ति से विशाल गोवर्धन पर्वत को छोटी अंगुली में उठाकर हजारों जीव-जतुंओं और इंसानी जिंदगियों को भगवान इंद्र के कोप से बचाया था.- छगन यादव
समाज सेवी छगन यादव ने कहा कि गोवर्धन की पूजा इसलिए की जाती है
देवराज इंद्र का घमंड तोड़ने के लिए श्रीकृष्ण ने इंद्र की पूजा करने की बजाय गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया। जब इंद्र को इस बात का पता चला तो उन्होंने पूरे गोकुल गांव को नष्ट करने व कृष्ण को अपनी शक्तियों का परिचय देने के लिए भारी बारिश करा दी। गांव में हाहाकार मच गया था तब इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन अपनी ऊँगली अपने भक्तों की रक्षा करने के लिए उठाया था, भगवान इंद्रदेव ने भारी वर्षा की, लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों की गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर भक्तों को बचाया, आज बहुत ही शुभ दिन है और भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाया था, यह पर्व दीपावली के अगले दिन मनाया जाता है। 56 भोग से हम लोग पूजा करते हैं। भगवान पूरे ब्रह्मांड पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें।
पारंपरिक परिधानों में सज-धजकर छोटे-छोटे समूह में पूरे विधि-विधान के साथ महिलाओं ने गोवर्धन की सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना कर परिवार में खुशहाली की कामनाएं कीं। इस दौरान लोगों ने सामूहिक रूप से गोवर्धन की परिक्रमा की।
दादा दादी के किस्सो से सुनते आए है और आज तक ये परंपरा चलती आ रही है – प्रहलाद यादव
प्रहलाद यादव (गुंचु) ने बताया कि यह पूजन द्वापर युग की घटना से जुड़ा है। जब बृजवासी कृष्ण की पूजा करते थे, तो इंद्र ने कोप किया कि ये बृजवासी कृष्ण की पूजा क्यों करते हैं, मेरी क्यों नहीं करते। जिसके बाद इंद्र ने पूरे बृज में तूफान और बरसात कर दी। जिससे पूरे बृज में पानी ही पानी हो गया और बृजवासी और ब्रजवासियों का पशुधन डूबने लगा
तब ब्रजवासी कृष्ण के पास गए तो कृष्ण ने सभी को गोवर्धन पर्वत के पास ले जाकर अपनी तर्जनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाया और उसके नीचे सभी ब्रजवासियों को ले जाकर बचाया। जिसके बाद से ही सभी बृजवासी गोवर्धन पर्वत की पूजा करने लगे और उसके बाद सभी लोग प्रतीक के रूप में गोबर का गोवर्धन बनाकर उसकी विधि-विधान से पूजा करते हैं।
शनिवार को गरियाबंद के मंदिरों एवं घर-घर में गाय के गोबर से भगवान गोवर्धन की आकृति बनाकर गोवर्धन पूजा का आयोजन विधि-विधान पूर्वक किया गया। दीपावली के बाद अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है, लेकिन इस बार दीपावली के अगले दिन अमावस होने के चलते गोवर्धन पूजा नहीं हो सकी और आज शनिवार को गोवर्धन पूजा का आयोजन हुआ है। लोग इसे अन्नकूट के नाम से भी जानते हैं। इस त्योहार का भारतीय लोक जीवन में बहुत महत्व है, इस पर्व में प्रकृति के साथ मानव का सीधा संबंध दिखाई देता है। इस पर्व की अपनी मान्यता और लोककथा है। गोवर्धन पूजा में गौधन अर्थात गायों की पूजा की जाती है।
खबरे छत्तीसगढ़
महतारी वंदन योजना से दीपावली की खुशियां हुई दोगुनी
- दीपावली से पूर्व महतारी वंदन योजना की राशि मिलने से महिलाओं ने दीपावली पर की खुशियों की खरीदी
- महिलाओं ने अपने विष्णु भैय्या का जताया आभार
रायपुर, 07 नवम्बर 2024 : हमारे देश के सबसे प्रमुख त्यौहार दीपावली को हर्षोल्लास के साथ सभी मनाते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में इस बार दीपावली का त्यौहार महिलाओं के लिए दोगुनी खुशियाॅ लेकर आया है। यह खुशियाॅ उन्हें महतारी वंदन योजना की 9वीं किस्त की राशि से मिली है, जिसे दीपावली से पूर्व ही मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दीपावली की खुशियों के रूप में छत्तीसगढ़ की महिलाओं के खाते में अंतरित कर दिया था।
महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की लगभग 70 लाख माताओं एवं बहनों के बैंक खातों में प्रतिमाह एक-एक हजार रूपये का अंतरण किया जाता है, जिसमें बालोद जिले की 02 लाख 52 हजार से अधिक महिलाएं भी प्रतिमाह लाभान्वित हो रही हैं। दीपावली त्यौहार के अवसर पर बालोद जिले की महिलाओं ने अपने बैंक खातों में एक-एक हजार रूपए राशि अंतरित होने पर खुशी जाहिर करते हुए अपने विष्णु भैय्या के प्रति आभार व्यक्त किया है। बालोद जिले के ग्राम सिवनी की श्रीमती देवकी बाई ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हे प्रतिमाह महतारी वंदन योजना के तहत एक हजार रूपए उनके खाते में मिल रहा है, जिसे वह अपने बैंक में जमा कर रही है। अभी दिपावली के अवसर पर इससे वह अपने घर में सभी के लिए कपड़े और जरूरी सामान खरीदी है, जिससे उन्होंने दिपावली का त्यौहार काफी खुशी से मनाया है। उसने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय उनके बड़े भाई की तरह उनका ख्याल रख रहे हैं, और इस माह दीपावली त्यौहार के पूर्व राशि अंतरित कर उन्होंने अपनी बहनों की खुशियों को दोगुना किया है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त किया है।
श्रीमती ईश्वरी सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दीपावली त्यौहार के पूर्व हमें महतारी वंदन योजना की राशि उपलब्ध कराया है, इससे उन्होंने अपने लिए साड़ी ली है। इसी प्रकार श्रीमती सरिता और श्रीमती बसंती निषाद ने महतारी वंदन योजना के तहत नौंवी किश्त की राशि आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी हमारे बडे़ भैय्या की तरह हमारा ख्याल रख रहे है। हमें प्रतिमाह एक हजार की राशि सीधे हमारे बैंक खाते में प्रदान कर रहे है। हमारे लिए अब हर माह की शुरूआत किसी त्यौहार से कम नही होती और मोबाइल में महतारी वंदन योजना की राशि आने का मैसेज देखते ही खुशियों से हमारा आत्मविश्वास जाग जाता है। इस माह दीपावली से पूर्व ही राशि आने से हमारी दीपावली की खुशियाॅ दोगुनी हुई है, हमने इस माह की राशि का उपयोग दीपावली की खरीदी में किया है।बालोद जिले की इन महिलाओं ने महतारी वंदन योजना को सराहते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया है।
खबरे छत्तीसगढ़
महतारी वंदन योजना के फॉर्म फिर से भरे जाएंगे, जिन महिलाओं ने नहीं किया आवेदन उन्हें मौका देगी सरकार
रायपुर: प्रदेश के सबसे चर्चित और राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना महतारी वंदन को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। यह अपडेट इस योजना के लिए फिर से किये जाने वाले आवेदन से जुड़ा है। विभाग की मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने खुद ही इस बारें में मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी है। एक निजी चैनल से हुई बातचीत में लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि योजना की शुरुआत से पहले बड़े पैमाने पर महतारी वंदन योजना के लिए आवेदन भरे गये थे। एक आंकड़े के अनुसार प्रदेश की 70 लाख महिलाओं ने इस योजना के लिए आवेदन किया था। जहां तक फिर से आवेदन का सवाल है तो इसके लिए जल्द ही पोर्टल खोला जाएगा और फिर से आवेदन लिया जाएगा।
गौरतलब हैं कि, पहले चरण के आवेदन में भी बड़ी संख्या में महिलाओं के नाम छूट गए थे। उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसे में उन्हें इंतज़ार हैं कि दूसरे चरण के आवेदन में इसका फायदा जरूर मिलेगा। क्या है महतारी वंदन योजना? बता दें कि महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की महिलाओं को हर महीना राज्य सरकारी की ओर से पैसा दिया जाता है। हर महीने 1000-1000 रुपए पात्र महिलाओं के खाते में डीबीटी के माध्यम से डाले जाते हैं। इस तरह सालाना 12 हज़ार रुपए दिए जाते हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश की 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को इसका लाभ मिल रहा हैं। इस योजना पर हर महीने सरकार की तरह से 700 करोड़ रुपये खर्च किये जाते है। योजना की शुरुआत इसी साल के मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा वर्चुअली किया गया था।
खबरे छत्तीसगढ़
महादेव मंदिर में तोड़फोड़, उपद्रवी पुलिस हिरासत में
दुर्ग : भिलाई के जामुल नागर पालिका क्षेत्र अंतर्गत वार्ड एक में शिवलिंग और उनके त्रिशूल को तोड़ने का प्रयास करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा।
जामुल थाना प्रभारी कपिल देव पाण्डेय ने बताया मामला जामुल एसीसी चौक वार्ड एक का है। यहां एक बटकेश्वर महादेव का मंदिर है। एक चबूतरे में शिवलिंग की स्थापना की गई है। उसी में नंदी और शिव का त्रिशूल लगा हुआ है। मोहल्ले का रहने वाला मुर्तजा अली नाम के युवक ने शिवलिंग और त्रिशूल को तोड़ने का प्रयास किया है।
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वो बीते बुधवार रात अपने घर से एसीसी चौक की तरफ आ रहा था। उसने देखा कि मुर्तजा भगवान शंकर के चबूतरे में चढ़ा हुआ है। वो पत्थर से शिवलिंग को तोड़ने का प्रयास कर रहा था। जैसे ही उसने लोगों को देका तो वो वहां से भाग गया।
जब लोगों ने उससे पूछा तो वो काफी नशे में था। छग बजरंग दल के सदस्यों और जामुल के निवासियों ने जामुल थाने जाकर मामले की शिकायत की। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर थाने लाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
- खबरे छत्तीसगढ़2 days ago
एनएमडीसी के एसपी थ्री में एलएंडटी कल्पतरु कंपनी द्वार दूसरे प्रदेश से हजारों मजदूरों को लाकर करवाया जा रहा हैं काम
- खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
रायपुर लौट रहे मंत्री का काफिला हादसे का शिकार
- खबरे छत्तीसगढ़2 days ago
महापौर चुनाव के नियमों में बदलाव को लेकर अधिसूचना जारी
- खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
राज मंडाई का आयोजन अं चौकी दंतेशवरी मंदिर मे
- खबरे छत्तीसगढ़6 days ago
युवक के मौत से दीपावली की खुशी- मातम में बदली
- खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
अलर्ट ब्यूरो सर्विस सुरक्षा गार्ड के पास टॉर्च जूते डंडे नहीं रात्रि कालीन के समय ड्यूटी करने में होती है कठिनाई
- देश-विदेश3 days ago
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जबरदस्त हंगामा, PDP ने धारा 370 की वापसी पर प्रस्ताव मंजूर करने की मांग की
- आस्था3 days ago
छठ पूजा में सूप का क्यों किया जाता है इस्तेमाल, कैसे शुरू हुई इसकी परंपरा?