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सेहत

अगर आपकी स्किन ड्राई है तो इस तरह से तैयार करें फूलों से Natural Face Pack…

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गर्मियों में धूप और पसीने के कारण स्किन काफी टैन और चिपचिपी हो जाती है। ऐसे में इससे बचने के लिए दिन में कई बार चेहरे को धोने की जरूरत पड़ती हैं, लेकिन इसके बावजूद स्किन पर कोई खास असर नहीं होता हैं। खूबसूरत चेहरे की चाह रखने वाले अपने चेहरे पर कई प्रकार के फेसपैक और ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं । जी हां, बगीचे की सुंदरता को बढ़ाने वाले फूल आपके चेहरे का आकर्षण भी बढ़ा सकते हैं। फूलों में न केवल सुगंध ही होती है, बल्कि इनमें विटामिन और एंटी-ऑक्सी डेंट्स भी पाए होते हैं जो प्राकृतिक तौर पर हमारी त्वचा को निखारते है।आज हम आपको फूलों से बने फेस पैक के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल आप घर पर ही कर सकते हैं। आइये जानते हैं इन फेस पैक के बारे में।

गेंदे का फूल

गेंदे के फूल से बना फेस पैक चेहरे से दाग-धब्बे हटाने का भी काम करता है। अगर आपकी स्किन ड्राई है तो आपको फेस पैक बनाने के लिए गेंदे का फूल, शहद, मलाई और हल्दी चाहिए। पैक बनाने के लिए इन सभी चीजों को अच्छे से मिक्स करें। इस पैक की कंसिस्टेंसी गाढ़ी रखें। पैक तैयार होने के बाद चेहरे को अच्छे से धोएं और फिर इस पैक को अप्लाई करें। कुछ देर के लिए लगा रहने दें और फिर सर्कुलर मोशन में रब करते हुए चेहरे को क्लीन करें। वहीं कील-मुहांसों से निपटने के लिए गेंदे के फूल और दही को मिलाकर एक पैक तैयार करें। इसके लिए गेंदे के फूल की पंखुड़ियों को अच्छे से पीस लें और फिर इसमें दही मिला लें। इस पैक को कुछ देर के लिए चेहरे पर लगाएं। जब ये सूख जाए तो इसे गीला करें और फिर मसाज करते हुए चेहरे को साफ करें।

गुलाब के फूल

गुलाब के फूल का फेसपैक आपको गुलाब की तरह सुंदर बना देगा। रोज रात को गुलाब जल तो चेहरे पर लगा कर सोना ही चाहिए। उसके अलावा गुलाब के फूल से बना ये फेसपैक भी इस्तेमाल करना चाहिए। गुलाब का फेसपैक बनाने के लिए 2-3 गुलाब की पंखुड़ियों को रात में दूध में डालकर भिगोने के लिए रख दें। फिर इसमें सुबह एक चुटकी नमक डालकर पीस लें। जब पेस्ट तैयार हो जाए तो उसे चेहरे पर लगाएं। आधे घंटे बाद चेहरे को धो लें। हफ्ते में 2-3 बार इस फेसपैक का इस्तेमाल करें। इससे चेहरा निखरने लगेगा।

गुड़हल के फूल

स्किन पर उम्र का प्रभाव हावी न हो और झुर्रियां दूर रहें इसके लिए आप गुड़हल के फूलों से फेस मास्क तैयार कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए गुड़हल के फूल की पंखुड़ियों को उबाल लें। फिर इन्हें महीन पीस कर इनका पेस्टल तैयार कर लें। इसके बाद इसमें कुछ बूंदें शहद की मिला लें और फिर इस पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन पर लगा कर कुछ देर के लिए इसे ऐसे ही रहने दें। जब यह पेस्ट सूख जाए तो अपने चेहरे को सादे पानी से धो लें। यह फेस मास्के आपके चेहरे में ताजगी और निखार लाएगा।

चमेली के फूल

सन डैमेज से स्किन को बचाने में यह फेसपैक बहुत कारगर है। चेहरे पर होने वाले छोटे छोटे पिंपल्स को भी ये ठीक करता है। साथ ही इसमें मिलाया गया शहद त्वचा को सुपर सॉफ्ट बनाता है। चमेली न केवल आपके चेहरे को हाइड्रेट रखता है बल्कि आपकी स्किन इलास्टिसिटी बढ़ाने में भी काफी कारगर माना जाता है। चमेली के फूलों का फेसपैक बनाने के लिए चमेली के फूलों को सबसे पहले पानी में उबालें। अब इस पानी को छानकर चमेली के फूलों को अलग करें। चमेली के इन फूलों को अच्छी तरह से मिक्सर में पीसकर इसमें शहद मिलाएं। आपका चमेली के फूलों का फेसपैक तैयार है। इस फेसपैक को अपने चेहरे पर आधे घंटे के लिए लगाकर छोड़ दे। पानी से मुंह धोए और अपनी पसंद का कोई भी मॉइश्चराइजर लगा लें।

कमल के फूल

चेहरे पर झुर्रियां कम करने के लिए खासकर इस फेस पैक को बनाकर लगाएं। इसे बनाने के लिए सबसे पहले कमल के फूलों से पत्तियां अलग कर लें। इन्हें कूटें और थोड़ा पानी, एक चम्मच दूध और एक चम्मच ही मसूर की दाल का पाउडर डाल लें। इस मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएं और चेहरे पर 15 मिनट लगाए रखने के बाद धो लें। चेहरे की कसावट बढ़ती है।

सूरजमुखी के फूल

सूरजमुखी का नेचुरल फेस पैक धूप से डैमेज हुई आपकी स्किन को हेल्दी बनाएगा। इस फूल का फेसपैक बनाने के लिए सूरजमुखी की पीली पंखुडियां निकाल लें और इसे एक बाउल में डालें।अब इसमें आधे नींबू का रस और एक चम्मच चीनी मिक्स करें। इसे अपने चेहरे पर लगाएं और स्क्रब की तरह इस्तेमाल करें। इससे डेड सेल्स हटते हैं और चेहरे पर ग्लो आता है।

 

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देश-विदेश

CID फेम दिनेश फड़नीश का मल्टिपल ऑर्गन फेलियर से हुई मौत, जानें कितनी खतरनाक है यह बीमारी?

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टीवी के हिट शो CID में फ्रेडरिक्स की भूमिका निभाकर फेमस होने वाले एक्टर दिनेश फडनीस का कल रात चार दिसंबर रात करीब 12 बजे निधन हो गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिनेश की हालत गंभीर थी और वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। वह मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की समस्या से जूझ रहे थे। मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की वजह से इन दिनों बहुत लोगों की जानें जा रही हैं। कितना खतरनाक होता मल्टीपल ऑर्गन फेलियर? क्या है इसके लक्षण और बचाव के उपाय चलिए इस लेख के ज़रिए हम आपको बताते हैं।

क्या होता है मल्टीपल ऑर्गन फेलियर?

जब आपके शरीर के दो या उससे ज्यादा अंग एक साथ काम करना बंद कर देते हैं, तब ऐसी अवस्था को मल्टीपल ऑर्गन फेलियर कहा जाता है। ऐसी अवस्था में मरीज को तुरंत हॉस्पिटल लेकर जाना चाहिए। मेडिकल की भाषा में मल्टीपल ऑर्गन फेलियर को मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम कहते हैं।

कितने कारणों से होता है मल्टीपल ऑर्गन फेलियर?

मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की एक नहीं बल्कि कई वजहें हो सकती हैं। इस समस्या में शरीर के कई अंगों को एक साथ नुकसान होता है। यह बीमारी आपके बॉडी के कई अंगों को एक साथ प्रभवित कर सकता है। इस समस्या में दिल, किडनी, लीवर, फेफड़े और नर्वस सिस्टम पर सबसे ज़्यादा असर पड़ता है।

ये हैं मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के लक्षण

  • ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं होता
  • शरीर में ब्लड क्लॉट बनना
  • शरीर ठंड महसूस होना।
  • मांसपेशियों में दर्द शुरू हो जाना।
  • दिनभर पेशाब न आना।
  • सांस लेने में ज्यादा परेशानी होना।
  • त्वचा पीला पड़ना

मल्टीपल ऑर्गन फेलियर का इलाज

अपनी सेहत को लेकर अलर्ट रहें। अगर आपको सांस से जुड़ी परेशानी हो रही है या फिर ब्लड क्लॉटेज़ दिख रहा है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। अगर समय रहते इसके लक्षण पहचान कर जांच करा लिया जाए तो इस बीमारी से अपना बचाव किया जा सकता है।

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सेहत

शरीर में दिखें ये लक्षण तो समझें कमजोर हो गई हैं हड्डियां, ज़रा सी लापरवाही पड़ सकती है भारी

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एक सेहतमंद शरीर के लिए सबसे ज़रूरी है आपकी हड्डियों का मजबूत होना। शरीर हेल्दी तभी होगा जब आप अंदर से मजबूत होंगे। शरीर को मजबूती देने में आपकी हड्डियां अहम भूमिका निभाती हैं। इस मौसम में ज़्यादातर लोगों को हड्डियों में दर्द और तकलीफ होती है। लेकिन अगर यह समस्या आपको हर मौसम में परेशान कर रही है तो ये बेहद चिंताजनक है। बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं लेकिन आजकल के खानपान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से लोगों की हड्डियां कमजोर हो रही हैं। हड्डियों के कमजोर होने पर आपका शरीर कई तरह के संकेत देने लगता है। चलिए आपको बताते हैं हड्डियों के कमजोर होने पर आपकी बॉडी कैसे रियेक्ट करती है और किस तरह के संकेत देती है।

  • पीठ के नीचे वाले हिस्से में दर्द होना: अगर आपके पीठ के नीचले हिस्से में लगातार दर्द होता है, इसे भूलकर भी नजरअंदाज न करें। यह कमजोर हड्डियों का संकेत हो सकता है। शरीर में कैल्शियम, विटामिन-डी और कई पोषक तत्वों की कमी के कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे दर्द की समस्या होती है। पीठ दर्द ऑस्टियोपोरोसिस के सबसे आम लक्षणों में से एक है।
  • फ्रैक्चर होना: अक्सर आपने देखा होगा कि कई लोगों को हल्के चोट लगने पर भी फ्रैक्चर हो जाता है। यह कमजोर हड्डियों का संकेत है, जिससे हड्डियों को नुकसान होता है। ऐसे में कलाई, रीढ़ और कूल्हे का फ्रैक्चर सबसे जल्दी होता है।
  • मसल्स में अक्सर दर्द होना: शरीर में कैल्शियम, पोटैशियम और विटामिन-डी के कारण मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द की समस्या होती है। अगर समय पर इलाज न हो, तो हड्डियां काफी कमजोर हो सकती हैं। हड्डियों की मजबूती के लिए आपको डाइट पर भी ध्यान देना जरूरी है।
  • शरीर झुक जाता है: कई बार कमजोर हड्डियों के कारण रीढ़ की हड्डी  झुक जाती है। अगर आप लगातार गलत पोजिशन में भी बैठते हैं, तो शरीर झुक जाता है।
  • उठने बैठने में समस्या: अगर आपको अक्सर खड़े होने में परेशानी होती है या पैरों में दर्द की समस्या होती है, तो मांसपेशियां कमजोर होने का संकेत हो सकता है।

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सेहत

अचानक शरीर में महसूस हों ये 5 बदलाव, हार्ट अटैक का है खतरा, नजरअंदाज करना होगा जानलेवा

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किसी भी बीमारी के शरीर में पनपने से पहले हमारा शरीर संकेत देने लगता है। हालांकि कई बार हम इन इशारों को नजरअंदाज कर देते हैं। हार्ट से जुड़ी समस्या होने पर भी शरीर कई तरह के संकेत देता है। हार्ट अटैक आने से पहले शरीर में कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं। जिन्हें इग्नोर करना जानलेवा साबित हो सकता है। पिछले कुछ सालों में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हार्ट अटैक के खतरे को दूर करने के लिए सिर्फ डाइट और लाइफस्टाइल में सुधार ही जरूरी नहीं है, आपको हार्ट अटैक के लक्षणों की पहचान करना भी आना चाहिए। आपको हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए। अगर अचानक आपके शरीर में कुछ बदलाव महसूस होने लगे तो इन पर ध्यान जरूर दें। आज हम आपको हार्ट अटैक या हार्ट से जुड़ी बीमारी के शुरूआती लक्षण बता रहे हैं जिन पर आपको ध्यान देना जरूरी है।

हार्ट अटैक आने से पहले शरीर में दिखने वाला लक्षण (Pre Heart Attack Symptoms)

  1. सांस में बदलाव (Change in breathing)- अगर आपको अचानक से अपने सांस लेने के पैटर्न में कुछ बदलाव महसूस हो तो ये चिंताजनक बात हो सकती है। शरीर में हार्ट से जुड़ी समस्या होने पर सांस की दिक्कत हो सकती है। हार्ट अटैक आने से ठीक पहले सांस लेने में परेशानी होने लगती है। सांस फूलने लगती है और कई बार सांसें तेज हो सकती हैं। अगर ऐसा महसूस हो तो डॉक्टर से सलाह लें.
  2. बहुत तेज पसीना आना (Increased sweating)- अगर आपको बैठे-बैठे तेज पसीना आ रहा है तो ये शरीर में कई बीमारियों का संकेत हो सकता है। हार्ट अटैक आने से पहले भी तेज पसीना आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। खासतौर से रात में सोते-सोते पसीना आने लगे तो इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लें। इसे इग्नोर करने की गलती न करें।
  3. बायां हिस्से में कमजोरी (Weakening the left side of body)- अगर आपको अपने शरीर के बाएं हिस्से में कमजोरी महसूस हो। जैसे हाथ में दर्द, कंधे और जबड़े में कमजोरी महसूसहो तो ये खतरनाक हो सकता है। हार्ट जब ठीक से काम नहीं करता तो ऐसी परेशानी हो सकती है। हार्ट की समस्या होने पर कई दिन पहले भी शरीर ऐसे संकेत देने लगता है। इन लक्षण को लेकर डॉक्टर से बात करें।
  4. जल्दी थकान महसूस होना (Get tired easily)- अगर आप बिना किसी फिजिकल एक्टिविटी के भी बहुत थकान महसूस कर रहे हैं तो ये परेशानी वाली बात हो सकती है। हार्ट के मरीज को शरीर में थकान और कमजोरी महसूस होती है। कई बार जरा सा काम करने पर ही सांस फूलने लगती है।
  5. पाचन धीमा हो जाना (Digestion slowing down)- हार्ट से जुड़ी परेशानी होने पर पाचन पर भी असर पड़ता है। अगर आप सही डाइट ले रहे हैं और लाइफस्टाइल भी ठीक है, लेकिन पाचन ठीक नहीं है तो ये परेशानी की बात है। हार्ट संबंधी बीमारी होने पर भी ऐसा हो सकती है। इसलिए लंबे समय तक इस समस्या को नज़रअंदाज न करें।

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