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आदिवासी संस्कृति और इतिहास को जाने नई पीढ़ी : विधायक गोमती साय

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कोरिया 15 नवम्बर 2024 : जनजाति गौरव दिवस के अवसर पर जिला पंचायत, बैकुंठपुर के ऑडिटोरियम में भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पत्थलगांव के विधायक व सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्रीमती साय ने आदिवासी विकास विभाग द्वारा लगाए प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने ’’पंडो हट्स’’ जाकर सेल्फी फ़ोटो ली, तो उन्होंने आदिवासी जनजाति के पारंपरिक आभूषण, खान-पान व दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

आदिवासी संस्कृति, परम्परा व इतिहास को जाने नई पीढ़ी
श्रीमती साय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आदिवासियों के हित और विकास के लिए अनेक योजनाएं शुरू की है। श्री मोदी ने आदिवासियों के गौरवगाथा को सामने लाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के अलावा जनजाति समाज के महानायक थे। उन्होंने कहा कि आदिवासी संस्कृति, परम्परा व इतिहास को जानना नई पीढ़ी के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम सब आदिवासी ही हैं। अंग्रेजों के फूट करो राज करो की नीति की वजह से हम सबको अलग-थलग करने का प्रयास किया। भारतीय संस्कृति की महत्ता पर भी श्रीमती साय ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

कोरिया को स्वस्थ, शिक्षित व समृद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध
विशिष्ट अतिथि बैकुंठपुर विधायक श्री भईया लाल राजवाड़े ने कहा कि बिरसा मुंडा आदिवासी समाज का ही नहीं सम्पूर्ण समाज के महानायक थे और इसी वजह से उन्हें धरती का भगवान का दर्जा मिला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी देश के विकास के लिए नीति बनाते, छत्तीसगढ़ के विकास के लिए श्री विष्णु देव साय काम कर रहे हैं तो विधायक के नाते कोरिया को स्वस्थ, शिक्षित व समृद्ध बनाने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं।

विकास की नई सीढ़ी की ओर ले जाने के लिए सबकी भागीदारी
कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि जिले की 60 प्रतिशत आबादी आदिवासी हैं और वन क्षेत्र हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व घोषित किया, ऐसे में यह अंचल यहाँ पर्यटन की आपार संभावनाएं से भरे हुए हैं। उन्होंने बताया कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत जिले के 154 गांवों को शामिल किया गया है, जिसके तहत आदिवासी बहुल गांवों के युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। ट्राइबल मार्केटिंग सेंटर स्थापित होंगे और होम स्टे के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने जिले को विकास की नई सीढ़ी की ओर ले जाने के लिए सबकी भागीदारी का आव्हान भी किया।

इसके पहले मुख्य अतिथि का स्वागत आदिवासी नृत्य और पारंपरिक गीतों से की गई। श्रीमती साय इसकी सराहना की। जिला पंचायत के सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि आदिवासी समाज की कला, संस्कृति, परम्परा और इतिहास सचमुच बेहद उत्कृष्ट है। जल-जंगल और जमीन की संरक्षण के प्रति जीवटता आदिवासी समाज में देखा जा सकता ळें

प्रतिभा का सम्मान और हितग्राहियों को सामग्री वितरण
इस अवसर पर शहीद परिवार के सदस्य श्रीमती रंजीता एक्का को श्रीफल शाल भेंट किया गया तो कुमारी रिया भगत, कुमारी प्रियंका लकड़ा एवं कुुमारी प्रिति को उत्कृष्ठ परीक्षा परिणाम लाने पर सम्मानित किया गया। इसके अलावा वनाधिकार मान्यता पत्रों का हितग्राहियों को वितरण किया गया तो कृषि विभाग से ग्राम मदनपुर के सम्बल साय, श्री जुकमेन, ग्राम माटीझ्ारिया के धनमान सिंह, ग्राम चिल्का के श्री सकतर सिंह, श्री लाल सिंह, श्री कल्याण सिंह, श्री जयमंगल सिंह, श्री कैलाश सिंह, श्री शिवलाल सिंह एवं श्री शिवलाल मसूर मिनी किट का वितरण किया गया। इसी तरह आदिवासी विकास विभाग द्वारा ग्राम छरछा के श्री जयलाल, कंचन, वैदन्ती, बंसती एवं राकेश को आयुष्मान कार्ड का वितरण किया गया इसी तरह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जनपद पंचायत के अध्यक्ष श्रीमती सौभाग्यवती कुसरो, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती वंदना राजवाड़े, श्रीमती चुन्नी पैकरा, श्रीमती सुनीता कुर्रे व गणमान्य नागरिक श्री कृष्ण बिहारी जायसवाल, जनजाति गौरव समाज के जिला उपाध्यक्ष श्री रामप्रताप सिंह सहित अनेक समाज प्रमुख, जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारियों और बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों की उपस्थिति रही।

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गुरुनानक देव जी ने दिया समतामूलक समाज के निर्माण पर जोर : मुख्यमंत्री साय

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रायपुर, 15 नवम्बर 2024 : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के खालसा स्कूल प्रांगण में गुरुनानक जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाश पर्व में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कीर्तन दरबार में मत्था टेका और सभी छत्तीसगढ़ वासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रकाश पर्व पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि आज इस पवित्र दिन सिख समुदाय के अपने भाइयों-बहनों के बीच आकर मैं बहुत खुशी का अनुभव कर रहा हूँ। गुरु नानक देव जी का जीवन न केवल सिख समुदाय के लिए प्रेरक है अपितु सभी भारतीयों के लिए उनका जीवन प्रेरणादायी है। गुरु नानक जी के वचनों में सामाजिक एकता पर जोर दिया गया है। उन्होंने एक समतामूलक समाज के निर्माण पर जोर दिया। देश की आज़ादी में सिख समाज का बहुत बड़ा योगदान है। सिख समाज का इतिहास बहुत ही गौरवशाली और समृद्ध है। धर्म के प्रति समर्पण और सेवा की भावना सिख समाज की अभिन्न पहचान है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जब हम गुरु गोविंदसिंह जी का जीवन देखते हैं तो हमें पता चलता है कि उनके पुत्र साहेबजादे बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी पर धर्म बदलने का दबाव आया। उन्होंने शहादत कबूल की लेकिन धर्म नहीं बदला। ऐसा इतिहास सिख समाज का रहा है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने साहेबजादों के शहादत दिवस 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया और हर साल हम गर्व के साथ यह दिन मनाते हैं।

इस अवसर पर विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री भूपेंद्र सवन्नी, श्री मनमोहन चावला व गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित थे।

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अदाणी फाउंडेशन ने रायगढ़ जिले के स्कूलों में उत्साहपूर्वक मनाया बाल दिवस

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  • रंगोली, चित्रकला, पोस्टर मेकिंग, फैन्सी ड्रेस, कुर्सी दौड़, सुई में धागा डालना, गुब्बारा संतुलन इत्यादि का हुआ आयोजन
  • 40 से अधिक स्कूलों के 800 से अधिक बच्चे हुए शामिल

अनीता गर्ग अमनपथ ब्यूरों ,रायगढ़, 15 नवंबर, 2024: जिले के तमनार और पुसौर ब्लॉक में अदाणी फाउंडेशन द्वारा गुरुवार को बाल दिवस बड़े ही उत्साहपूर्वक मनाया गया। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में मनाएक जाने वाले बाल दिवस के शुभ अवसर पर आसपास की 40 से अधिक प्राथमिक व मिडिल शालाओं और आंगनवाड़ी केंद्रों में बाल विकास को ध्यान में रखते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इस कार्यक्रम में रंगोली, चित्रकला, पोस्टर मेकिंग, फैन्सी ड्रेस, कुर्सी दौड़, सुई में धागा डालना, गुब्बारा संतुलन, कविता पाठ प्रतियोगिताओं के साथ ही कई रोचक खेलों को शामिल किया गया। अदाणी फाउंडेशन द्वारा जहाँ एक ओर तमनार के मिलूपारा बंजारी मंदिर के समीप नर्सरी में आयोजित कार्यक्रम में फाउंडेशन द्वारा संचालित निःशुल्क जवाहर नवोदय कोचिंग सेंटर और चार शालाओं में अध्ययनरत कुल 65 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।

वहीं, अदाणी फाउंडेशन की उत्थान परियोजना के तहत पुसौर प्रखण्ड के बड़े भंडार, अमलीभौंना, छोटे भंडार, सरवानी, सूपा और बुनगा सहित कुल 17 परिधीय ग्रामों के 20 प्राथमिक और छह मिडिल स्कूलों के उपरांत 10 आंगनवाड़ी केंद्रों में बाल दिवस मनाया गया। इस अवसर पर 800 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उनकी प्रतिभा और मेहनत के लिए सम्मानित करना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना रहा।

पुसौर प्रखण्ड में कार्यक्रम की शुरुआत संकुल प्रभारी श्री रामप्रसाद साव और शिक्षकों की उपस्थिति में हुई। इस अवसर पर 26 शालाओं के 1033 बच्चों को लेखन कार्य और क्षमता में सुधार करने हेतु कुल 3220 अभ्यास पुस्तिकाओं का वितरण किया गया, जिसमें हिन्दी की 1279, अंग्रेजी की 1294 और गणित की 647 अभ्यास पुस्तिकाएँ शामिल हैं। उत्थान परियोजना के तहत इस वर्ष कुल 10 शालाओं में बाला पेंटिंग का कार्य किया जाना भी प्रस्तावित है। जबकि, तमनार प्रखण्ड में कार्यक्रम के दौरान, शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 100 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने वाले विद्यार्थियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ-साथ उन विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने मासिक परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित किए थे।

कार्यक्रम में उपस्थित उपस्थित प्रतिनिधियों ने अदाणी फाउंडेशन द्वारा गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए की जा रही पहल और बाल दिवस के विभिन्न कार्यक्रमों की सराहना करते हुए इसे शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी कदम बताया।

अदाणी फाउंडेशन जिले के तमनार और पुसौर विकासखण्ड में नियमित रूप से इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कराता रहता है, ताकि सामुदायिक विकास को प्रोत्साहित किया जा सके। इसके साथ ही फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, स्थायी आजीविका और सामुदायिक विकास जैसे क्षेत्रों में सामाजिक पहलों के जरिए नागरिकों के जीवन को सशक्त और समृद्ध बनाने के लिए भी निरंतर कार्यरत है।

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दंतेश्वरी मैया सहकारी चीनी मिल में हुई बॉयलर की पूजा ,दिसंबर के पहले सप्ताह में केन कैरियर पूजा के बाद शुरू होगी पेराई

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अमन पथ न्यूज बालोद से उत्तम साहू :  ग्राम करकाभाट स्थित जिले के दंतेश्वरी मैया सहकारी चीनी मिल में 16वें पेराई सीजन 2024-25के शुभारंभ के पहले शुभ मुहूर्त में बायलर पूजा शुक्रवार 15नवंबर को विधिविधान के साथ हुई। अधिकारी कर्मचारियों ने बॉयलर में अग्नि प्रज्वलित कर मां दंतेश्वरी से मिल के सुचारू शुरू हो जाने के लिए प्रार्थना की।

बॉयलर पूजा के बाद अब अगले महीने के पहले सप्ताह में पेराई शुरू होगी।बता दें सन 2009 से यह कारखाना संचालित हो रहा है गत वर्ष की तुलना में इस बार जिले में गन्ना किसानों की संख्या कुछ कम हुई है।कारखाना प्रबंधन के मुताबिक पेराई का 80 दिन का लक्ष्य रखा गया है और प्रतिदिन एक हजार मीट्रिक टन गन्ना पेराई का लक्ष्य तय किया गया है और अन्य जिले से पेराई के लिए गन्ना लाने की सहमति बनाई जा रही हैं तो उसके बाद पेराई क्षमता बढ़ जाएगा।

ये रहे उपस्थित
बॉयलर पूजा के दौरान कारखाना के एमडी आर पी राठिया,जीएम एल के देवांगन, मुख्य गन्ना विकास अधिकारी हाकिम सिंह ,लेखापाल तुलसी राम देवांगन, नारायण साहू,चीफ केमिस्ट चंद्रजीत सिंह, प्रभारी चीफ इंजीनियर के पी सिंह, बॉयलर इंजीनियर ओम प्रकाश ठाकुर,फायरमैन इंद्रजीत प्रसाद, हेमंत देवांगन, विनोद सिन्हा,उमेश साहू, मनोज सिन्हा, भगत राणा व कारखाना स्टाफ व अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

चीनी मिल के यूनिट हेड ओमप्रकाश ठाकुर, सहित मिल के अधिकारियों ने पंडित आकाश पांडेय के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से हवन यज्ञ कर बॉयलर पूजा संपन्न कर बॉयलर में अग्नि प्रज्ज्वलित किया। उन्होंने बताया नए सत्र की पेराई के लिए मिल में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्लांट, मशीनरी एवं उपकरणों का ट्रायल शुरू किया गया है। नए पेराई सत्र के लिए मशीनों की मरम्मत कर उनको दुरस्त कर लिया गया है और दिसम्बर माह के पहले सप्ताह में नए सत्र की शुरुआत किए जाने की पूरी संभावना है। शुक्रवार को ही कारखाना परिसर स्थित मां दंतेश्वरी माता मंदिर का भी स्थापना दिवस था उसकी भी पूजा अर्चना विधि विधान से की गई।

 केन कैरियर पूजा के बाद शुरू होगी पेराई
पेराई का कार्य तय सीमा पर शुरू हो इसके लिए कारखाना प्रबंधन ने पूरी तैयारी कर ली है। बता दे बॉयलर पूजा पेराई शुरू करने की दिशा में पहला कदम माना जाता है।। दिसम्बर के पहले सप्ताह में केन कैरियर पूजा होगी, उसके बाद पेराई की विधिवत शुरूआत होगी।

कारखाना प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष 80हजार मीट्रिक टन गन्ना पेराई का लक्ष्य हैं। इस बार 1122हेक्टेयर में गन्ने की फसल लगी है।इस वर्ष 1052 किसानों ने गन्ने की फसल ली है जो बीते साल की तुलना में कम है।

कारखाना के महाप्रबंधक जी एल देवांगन ने बताया कि हर वर्ष शक्कर कारखाना में गन्ना पेराई शुरू होने के पहले बॉयलर पूजा की जाती है। इसके बाद केन कैरियर पूजा की जाती है। उन्होंने बताया दिसंबर के पहले सप्ताह में केन कैरियर पूजा के बाद से पेराई शुरू करने की योजना है। पेराई शुरू करने से पहले गन्ना किसानों से बैठक लेकर पेराई शुरू किया जाएगा ।
मिल की मरम्मत कार्य पूरा हो चुका है। मिल समूचे पेराई सत्र में सुचारू रूप से चलेगा। उन्होंने किसानों से निवेदन किया कि गोला रहित व स्वच्छ गन्ने की आपूर्ति करें ताकि बेहतर उत्पादन हो।

वर्सन 
मिल संचालन के लिए सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिया गया है। नए गन्ना पेराई सत्र के लिए इस बार 80हजार मीट्रिक टन गन्ना पेराई का लक्ष्य और 10 प्रतिशत से अधिक की रिकवरी का प्रयास रहेगा। किसानों को पर्ची जारी होने की सूचना मोबाइल पर एसएमएस के जरिए देंगे।
आर पी राठिया, प्रबंध संचालक
दंतेश्वरी मैया सहकारी शक्कर कारखाना
करकाभाट, बालोद

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