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देवरी-पाली जलाशय के मरम्मत कार्य नही होने के विरोध में चक्काजाम आन्दोलन की सूचना 

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सक्ती  : विषयांतर्गत लेख है कि सक्ती ब्लाक अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत देवरी में स्थित देवरी-पाली जलाशय 1977-78 में बनना शुरू हुआ था। इस जलाशय से पानी आपूर्ति 1980-81 में शुरू हुई। सालों तक इस जलाशय से क्षेत्र के दर्जनभर गांवों के हजारों एकड़ भूमि को पानी आपूर्ति होती थी पर हसदो बांगो परियोजना शुरू होने बनने के बाद से इसकी उपयोगिता कम होती गई। अब यह प्रशासन की उपेक्षा का शिकार है। आलम ये है कि पहले जहां इस जलाशय से सक्ती क्षेत्र के पाली, देवरी, डंगबोरा, जगदल्ली, जगदल्ला. जामपाली, ढोलनार, देवरमाल, डडई, बैलाचुवा, जाजंग सहित विभिन्न गांवों के हजारों एकड़ जमीन को पानी आपूर्ति होती थी वहीं अब केवल देवरी और पाली गांवों को ही पानी आपूर्ति हो पा रही है। वर्तमान में यह जलाशय सुख चूका है। जलाशय नियमित देखरेख के अभाव में जीर्ण शीर्ण अवस्था में है। इतना ही नहीं गेट का एक हिस्सा पूरी तरह से टूट चुका है, जिसे मरम्मत किए जाने की जरूरत है।

पिछले वर्ष 2022 में लगातार हो रही बारिश के चलते यहां पर बांध गेट के पास का एक हिस्सा पूरी तरह टूटने की स्थिति निर्मित हो गई और स्थिति को देखते हुए तत्कालीन एसडीएम रैना जामिल जी द्वारा आसपास के घरों को खाली कराकर रेस्क्यू चलाया गया और टूट रहे हिस्से में लगभग 3000 बोरी रेत की पटाई कर आसपास के लोगों को सुरक्षित किया गया ।

महोदय इस दौरान शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से बात कर मेरे द्वारा इसकी

स्थाई निराकरण कराने की बात कही गई जिस पर उनके द्वारा शासन से 467.74 लाख का

स्वीकृति कि मांग की गई है बताया गया था।

अभी तक विभाग को राशि अप्राप्त है जिसके चलते देवरी पाली जलाशय का गेट के पास मरम्मत कार्य नहीं किया जा सका है. जिसे देखते हुए प्रभावित क्षेत्र वासियों ने निर्णय लिया है। 21/06/2023 से जब तक शासन द्वारा इसका स्थाई निराकरण, निशचित समयसीमा में करने का लिखित आश्वासन नहीं दिया जाता है तब तक नेशनल हाइवे बिलासपुर से रायगढ़ मार्ग के ग्राम सुवाडेरा के पास अनिश्चत कालीन चक्काजाम आन्दोलन किया जायेगा।

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रमन सिंह का बड़ा बयान,विधायकों की सहमति से चुने जाएंगे सीएम

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रायपुर  : पर्यवेक्षकों की नियुक्ति को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, विधायक दल की बैठक के लिए तीन पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. यह तीनों पर्यवेक्षक विधायकों से सुझाव लेंगे. केंद्र की सहमति से विधायक दल का नेता चुनेंगे.

सीएम फेस को लेकर रमन सिंह ने कहा, अभी किसी का नाम फाइनल नहीं हुआ है. जब तक राय मशवरा नहीं होंगे तब तक कहना मुश्किल है. अभी सभी नाम चर्चा में है. लोकसभा चुनाव को लेकर सरकार गठन किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ में पिछले बार से बेहतर रिजल्ट आएंगे. 11 की 11 सीटें जीते इस बड़े लक्ष्य को लेकर सरकार का गठन किया जा रहा है.

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सीएम फेस का ऐलान जल्द,सरोज पांडेय पर्यवेक्षक बनाई गई

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रायपुर :  छग से सांसद सरोज पांडेय पर्यवेक्षक बनाई गई है. अब राजस्थान में जल्द ही सीएम फेस का ऐलान हो जाएगा। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बैठक कर रही है। ये सभी पर्यवेक्षक विधायकों से चर्चा करेंगे, इसके बाद तीनों राज्यों में शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होना है। इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत संगठन के तमाम बड़े नेता पहुंचेंगे।

  • राजस्थान- राजनाथ सिंह, सरोज पांडेय
  • मध्य प्रदेश- मनोहर लाल खट्टर के लक्ष्मण
  • छत्तीसगढ़- सर्वानंद सोनीवाल अर्जुन मुंडा

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छत्तीसगढ़ी में शपथ ग्रहण हेतू राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन एम. ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन

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रिपोर्ट गोविंद तिवारी राजिम : छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता की संपर्क भाषा छत्तीसगढ़ी है,यह छत्तीसगढ़ी भाषा छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता की भाषा है और इसी भाषा के आधार पर छत्तीसगढ़ी राजभाषा का संवैधानिक दर्जा वर्ष 2007 में प्राप्त हो चुका है| एम.ए.छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन मीडिया प्रभारी खेमराज साहू ने बताया की जब 2007 में भाजपा के सरकार थे तब यह छत्तीसगढ़ी भाषा को राजभाषा का संवैधानिक दर्जा मिला था और वर्तमान में भी भाजपा वाले अधिकतम निर्वाचित होकर आए है जिनका शपथ ग्रहण होना है तो छत्तीसगढ़ के सभी विधायकों से निवेदन है कि वे छत्तीसगढ़ी भाषा में अपने मंत्री पद का शपथ ग्रहण करे इससे छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति का विस्तार व सम्मान मिलेगा|

छत्तीसगढ़ी राजभाषा दर्जा मिले 15 वर्ष पूर्ण हो चुके है फिर भी इसे न ही भाषाई दर्जा मिला है और न ही शिक्षा के माध्यम में पाठ्यक्रम शुरू हुआ है, एम.ए. छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन द्वारा विभिन्न आयोजनों में छत्तीसगढ़ी भाषा का जनजागरण किया जा रहा है साथ ही छत्तीसगढ़ी भाषा में शपथ ग्रहण के लिए राज्यपाल महोदय को ज्ञापन सौंपा गया है|

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