देश-विदेश
असम में बोले राहुल गांधी,हमने बैरिकेड तोड़े हैं, पर कानून नहीं तोड़ेंगे..हिमंत ने दिए FIR दर्ज करने के आदेश
गुवाहाटी: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को मंगलवार को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोक दिया गया। यात्रा को रोके जाने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता उग्र हो गए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए वहां लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान जमकर नारेबाजी भी की। कांग्रेस समर्थकों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बवाल होने के बाद गुवाहाटी में ट्रैफिक जाम का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया है।
राहुल गांधी ने इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘बजरंग दल इसी रास्ते से गया था। इसी रूट पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैली भी हुई। यहां एक बैरिकेड था, हमने बैरिकेड तोड़ दिया लेकिन हम कानून नहीं तोड़ेंगे। हमें कमजोर मत समझिए। यह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की ताकत है। असम के लोगों को दबाया जा रहा है। छात्रों के साथ मेरी बातचीत रद्द कर दी गई। अधिकारियों से कहा गया कि मुझे छात्रों से न मिलने दिया जाए, इसके बावजूद वे मुझसे मिलने के लिए बाहर आए। मेरा मैसेज है कि कांग्रेस कार्यकर्ता BJP और RSS से नहीं डरते।’
अहंकार ध्वस्त हुआ
असम के मुख्यमंत्री और दिल्ली में बैठे उनके मालिक का अहंकार कांग्रेस के बब्बर शेरों ने ध्वस्त कर दिया।
"कोई भी शक्ति इस यात्रा को नहीं रोक सकती" 🦁 pic.twitter.com/u3cDSPWpkA
— Congress (@INCIndia) January 23, 2024
‘हम यहां सबसे भ्रष्ट CM हिमंता से लड़ने आए हैं’
राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन न्याय होना चाहिए। हम यहां आपसे लड़ने नहीं आए, हम आपसे प्यार करते हैं। हम यहां असम के सबसे भ्रष्ट सीएम हिमंता से लड़ने के लिए आए हैं।’ इससे पहले खानापारा में गुवाहाटी चौक पर भारी भीड़ जमा हो गई और ढोल-नगाड़ों के साथ राहुल गांधी का स्वागत किया गया। असम कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘बैरिकेड्स तोड़कर हमने जीत हासिल की है।’ सोमवार को मेघालय में प्रवेश करने के बाद इस हिस्से में यात्रा अपने अंतिम चरण के लिए असम लौटी, जो राज्य के सबसे बड़े शहर गुवाहाटी के बाहरी इलाके से होकर गुजरनी है। असम में यात्रा बृहस्पतिवार तक रहेगी।
‘हम आपके नेता के खिलाफ FIR दर्ज करवा रहे हैं’
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने यूथ कांग्रेस के प्रेसिडेंड बीवी श्रीनिवास के एक ट्वीट के जवाब में लिखा,’ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी ‘नक्सली रणनीति’ हमारी संस्कृति से पूरी तरह अलग है। मैंने असम के DGP निर्देश दिया है कि वह आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ भीड़ को उकसाने के लिए केस दर्ज करें। सबूत के तौर पर आपने फुटेज अपने हैंडल पर डाल ही दी है। आपके द्वारा मचाई गई अफरातफरी और दिशानिर्देशों के उल्लंघन के चलते अब गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हो गया है।’
देश-विदेश
किम जोंग ने रूस की मदद में भेजे हजारों सैनिक, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने की आपात बैठक
रूस और यूक्रेन के बीच बीते 2 साल से ज्यादा समय से जंग जारी है। अब तक कोई भी देश इस जंग में निर्णायक बढ़त नहीं ले पाया है। एक ओर पश्चिमी देश लगातार यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं। तो वहीं, अब रूस को भी जंग में बड़ी मदद मिल गई है। दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने यूक्रेन से जंग में रूस की मदद के लिए हजारों की संख्या में सैनिकों को भेजा है। बता दें कि कुछ ही दिनों पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग की मुलाकात हुई थी और दोनों देशों ने कई बड़े समझौते किए थे।
कितने सैनिक भेजे गए?
दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसियों कहा है कि यूक्रेन से जंग में रूस की मदद के लिए उत्तर कोरिया ने 12,000 सैनिक भेजे हैं। दक्षिण कोरिया की योनहाप न्यूज एजेंसी ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी है। समाचार एजेंसी ने राष्ट्रीय खुफिया सेवा (NIS) के इनपुट के हवाले से बताया कि उत्तर कोरियाई सैनिक रूस की सहायता के लिए पहले ही रवाना हो चुके हैं। हालांकि, NIS ने इस खबर को लेकर तत्काल पुष्टि नहीं की है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने की बैठक
उत्तर कोरिया द्वारा रूस की मदद के लिए सेना भेजे जाने के मामले को लेकर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने आपातकालीन बैठक की है। राष्ट्रपति यून सूक येओल के ऑफिस ने बताया है कि राष्ट्रपति ने आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता की है। अब तक सरकार ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उन्होंने उत्तर कोरिया द्वारा सैनिक भेजे जाने की खबर को प्रामाणिक माना है या नहीं।
ऑस्ट्रेलिया यूक्रेन को देगा टैंक
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया ने अपने 49 पुराने एम1ए1 अब्राम्स टैंक यूक्रेन को देने की घोषणा की है। ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने बताया है कि यूक्रेन ने कुछ महीने पहले उसे ये टैंक दिए जाने का अनुरोध किया था। मार्लेस ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया सरकार यूक्रेन को अपने अधिकतर अमेरिका निर्मित एम1ए1 टैंक दे रही है, जिनकी कीमत 24 करोड़ 50 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (16 करोड़ 30 लाख अमेरिकी डॉलर) है। ऑस्ट्रेलिया में इनका स्थान 75 अगली पीढ़ी के एम1एक2 टैंकों का बेड़ा लेगा।
देश-विदेश
उत्तराखंड में इस दिन लागू हो सकता है यूनिफॉर्म सिविल कोड, कमेटी ने CM धामी को सौंपा ड्राफ्ट
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (UCC) की नियमावली का ड्राफ्ट तैयार हो गया है। नियमावली का ड्राफ्ट बनाने वाली समिति के अध्यक्ष पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आज सचिवालय में यह ड्राफ्ट सौंपा। इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिए नियमावली का ड्राफ्ट मिल चुका है। समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन की तिथि के लिए जल्द मंत्रिमंडल की बैठक होगी जिसमें तय होगा कि इसको कब लागू करेंगे।
चुनाव से पहले CM धामी ने किया था वादा
बता दें कि सीएम धामी ने 2022 विधानसभा चुनाव के मतदान से दो दिन पहले उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा किया था जिसको निभाते हुए उन्होंने अपनी पहली केबिनेट बैठक में कमेटी का गठन किया था। अब कमेटी ने सीएम धामी को ड्राफ्ट सौंप दिया है। उत्तराखंड सरकार अब ड्राफ्ट का अध्ययन करेगी और उसे राज्य मंत्रिमंडल के समक्ष रखेगी। मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।
देवभूमि में कब लागू होगा UCC?
इसे लागू किए जाने के बाद उत्तराखंड इसे क्रियान्वित करने वाला स्वतंत्र भारत का पहला राज्य बन जाएगा। उत्तराखंड नौ नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद अस्तित्व में आया था। सीएम धामी के अनुसार 9 नवंबर यानि कि राज्य स्थापना दिवस तक देवभूमि उत्तराखंड में यूसीसी लागू हो सकता है।
समान नागरिक संहिता नियमावली की मुख्य बातें-
- राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2022 में उत्तराखण्ड समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार करने हेतु विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया।
- विशेषज्ञ समिति द्वारा तैयार किए गए ड्राफ्ट को दिनांक 7 फरवरी, 2024 को राज्य विधान सभा में पारित किया गया।
- उत्तराखण्ड समान नागरिक संहिता विधेयक 2024 पर महामहिम राष्ट्रपति की सहमति उपरान्त दिनांक 12 मार्च, 2024 को समान नागरिक संहिता उत्तराखण्ड, 2024 अधिनियम पारित हुआ।
- उत्तराखण्ड समान नागरिक संहिता विधेयक 2024 के नियमावली एवं क्रियान्वयन बनाये जाने की आवश्यकता के दृष्टिगत श्री शत्रुघ्न सिंह, सेवानिवृत्त आई०ए०एस० की अध्यक्षता में नियमावली एवं क्रियान्वयन समिति गठित की गई है।
- राज्य सरकार द्वारा समान नागरिक संहिता अधिनियम को राज्य में प्रभावी रूप से लागू किया जाना प्रस्तावित है।
- नियमावली एवं क्रियान्वयन समिति द्वारा नियमावली हिन्दी एवं अग्रेंजी दोनों संस्करणों में आज दिनांक 18 अक्टूबर, 2024 को राज्य सरकार को हस्तगत की जा रही है। इस नियमावली में मुख्य रूप से चार भाग है। जिसमें विवाह एवं विवाह-विच्छेद लिव-इन-रिलेशनशिप, जन्म एवं मृत्य पंजीकरण तथा उत्तराधिकार सम्बन्धी नियमों के पंजीकरण सम्बन्धी प्रक्रियाएं उल्लेखित है।
- जन सामान्य की सुलभता के दृष्टिगत इस हेतु एक पोर्टल तथा Mobile App भी तैयार किया गया है जिससे कि रजिस्ट्रेशन, अपील आदि की समस्त सुविधाएं जन सामान्य को ऑनलाईन माध्यम से सुलभ हो सके।
देश-विदेश
महाराष्ट्र चुनाव से पहले BJP को झटका, इस बड़े नेता ने दिया इस्तीफा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट बना रही हैं। इस बीच, महाराष्ट्र के तटीय सिंधुदुर्ग जिले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता राजन तेली ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। जल्द ही राजन तेली के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UTB) में शामिल होने की योजना है।
नारायण राणे के बीजेपी में आने से हुए परेशानी
राजन तेली सावंतवाड़ी विधानसभा क्षेत्र के लिए बीजेपी के प्रभारी थे। तेली ने दावा किया कि उन्होंने पिछले 10 सालों में बीजेपी के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे तथा उनके परिवार के पार्टी में शामिल होने के बाद से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
परिवारवाद पर भी बोले राजन तेली
विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए राणे के बेटे निलेश के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने की संभावनाओं संबंधी खबरों का हवाला देते हुए तेली ने कहा कि वह एक ही परिवार के सदस्यों को लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिए जाने के खिलाफ हैं।
पहले भी शिवसेना में रह चुके हैं राजन तेली
राणे के छोटे बेटे नितेश सिंधुदुर्ग जिले के कंकावली से विधायक हैं। उन्हें वहां से टिकट मिलने की संभावना है। हालांकि, खबरों के अनुसार निलेश को शिवसेना के पास मौजूद सीट से मैदान में उतारा जाएगा। महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीट में से 75 कोंकण क्षेत्र में हैं, जिनमें मुंबई की 36 सीट भी शामिल हैं। राजन तेली पहले अविभाजित शिवसेना का हिस्सा थे।
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