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मनरेगा योजना से दुगनी आमदनी की ओर अग्रसर रामकुमार

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एमसीबी/ 23 सितम्बर 2024  : छत्तीसगढ़ के किसान देश की रीढ़ हैं, जो न केवल अपने परिवार का पोषण करते हैं, बल्कि पूरे देश की खाद्य सुरक्षा में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत के अनेक छोटे किसान विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी प्राकृतिक और आर्थिक संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे ही एक किसान हैं, श्री रामकुमार निवासी ग्राम पंचायत बरदर, जनपद पंचायत खड़गवां, जिला मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए ’’मनरेगा योजना’’ का लाभ उठाकर अपनी आय दोगुनी करने की दिशा में कदम उठाया है।  यह सफलता रामकुमार की व्यक्तिगत आत्मनिर्भर की प्रगति को दर्शाती है, जो सिद्ध करती है कि सरकारी योजनाएं सही तरीके से लागू हों, तो ग्रामीण किसानों का जीवनस्तर को भी बेहतर ढंग से सुधारा जा सकता है। श्री रामकुमार की स्थिति उन छोटे किसानों जैसी थी, जो पानी की कमी से जूझते रहते हैं। उनके पास सीमित भूमि थी, जिस पर वह केवल एक फसल उगा पाते थे। मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण कभी-कभी उनकी एक फसल भी प्रभावित हो जाती थी। परिवार की देखरेख और जीवनयापन के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी के कारण रामकुमार को कठिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। पानी की कमी के कारण वह सब्जियां उगाने में भी असमर्थ थे और अपनी भूमि से पर्याप्त लाभ नहीं कमा पा रहे थे।

मनरेगा योजना के तहत कुआं निर्माण की पहल
रामकुमार को एक दिन मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के बारे में जानकारी मिली। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के साथ-साथ स्थायी संपत्तियों का निर्माण करना है। उन्होंने सोचा कि यदि उनके खेत में एक कुआं बन जाए, तो उनकी खेती की स्थिति में सुधार हो सकता है। रामकुमार ने ग्राम पंचायत बरदर में जाकर कुआं निर्माण के लिए आवेदन किया। उन्होंने अपने जॉब कार्ड क्रमांक 563 के तहत यह आवेदन ग्राम सभा में प्रस्तुत किया गया, जहाँ उनकी पात्रता और आवश्यकता को देखते हुए इसे स्वीकृत कर लिया गया। ग्राम सभा द्वारा स्वीकृत राशि 1,90,475 रु. (एक लाख नब्बे हजार चार सौ पचहत्तर रुपए) थी। जोकि जिला प्रशासन ने इस कार्य के लिए अपनी मंजूरी दी और तकनीकी सहायक राहुल दास ने कार्य का प्राक्कलन तैयार किया। निर्माण कार्य को समय सीमा के भीतर पूरा किया गया। रामकुमार ने भी इस कार्य में सक्रिय भाग लिया और कुआं निर्माण सफलतापूर्वक पूरा किया गया।

कुएं से बदली रामकुमार की जिंदगी
कुएं के निर्माण के बाद रामकुमार के जीवन में एक नया अध्याय शुरू हुआ। पहले वह सिर्फ एक फसल उगा पाते थे, परंतु अब उनकी भूमि दो फसली हो गई। सबसे पहले उन्होंने हरी सब्जियां उगाने की योजना बनाई और बाजार में बेचना शुरू किया। पहले ही सप्ताह में उन्हें 3000 रुपए की आमदनी हुई, जो उनके लिए एक बड़ी सफलता थी। अब वह नियमित रूप से सब्जियों की बिक्री कर हर सप्ताह इतनी ही आमदनी कर रहे हैं। आधी जमीन पर सब्जियां और बाकी जमीन पर धान की खेती कर रहे है अब रामकुमार सीजन के अनुसार मक्का, चना, गेहूं जैसी फसलें भी उगाने की बात कही हैं।

आय की वृद्धि से रामकुमार हुआ आत्मनिर्भर
रामकुमार का कहना है कि इस वर्ष उनकी आय दोगुनी होने की पूरी संभावना है। पहले जहां वह एक फसल से मुश्किल से गुजारा करते थे, अब सब्जियों और विभिन्न फसलों से उनकी आमदनी में निरंतर वृद्धि हो रही है। उन्होंने मनरेगा योजना को अपनी सफलता का आधार बताया और कहा कि इस योजना ने उनके जीवन को बदल दिया। अब वह आत्मनिर्भर हो चुके हैं और अपने परिवार की सभी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं। रामकुमार अब खेती को और विस्तारित करने की योजना बना रहे हैं। वह अन्य किसानों को भी मनरेगा योजना के तहत जल संसाधनों का निर्माण कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनका कहना है कि जल की उपलब्धता से खेती में क्रांतिकारी बदलाव आ सकते हैं, और यह हर छोटे किसान के लिए जरूरी है। रामकुमार की यह आत्मनिर्भरता की कहानी इस बात का प्रमाण है कि सही समय पर सही निर्णय और सरकारी योजनाओं का सदुपयोग किसी व्यक्ति के जीवन को पूरी तरह बदल सकता है। मनरेगा योजना के तहत कुआं निर्माण ने रामकुमार को न केवल आर्थिक स्थिरता प्रदान की बल्कि उन्हें एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास भी दिया है। आज रामकुमार न केवल अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं, बल्कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और अपने परिवार को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, एमसीबी जिला प्रशासन, और मनरेगा योजना के अधिकारियों को धन्यवाद दिया है। उनका मानना है कि इस योजना ने उन्हें एक नया जीवन दिया है और अब वह सुखी और संपन्न जीवन की ओर अग्रसर हैं।

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हर्षोल्लास मनाया गया विजयादशमी पर्व मां दुर्गा सहित अन्य देवी देवताओं के मूर्तियों को किया गया विसर्जित

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रिपोर्टर मुन्ना पांडेय,सरगुजा  : नगर लखनपुर में एक रोज बाद दशहरा मनाये जाने की परम्परा को कायम रखते हुये13 अक्टूबर दिन रविवार को हर्षोल्लास के साथ विजयादशमी दशहरा पर्व मनाया गया। नगर के बाजार पारा मुहल्ले में स्थित प्राचीन भवानी मंदिर एवं बस स्टैंड नवचेतना दुर्गा मंडप से दूर्गा प्रतिमाओं को विसर्जित करने गाजे बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। रिवाज के मुताबिक नगर के पूर्वी बस स्टैंड एवं पश्चिमी भवानी मंदिर में स्थापित मां दूर्गा दूसरे देवी देवताओं के प्रतिमाओं का नगर परिक्रमा कराते हुए रिवाज के मुताबिक शोभा यात्रा राज महल प्रांगण में पहुंची। जहां वर्तमान लालबहादुर अजीत प्रसाद सिंह देव तथा कुंवर अमीत सिंह देव सुमित सिंह देव ने परम्परागत तरीके से दोनों स्थानों के दूर्गा प्रतिमाओं के दर्शन पूजन किये।

मूर्तियों को हाई स्कूल साक्षरता मिनी स्टेडियम तक लाया गया जहां प्रत्येक वर्ष की भांति अम्बिकापुर माननीय विधायक राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। रावण दहन कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि लुन्डरा विधायक प्रबोध मिंज रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल ने किये विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक प्रतिनिधि रवि अग्रवाल,भाजपा मंडल अध्यक्ष दिनेश साहू , राकेश अग्रवाल,नपं उपाध्यक्ष रामनारायण दुबे विधायक प्रतिनिधि राकेश साहू राधे श्याम अग्रवाल सुरेश साहू, बृजेन्द्र पांडेय,सौरभ अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, सुश्री ऋचा अग्रवाल,सुश्री अनन्या अग्रवाल नरेंद्र पांडेय तबरेज आलम, सहदूल खान भाजपा, के पदाधिकारी मंच में आसीन रहे।

पिछले 50 सालो से चल रहे नवचेतना दुर्गा पूजा समिति जूना लखनपुर ने जुबली मनाते हुये। दस दिनों तक अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन के साथ भंडारा प्रसाद वितरण कराया । रावण दहन कार्यक्रम केमुख्य अतिथि माननीय लुन्डरा विधायक मिंज ने अपार जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा — विजयादशमी आस्था, आपसी प्रेम भाईचारे का ही नहीं बल्कि बुराई पर अच्छाई एवं असत्य पर सत्य के जीत का पर्व है। दशहरा मनाया जाना हमारी प्राचीन संस्कृति रही है ।सबक लेते हुए अपने अन्दर छिपे रावण रूपी बुराई को जलाने की ज़रूरत है। रावण दहन का मतलब यही है कि अंदर के बुराइयों को जला कर स्वाहा कर दें।

उपस्थित जनसमूह को विजयादशमी दशहरा की बधाई दिये।उद्बोधन के कड़ी में रावण दहन कार्यक्रम के अध्यक्ष माननीय विधायक राजेश अग्रवाल ने भी विशाल भीड को संबोधित करते हुए कहा — हमें सबक लेना चाहिए कि हमेशा सत्य की जीत होती है। एकीनन रावण दहन कार्यक्रम अच्छे बुरे,सत्य असत्य को जानने समझने का संदेश मात्र है।आगे दूसरे मचासीन अतिथियों ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। दूर दराज से आये लोगों ने रंगीन आतिशबाजी के साथ रावण दहन प्रोग्राम का लुत्फ उठाया। मां दूर्गा अन्य देवी देवताओ के प्रतिमा को अम्बिकापुर बिलासपुर मुख्य मार्ग से होते हुए बेलदगी रोड़ में स्थित प्राचीन देव तालाब में लेजाकर विसर्जित किया गया। इस तरह से नगर में दशहरा मुकम्मल हुई।अपार भीड़ को नियंत्रित करने पुलिस बल तैनात रहा।

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दो मोटरसाइकिल की आमने – सामने टक्कर पिता और मासूम बेटी की मौत

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सरगुजा :  जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र के कोटछाल-कापू मार्ग पर दो मोटरसाइकिल की आमने – सामने टक्कर हो गई। दुर्घटना में मोटरसाइकिल सवार पिता व अबोध बेटी सहित तीन लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। महिला को सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है। तेज गति को दुर्घटना का कारण बताया जा रहा है। किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था। सिर में गंभीर चोट के कारण तीनों की मौत हुई।

जानकारी के अनुसार जामकानी जूनापारा निवासी दिलीप राम ( 38) , पत्नी और पांच वर्षीय अबोध बेटी रोशनी के साथ साप्ताहिक बाजार गया था। वह वापस लौट रहा था। मार्ग में उनकी मोटरसाइकिल जामकानी के ठाकुरपारा निवासी विक्रम (19) से टकरा गई। विक्रम भी मोटरसाइकिल से वापस लौट रहा था। टक्कर इतनी टेस्टी की दोनों मोटरसाइकिल में सवार चारों लोग छींटक कर पक्की सड़क पर गिर गए। सिर में आई गंभीर चोट की वजह से दिलीप ,उसकी बेटी तथा विक्रम की मौत हो गई। दुर्घटना में दिलीप की पत्नी गंभीर रूप से घायल हुई है। उसे एंबुलेंस से सीतापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना में दोनों मोटरसाइकिल बुरी तरीक़े से क्षतिग्रस्त हो गई है। मृतकों के शवों को सीतापुर पहुंचा दिया गया है। इस मार्ग पर तेज गति के कारण पहले भी हादसे हो चुके हैं।

 

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24 अक्टूबर को प्रदर्शन करेंगे शिक्षक संघ

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बिलासपुर :  शिक्षक एल बी संवर्ग के मांगो व लंबित मंहगाई भत्ता की मांग को लेकर आज सभी जिला में मुख्यमंत्री के नाम शिक्षक मोर्चा ज्ञापन देंगे एवं 24 अक्टूबर 2024 को जिला मुख्यालय में धरना, प्रदर्शन व रैली की सूचना जिलाधीश व जिला शिक्षा अधिकारी को देंगे। आज सभी जिले में जिला व ब्लॉक अध्यक्ष व पदाधिकारियो की उपस्थिति में 24 अक्टूबर के प्रदर्शन हेतु बैठक कर तैयारी व जिम्मेदारी दिया जायेगा। शिक्षकों को अपनी मांग के लिए खुद ही लड़ना होगा इसीलिए मांग के समर्थन में 24 अक्टूबर को एक दिन सामूहिक अवकाश लेकर शासन व सरकार तक अपनी मांग को पहुंचाएंगे।

छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, मनीष मिश्रा, विकास राजपूत ने कहा कि शिक्षक एल बी संवर्ग की मांगो के निराकरण व लंबित मंहगाई भत्ता की मांग को लेकर 24 अक्टूबर 2024 को जिले के सभी एल बी संवर्ग के शिक्षक अपनी मांग के समर्थन में अपनी मांग को शासन व सरकार तक पहुंचाने हेतु सामूहिक अवकाश में रहकर जिला मुख्यालय में धरना, प्रदर्शन करेंगे व रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश व जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन (मांगपत्र) सौपेंगे।

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