Connect with us

सेहत

स्किन से एक्स्ट्रा Oil निकालें और टेनिंग की समस्या भी करे दूर,

Published

on

SHARE THIS

गर्मियों के मौसम में अक्सर स्किन से जुड़ी कोई न कोई परेशानी होती रहती है। इस मौसम में लोगों को ज्यादरतर टैनिंग, पिगमेंटेशन और एक्ने जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही ओपन पोर्स भी आज के समय में एक बड़ी प्रॉब्लम है। बाजार में इन सब समस्यों के लिए कई ब्यूटी प्रोडक्ट अवेलेबल हैं, लेकिन घर पर ही हम नेचुरल चीजों का इस्तेमाल करके अपनी स्किन से जुड़ी परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है वो घरेलू उपाय।

ऐसे पाएं छुटकारा

वैसे तो हमारे चेहरे पर छोटे-छोटे पोर्स होते हैं जिनमें से तेल और पसीना निकलता रहता है। ये पोर्स हेयर फॉलिकल से जुड़े होते हैं लेकिन जब ओपन पोर्स का साइज बढ़कर काफी बड़ा हो जाता है तो चेहरे का निखार फीका पड़ जाता है।अगर आपको भी ऐसी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ रहा है तो चलिए हम आपको इसके लिए ब्यूटी हैक्स बताते हैं जो आपकी समस्या में जबरदस्त असर दिखाएगा। आप हल्दी वाले आइस क्यूब से अपनी ओपन पोर्स की समस्या से निजात पा सकते हैं। चलिए जानते हैं आइस क्यूब बनाने का तरीका।

हल्दी एक चम्मच
पानी एक कप
एलोवेरा जेल एक चम्मच सबसे पहले एक कटोरी में पानी लें और अब पानी में एक चम्मच हल्दी को अच्छी तरह मिलाएं। जब पानी में हल्दी अच्छे से मिल जाए तो इसमें एलोवेरा जेल मिक्स कर देंम इसके बाद आइस क्यूब ट्रे में इस मिश्रण को डालें। अब इसे फ्रीज में 8 से 10 घंटे के लिए छोड़ दें।

ऐसे करें इसका इस्तेमाल

सबसे पहले आप चेहरे को टोनर से क्लीन कर लें। इसके बाद आप अपने चेहरे पर हल्दी के आइस क्यूब को कम से कम 3 से 4 मिनट के तक रगड़ें। चेहरे पर हल्दी वाला आइस क्यूब रगड़ने के बाद 2 से 3 मिनट के लिए चेहरे को ऐसे ही रहने दें।उसके बाद आखिरी में आप अपने चेहरे को नार्मल पानी से धो लें।

ब्लड सर्कुलेशन होगा बेहतर

बर्फ से मसाज करने से चेहरे पर ब्लड सर्कुलेशन अच्छी तरह से होता है जिससे निखार बढ़ता है। साथ ही यह स्किन पोर्स को भी छोटा करता है। इसके अलावा हल्दी स्किन के लिए बहुत लाभकारी होती है। यह पिंपल्स रोकने में भी मददगार है। बहुत सारे स्किन केयर प्रोडक्ट्स में भी हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है।

मुहांसे करे दूर

हल्दी त्वचा के लिए बहुत ही गुणकारी मानी जाती है। यह आपके चेहरे पर होने वाले मुंहासों को भी बढ़ने से रोकती है। आप हल्दी में थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाकर चेहरे पर लगा सकते हैं। इससे आपकी त्वचा बेदाग रहेगी और चेहरा चमकदार भी होगा।

त्वचा से निकाले ऑयल

हल्दी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टिरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण त्वचा में मौजूद अतिरिक्त तेल निकालने में मदद करते हैं।

SHARE THIS

सेहत

इन स्किन प्रॉब्लम में करें टमाटर का इस्तेमाल…

Published

on

SHARE THIS

29 नवंबर 2023:- ज्यादातर भारतीय व्यंजनों में टमाटर का इस्तेमाल किया जाता है। बिना टमाटर के खाने का स्वाद कुछ फीका-फीका सा लगता है। टमाटर को सलाद की तरह भी खाया जाता है। लाल दिखने वाला टमाटर खाने में खट्टा और बेहद स्वादिष्ट होता है। हालांकि बहुत कम लोग जानते हैं कि टमाटर स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।

इन प्रॉब्लम्स को करता है दूर
अगर आप स्किन पर टमाटर लगाते हैं तो आपकी स्किन पहले से ज्यादा ग्लोइंग और हेल्दी हो जाएगी। दरअसल,टमाटर कई तरह के गुणकारी विटामिन्स से भरपूर होता है जो स्किन पर होने वाले एक्ने,रेडनेस,ब्रेकआउट,डार्क स्पॉट्स जैसी कई प्रॉब्लम से छुटकारा दिलाने का काम करता है। चलिए जान लेते हैं कि किन-किन स्किन प्रॉब्लम के दौरान आप टमाटर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

ओपन पोर्स
अगर आप स्किन के ओपन पोर्स के बड़े होने की वजह से परेशान हैं तो आप इन्हें कम करने के लिए टमाटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप टमाटर के रस में खीरे का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं। इससे आपके ओपन पोर्स का साइज काफी कम हो जाएगा, साथ ही इससे डार्क स्पॉट्स भी कम होने लगेंगे।

एजिंग साइन करें कम
अगर आपके चेहरे पर उम्र से पहले बढ़ती उम्र के संकेत दिखने लगे हैं तो आपको इसे दूर करने के लिए टमाटर का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए आप टमाटर में एलोवेरा जेल मिलाकर पूरे चेहरे पर लगा लें,फिर इसे 20 मिनट तक रखने के बाद धो लें। इससे आपके एजिंग साइन धीरे-धीरे कम होने लगेंगे।

ब्लैकहेड्स
ब्लैकहेड्स की समस्या से राहत पाने के लिए टमाटर के एक टुकड़े को पूरे चेहरे पर रगड़ें और फिर इसे 20-25 मिनट तक सूखने दें और इसके बाद चेहरे को पानी से अच्छी तरह से धो लें। ये स्किन में जमी हुई गंदगी को अच्छी तरह से रिमूव करेगा और ब्लैकहेड्स को भी कम करेगा।

टैनिंग
टैनिंग की समस्या को दूर करने का बेहतरीन इलाज है टमाटर का रस। टमाटर में विटामिन सी और विटामिन ए होता है, जो त्वचा को आराम देने और टैनिंग हटाने में मदद करता है। टमाटर का पेस्ट लाइकोपीन से भरपूर होता है, जो सनबर्न से बचाता है। इसलिए टैनिंग को हटाने के लिए आप टमाटर के रस या पेस्ट से स्किन की मसाज कर सकते हैं। बेहतर रिजल्ट के लिए इसे हफ्ते में 2-3 बार अप्लाई करें।

SHARE THIS
Continue Reading

सेहत

देशी गाय के दूध के चमत्कारी फायदे…

Published

on

SHARE THIS

गाय का दूध गुणों का भण्डार हैं, इस दूध से अनेक बीमारिया सही होती हैं, जिन कारणों से ही भारत के लोगो में गाय के प्रति अपार स्नेह श्रद्धा और मातृत्व भाव होता हैं। आज हम जानेंगे के दूध के ऐसे अनजाने गुण जो हमने कभी सुने ही नहीं थे और जिन वजहों से ये अमृत तुल्य हैं। इसका दूध निरंतर सेवन करने से हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति इतनी बढ़ जाती हैं के कोई रोग नज़दीक नहीं फटकता। चाहे वो सर्दी खांसी हो, हृदय रोग हो, पेट के रोग, पुरुषो के रोग हो या स्त्रियों के रोग हो।

गाय के दूध में सोना :- भारतीय नस्ल की गाय की रीढ़ की हड्डी में सूर्यकेतु नाड़ी होती हैं। सूर्य की किरणे जब गाय के शरीर को छूती हैं, तब सूर्यकेतु नाड़ी सूर्य की किरणों से सोना बनाती हैं।इसी कारण गाय के दूध और मक्खन में पीलापन होता हैं, गाय के दूध में विषनाशक तत्व होते हैं। गाय का दूध पीने से शुद्ध सोना शरीर में जाता हैं। दूध में मौजूद प्रोटीन “केसीन” की वजह से इसका रंग सफ़ेद होता हैं।
दूध में सबसे पौष्टिक तत्व हैं कैल्शियम और विटामिन डी। कैल्शियम हमारी हड्डियों और दाँतो को मज़बूत बनाता हैं और विटामिन डी कैल्शियम को सोखने में मदद करता हैं।दूध कैसा पीना चाहिए :-दूध को अधिक देर तक गर्म नहीं करना चाहिए। पतले लोगो को मलाईदार दूध और मोटे लोगो को मक्खन निकला हुआ दूध पीना चाहिए। गाय का आधा किलो दूध अपने विशेष गुणों के कारण 250 ग्राम मांस और तीन अन्डो से अधिक मूल्यवान हैं। दूध पूर्ण भोजन हैं। इसमें सभी प्रकार के जीवनोपयोगी पदार्थ होते हैं

दूध पीने का समय :- अक्सर लोग दूध रात में पीते हैं, मगर दूध पीने का सब से बढ़िया समय सुबह हैं। दूध का सही पाचन सूर्य की गर्मी से ही होता हैं। कोशिश करे रात की बजाये दूध सुबह ही पिए। और रात को भी पीना हो तो सोने से कम से कम तीन घंटे पहले पिए।

धारोष्ण दूध के फायदे :- धारोष्ण दूध मतलब ताज़ा निकला हुआ, छानकर, बिना गर्म किया हुआ मिश्री या शहद, भिगोई हुयी किशमिश का पानी मिलाकर 40 दिन में वीर्य शुद्ध होता हैं। नेत्रज्योति, स्मरण शक्ति बढ़ती हैं। खुजली, स्नायु दौर्बल्य, बच्चो का सूखा रोग, क्षय रोग(टी बी) हिस्टीरिया, हृदय की धड़कन आदि में उपयोगी हैं। यह छोटे छोटे बालको के लिए बहुत फायदेमंद हैं। ज़्यादा उबालने से होते हैं पोषक तत्व नष्ट, दूध हमेशा ताज़ा धारोष्ण ही पीना चाहिए, यदि ये संभव ना हो तो दूध गर्म कर के पिए, दूध को ज़्यादा नहीं उबालना चाहिए, अधिक उबालने से दूध में ज़रूरी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। दूध को उलट पुलट कर के झाग बना कर पीना चाहिए, ये झाग बहुत लाभदायक होता हैं।
किन रोगो में दूध नहीं पीना चाहिए :- खांसी, दमा, दस्त, पेचिश, पेट दर्द और अपच आदि रोगो में दूध नहीं पीना चाहिए। इन रोगो में ताज़ा छाछ (मट्ठा) पीना चाहिए। घी भी इन रोगो में नहीं लेना चाहिए।

SHARE THIS
Continue Reading

सेहत

कहीं आप भी रोज-रोज तो नहीं खा रहे फूलगोभी? जान लीजिए इसके नुकसान…

Published

on

SHARE THIS

29 नवंबर 2023:- सर्दियों के सीजन में फूलगोभी सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली सब्जी है. ठंड के मौसम में ज्यादातर लोग फूलगोभी की सब्जी बनाने के साथ-साथ इसके पकौड़े और पराठे बनाकर बड़े शौक से खाते हैं. इस सीजनल सब्जी में कार्बोहाइड्रेट, फैट, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और पोटेशियम जैसे तमाम पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके साथ ही, फूलगोभी में डायट्री फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है.इसके चलते एसिडिटी, दस्त और कब्ज जैसी समस्या हो सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि फूलगोभी का सीमित मात्रा में ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए. ज्यादा मात्रा में फूलगोबी खाने से कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. आइए यहां हम आपको ज्यादा फूलगोभी खाने के साइड इफेक्ट्स के बारे में बताते हैं.

किडनी स्टोन का खतरा

फूलगोभी में बेशक कैलोरा काउंट कम पाई जाती हो लेकिन इसे ज्यादा खाने से किडनी स्टोन होने का रिस्क हो सकता है. जी हां, फूलगोभी में प्यूरीन नामक ऑर्गेनिक कंपाउंड भी होता है जो शरीर में प्यूरिन की मात्रा को बढ़ाने का काम कर सकता है. जो लोग पहले से ही किडनी स्टोन की परेशानी से जूझ रहे हैं, उन्हें खासकर फूलगोभी को खाने से बचना चाहिए.

शुगर में भी रिस्की

ज्यादा फूलगोभी खाना शुगर के मरीजों के लिए भी खतरनाक हो सकता है. इसे ज्यादा खाने ब्लड शुगर ऊपर-नीचे हो सकता है. ऐसे में ज्यादा पसीना, कंपकपी, चक्कर, दिल की धड़कन बढ़ना और चिड़चिड़ेपन की समस्या हो सकती है.

हाईपरटेंशन

फूलगोभी में पोटैशियम होता है जो हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. लेकिन अगर आप ज्यादा मात्रा में इसे खाते हैं तो पोटैशियमब्लड प्रेशर लेवल को असामान्य रूप से कम कर सकता है.

प्रेग्नेंसी

फूलगोभी में विटामिन, मिनरल, एंटी-ऑक्सीडेंट और डायट्री फाइबर होता है जो गर्भावस्था में लाभदायक माना जाता है. लेकिन इस दौरान फूलगोभी के अधिक सेवन से गैस्टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा इससे कब्ज की समस्या भी हो सकती है. प्रेग्नेंसी के दौरान फूलगोभी को कम ही खाना चाहिए ताकि इसका बुरा असर न पड़े.

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे अब तक

Trending