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सेहत

बीपी लो क्यों होता है? आज ही समझें इसका साइंस और करें अपना बचाव

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बीपी लो क्यों होता है:  लो बीपी क्या है? अगर हम आपसेये सवाल पूछें तो ज्यादातर लोग इस सवाल में उलझ जाते हैं। लेकिन, किसी भी तरह का कंफ्यूजन शरीर के लिए अच्छा नहीं है। ऐसा इसलिए कि लो बीपी की वजह से आप गंभीर शारीरिक समस्याओं के शिकार हो सकते हैं। जैसे कि चक्कर आना, पेट से जुड़ी समस्याएं और तमाम अन्य चीजें। तो, आइए जानते हैं लो बीपी का कारण क्या है?

लो बीपी कितना होता है-low bp level

लो बीपी 90/60 या उससे कम की रीडिंग है। इस दौरान सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों रीडिंग पर ध्यान दिया जाना चाहिए और बीपी कंट्रोल करना चाहिए।

बीपी लो क्यों होता है-What is the reason for low BP 90 60

1. हाइपोवोल्मिया-hypovolemia

हाइपोवोल्मिया, वो स्थिति है जिसमें शरीर के अंदर तरल पदार्थों की कमी हो जाती है। इस दौरान, शरीर खून को उस प्रेशर से सर्कुलेट नहीं कर पाता है और बीपी लो रहता है। ये स्थिति पानी की कमी के कारण भी हो सकती है। दरअसल, जब शरीर में तरह पदार्थों की कमी रहती है तो सोडियम लेवल कम होने लगता है और बीपी लो हो जाता है।

2. खून की कमी के कारण

खून की कमी के कारण भी आप लो बीपी के शिकार हो सकते हैं। जी हां, अगर आपको एनीमिया है या फिर आप खून की कमी के शिकार हैं तो आप लो बीपी के शिकार हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में शरीर में खून की कमी को दूर करें और खून बढ़ाने वाली चीजों का सेवन करें।

3. दवाओं और असंतुलित टेंपरेचर के कारण

दवाओं और असंतुलित टेंपरेचर की वजह से आप लो बीपी के शिकार हो सकते हैं। दरअसल, होता ये है कि इस स्थिति में जब शरीर किसी जवा को ले रही होती है तो बॉडी में एक प्रकार का रिएक्शन होता है और बीपी लो हो जाता है। इसके अलावा असंतुलित टेंपरेचर की वजह से दिल के काम काज और ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और आप लो बीपी के शिकार हो सकते हैं।

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खबरे छत्तीसगढ़

राज्य मानसिक चिकित्सालय सेदरी बिलासपुर मे छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की मासिक बैठक संपन्न हुई।

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अमन पथ  -राज्य मानसिक चिकित्सालय सेदरी बिलासपुर मे नियुक्त पदाधिकारियों एवं समस्त तृतीय और चतुर्थ कर्मचारियों की बैठक हुई जिसमें चिकित्सालय की समस्याओ पर चर्चा किया गया तथा आगे की कार्ययोजना निर्धारित की गयी ताकि कार्यरत तृतीय, चतुर्थ कर्मचारी एवं अनियमित कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं से वंचित ना किया जा सके।
अनियमित कर्मचारियों को वर्तमान कलेक्टर दर से भुगतान नहीं किया जा रहा है तथा नियमितीकरण प्रक्रिया किया जावे। मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल के वेतन विसंगतियों, पदोन्नति नियम, सरकारी क्वार्टर ना होने जैसी अनेक असुविधाओ पर चर्चा किया गया जिसके लिए उच्च स्तर पर पत्राचार किया जाऐगा। मासिक बैठक मे राज्य मानसिक चिकित्सालय सेदरी, छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की अध्यक्ष डॉ दीप्ति धुरंधर, उपाध्यक्ष विजेन्द्र खांडेखर, उपाध्यक्ष जरीना सिद्दीकी, चंद्रमणी ठाकुर जी, केदार अनंत जी संरक्षक मैट्रन खेलकला मानड्रे सिस्टर, नोरिना सिस्टर, जीनस सिस्टर, विनिता ताडी सिस्टर, स्मिता सिस्टर, रजनी सिस्टर, पदाधिकारी गण विकास लाल, बुध्देशवर प्रसाद, रामेश्वर, कृष्णा, अरूणा निर्मलकर तथा समस्त तृतीय एवं चतुर्थ कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

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सेहत

अधिक चाय के दीवाने हैं तो जरूर पढ़ें ये खबर

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अक्सर लोगों की दिन की शुरुआत चाय के साथ होती है। सुबह उठते ही इन्हें सबसे पहले दूध वाली चाय की तलब होती है।  कुछ लोग चाय के इतने ज्यादा शौकीन होते हैं कि एक दिन में 4 से 5 कप चाय पी लेते हैं। इतना ही नहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें हर एक-दो घंटे पर चाय चाहिए। चाय पीकर ही वे अपनी थकान को मिटाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चाय से ज्यादा प्यार आपके सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है?

जी हां, हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, ज्यादा चाय पीने से आपकी मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है।  दरअसल, चाय में कैफीन पाया जात है। एक कप चाय में आमतौर पर 20 से 60 मिलीग्राम के बीच कैफीन की मात्रा पाई जाती है। तो चलिए जानते हैं ज्यादा चाय पीने से सेहत को क्या-क्या नुकसान हो सकता है।

जानिए ज्यादा चाय पीने से सेहत को क्या-क्या नुकसान हो सकता है

1. एसिडिटी

अगर आप भी रोजाना सुबह-सुबह खाली पेट चाय पीते हैं तो अब भूलकर भी इस गलती को न दोहराएं, क्योंकि सुबह खाली पेट चाय पीने से आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। दरअसल चाय में कैफिन पाया जाता है जिसकी वजह से पेट में गैस बनता है और आपका पेट भी फूल सकता है।

2. नींद न आने की समस्या

चाय में मौजूद कैफीन आपकी स्लीप साइकल को बुरे तरीके से प्रभावित करती है। इसलिए एक दिन में ज्यादा चाय पीने की वजह से आपको नींद न आने की समस्या हो सकती है। ऐसे में नींद न पूरी होने की वजह से आपको तनाव, स्किन प्रॉब्लम जैसी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

3. ब्लड प्रेशर

बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि ज्यादा चाय पीने से ब्लड प्रेशर पर भी असर पड़ता है। लेकिन आपको बता दें कि हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, अगर आप हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं, तो अधिक मात्रा में चाय पीने से बचें। ये आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।

4. एक्ने

ज्यादा चाय पीने से बॉडी हारमोंस असंतुलित हो जाते हैं। जिसकी वजह से आपको एक्ने और पिंपल जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

5. घबराहट

चाय में टैनिन पाया जाता है। इसलिए अधिक चाय पीने से आपको घबराहट की समस्या हो सकती है।

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सेहत

हरे अंगूर का करें सेवन, दूर रहेंगी कई बीमारियां, जानें इसके जबरदस्त फायदे

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गर्मियों में फलों का सेवन बेहद फायदेमंद माना जाता है। जैसे ही गर्मी की शुरू होती है। तो आप अंगूर का सेवन अवश्य करें। यह गर्मियों के सीजन का अहम फल होता है, जो आपको कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है। स्वाद में मीठा होने के साथ ही ये इम्युनिटी बूस्ट करने से लेकर आंखों की रोशनी बढ़ाने तक में कारगर है। खास बात ये भी है कि अंगूर मानसिक सेहत के लिए बढ़िया बताया गया है, इसके सेवन से तनाव कम होता है।

पोषक तत्वों का भंडार है अंगूर
अंगूर पोषक तत्वों से भरा हुआ है। इसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। इतना ही ही नहीं अंगूर में ग्लूकोज, मैग्नीशियम और साइट्रिक एसिड भी होता है, जो गंभीर बीमारियों से हमारे शरीर की रक्षा करता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अंगूर का सेवन टीबी, कैंसर और ब्लड-इंफेक्शन जैसी बीमारियों में लाभकारी है।

कैसे करें अंगूर का सेवन?
अंगूर का आयुर्वेद में बड़ा महत्व है। इससे बनाई जाने वाली किशमिश सेहत को बेहद फायदा पहुंचाती है। आपको इन दिनों बाजार में हरे, लाल, काले, पीले और पिंक अंगूर नजर आने लगे होंगे। आप अपनी डाइट में हरे अंगूर को शामिल कर सकते हैं। इसका जूस भी पिया जा सकता है, जबकि चबाकर खाने से भी लाभ होता है।

हरे अंगूर खाने के लाभ

पोषक तत्वों से भरपूर अंगूर टीबी, कैंसर और ब्लड-इंफेक्शन जैसी बीमारियों में फायदेमंद होता है।
अंगूर आंखों की रोशनी बढ़ाने में लाभकारी है। इससे चेहरे पर ग्लो भी आता है और इसमें मौजूद विटामिन ए आंखों को स्वस्थ रखता है। हड्डियों को स्वस्थ रखने में भी अंगूर मदद करता है। इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम, विटामिन-बी कमजोर हड्डियों को मजबूत करते हैं। अंगूर का सेवन करने से थकान दूर होती है। साथ ही आपकी इम्युनिटी भी बूस्ट होती है। इसके लिए आप अंगूर जूस का सेवन करें। अंगूर के सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इसमें भरपूर मात्रा में पोटेशियम की मात्रा पाई जाती हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं।

किस समय खाना चाहिए अंगूर?
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अंगूर को खाली पेट सुबह नहीं खाना चाहिए। आप इसे मिड मॉर्निंग या दोपहर में खा सकते हैं। सुबह खाली पेट अंगूर के सेवन से आपको गैस, खट्टी डकार और अपच हो सकती है।

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