देश-विदेश
GIP मॉल की तीसरी मंजिल से कूदकर महिला ने की खुदकुशी
नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक महिला ने GIP मॉल की तीसरी मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला बुधवार की रात थाना सेक्टर 39 क्षेत्र में स्थित जीआईपी मॉल में घूमने के लिए आई थी। बताया जा रहा है कि आकांक्षा सूद नाम की महिला ने अचानक मॉल की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, महिला की 2017 में शादी हुई थी और उनका अपने पति के साथ विवाद चल रहा था।
‘GIP मॉल घूमने आई थीं’
थाना सेक्टर 39 के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने गुरुवार को बताया कि आकांक्षा बीती रात को सेक्टर 38A स्थित GIP मॉल में आई थी। सिंह ने बताया कि आकांक्षा ने अज्ञात कारण के चलते मॉल की तीसरी मंजिल से नीचे छलांग लगा दी। उनके मुताबिक, आकांक्षा को गंभीर हालत में इलाज के लिए एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई। थाना प्रभारी ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि मृतका की साल 2017 में शादी हुई थी और उनका अपने पति के साथ विवाद चल रहा था।
‘तलाक का केस चल रहा था’
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि महिला ने अपना मोबाइल फोन घर पर ही छोड़ दिया था। DCP राम बदन सिंह ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया, ‘कल रात 9:30 बजे के बाद GIP मॉल के गेट नंबर 3 के पास फायर एग्जिट की सीढ़ियों से कूदकर एक महिला ने आत्महत्या कर ली। महिला के पास मिले आधार कार्ड और पैन कार्ड से पता चला कि वह करावल नगर की रहने वाली थी। उसके भाई और भाभी ने बताया कि उसकी शादी 2017 में हुई थी और उसका तलाक का केस चल रहा है। वह हमेशा तनाव में रहती थी और उसी तनाव के चलते उसने आत्महत्या कर ली।’
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सोना हुआ सस्ता, चांदी की कीमत भी ₹2900 घटी, जानें आज का भाव
राष्ट्रीय राजधानी में सोने और चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट आई। सोना 1,650 रुपये की गिरावट के साथ 80,000 रुपये के स्तर से नीचे आ गया। चांदी भी 2,900 रुपये प्रति किलो सस्ती हो गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, सोने का भाव आज 1,650 रुपये गिरकर 79,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। पिछले दिन इसका भाव 81,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। पीटीआई की खबर के मुताबिक, चांदी भी 2,900 रुपये गिरकर 93,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई। बुधवार को इसका भाव 96,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रहा था।
कीमतों में इन वजहों से आई गिरावट
खबर के मुताबिक, व्यापारियों ने कहा कि कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण विदेशों में कमजोर रुख के बीच स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग है। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की तरफ से कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत भी गिर गई है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 1,650 रुपये गिरकर 79,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। पिछले सत्र में यह 80,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
कैसा रहा वायदा बाजार
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने के अनुबंध 76,655 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर कारोबार कर रहे हैं। हालांकि, दिसंबर डिलीवरी के लिए चांदी के अनुबंध 9 रुपये या 0.01 फीसदी गिरकर 90,811 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहे थे। कॉमेक्स गोल्ड वायदा 1.90 डॉलर प्रति औंस या 0.07 प्रतिशत गिरकर एशियाई बाजार में 2,674.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। वैश्विक बाजारों में, चांदी 0.24 प्रतिशत गिरकर 31.26 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा कि सोने में स्थिर से लेकर सीमित दायरे में कारोबार हुआ, क्योंकि बाजार प्रतिभागी आज रात फेडरल रिजर्व (फेड) की बैठक के नतीजों का इंतजार कर रहे थे, जिसमें 0.25 फीसदी ब्याज दर में कटौती की उम्मीद है। इधर, एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी का कहना है कि ट्रंप के व्यापार उत्साह और पूंजी प्रवाह के बिटकॉइन और इक्विटी बाजारों जैसी जोखिमपूर्ण एसेट्स की तरफ शिफ्ट होने के बीच सुरक्षित-आश्रय प्रवाह कम होने से सोने की कीमतों में गिरावट आई।
सोने के लिए बाजार के दृष्टिकोण पर, व्यापारियों ने कहा कि कीमती धातु का भविष्य का आंदोलन फेड की टिप्पणी और उसके बाद के दर निर्णयों पर निर्भर करेगा। हालांकि दरों में कमी का अनुमान है, लेकिन इन कटौतियों की गति और सीमा पीली धातु की अपील के लिए महत्वपूर्ण होगी।
देश-विदेश
हिंदू को माला व भाला साथ रखना चाहिए, बाबा बागेश्वर का बड़ा बयान, वक्फ बोर्ड बंद करने की मांग
भीलवाड़ाः शहर के कुमुद विहार में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर ने गुरुवार को कहा कि देश के प्रत्येक हिंदू को माला व भाला साथ रखना चाहिए। आरएसएस चीफ मोहन भागवत के एक बयान पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि रक्षा करने की सभी को आवश्यकता है। यह केवल संघ का ही दायित्व नहीं है। भारत में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का संवैधानिक अधिकार भी है।
उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति, परिवार की रक्षा करना है। इसके लिए सरकार हमें शस्त्र लाइसेंस भी देती हैं। संघ के साथ प्रत्येक भारतीय सनातन हिंदुओं को माला व भाला दोनों रखने की आवश्यकता है। जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक में कहा कि संतों की रक्षा के लिए स्वयंसेवक बैठे हैं। वह बहुत अच्छी बात है। मैं मोहन भागवत के बयान का स्वागत करता हूं।
वक्फ बोर्ड बंद करने की मांग
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर ने कहा कि देश में वक्फ बोर्ड है तो सनातन बोर्ड क्यों नहीं होना चाहिए। क्या हम वोट नहीं देते हैं। सनातन बोर्ड का इसलिए गठन होना चाहिए। क्योंकि वक्फ बोर्ड बनाकर कोई कहते हैं कि देश की संसद व मंदिर वक्फ बोर्ड की जमीन पर है। कल के दिन हमारे मकान भी वक्फ बोर्ड ले लेगा। देश में वक्फ बोर्ड बंद हो या सनातन बोर्ड का गठन हो।
देश में धर्म के नाम पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण
बंटोगे तो कटोगे के नारे को लेकर पंडित धीरेंद्र के शास्त्री ने कहा कि इस बयान को देने वाले व्यक्ति ने राजनीति के नाते कहा है तो मैं किसी राजनेता के बयान पर टिप्पणी नहीं करता। अगर संत धर्म व आध्यात्म के नाते बयान दिया है तो बहुत सुंदर कहा है। यही हमारा ध्येय है। इसके लिए 4 जुलाई को हमने घोषणा की थी कि इस देश में जात-पात, ऊंच-नीच व भेदभाव मिटाने के लिए पैदल यात्रा निकालेंगे। यह 160 किलोमीटर की यात्रा होगी। वर्तमान में यह जात-पात ऊंच-नीच मिटाने को लिए संकल्प दिलाया जाएगा। धर्म से राजनीति चलती है। राजनीति से धर्म नहीं चलता है।
बाबा बागेश्वर ने कहा कि राजनीति में धर्म नहीं है तो समझ लो राजनीति अंधी है। मैं एक बात स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि राजनीति में धर्म का उपयोग वोट बैंक के लिए नहीं किया जाना चाहिए। यह सबसे बड़ा देश का दुर्भाग्य है कि राजनीति मे धर्म का प्रयोग इस देश का राजनेता अपनी रोटियां सेकने के लिए करते हैं।
बंद हो धर्मांतरण
हिंदुओं की बहन बेटियों को लेकर कहां की अगर हमारी बहन बेटियों को छेड़ता है। हम तो छोड़ेंगे नहीं क्योंकि यह 2024 वाला जगा हुआ हिंदू है। 2010 वाला हिंदू नहीं। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उदयपुर कन्हैयालाल हत्याकांड सहित भीलवाड़ा में सांप्रदायिक घटनाओं का भी जिक्र किया।
शास्त्री ने कहा कि धर्मांतरण व सनातन की बात करना इस देश में तलवार की धार पर चलना है। यह तो पता है कि यह प्रायोजित तरीके से निपटाएंगे लेकिन हम कुछ करके जाएंगे। देश में कोई मौलवी, पादरी गंदा काम करता है तो उनके मजहब के लोग बिल्कुल मुंह नहीं खोलते हैं। लोग सनातन धर्म के गुरुओं में गुण देखने के बजाय अवगुण देखते हैं।
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धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान,कुंभकर्ण के बाद सबसे गहरी नींद में हिंदू सोया
बागेश्वर पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बड़ा बयान जारी किया है। उन्होंने हिंदुओं को कुंभकर्ण की तरह सोने वाला बता दिया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि अब हिंदुओं को जागना होगा। उन्होंने राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में हनुमंत कथा का वाचन के दौरान ये बयान दिया है। कथा के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदू एकता के लिए आह्वान करते हुए कहा कि जब तक मेरे में प्राण है, मैं हिंदुओं के लिए बोलूंगा और हिंदुओं के लिए लडूंगा। अब हिंदुओं को भी जागना होगा।
बागेश्वर धाम से ओरछा तक पदयात्रा होगी
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हनुमंत कथा के लिए बुधवार को भीलवाड़ा पहुंचे थे। यहां 5 दिवसीय हनुमंत कथा के प्रथम दिन धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा में बडी संख्या में भीलवाड़ा शहर सहित जिले भर से भक्त शामिल हुए थे। हनुमंत कथा वाचन के दौरान धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने हिन्दू एकता व सनातन जागृति का संदेश दिया। हिन्दू जागृति व सनातन एकता का संदेश देने के लिए 21 से 29 नवम्बर तक बागेश्वर धाम से ओरछा तक पदयात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद राजस्थान सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से पदयात्राएं निकाल हिन्दू एकता व जागृति का कार्य किया जाएगा।
कुंभकर्ण के बाद हिंदू सोया- धीरेंद्र शास्त्री
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वर्तमान समय में हिंदू की बुरी दशा है। कुंभकर्ण के बाद कोई सोया है तो वह हिंदू सोया है। अब हिंदुओं को जागना होगा और घर से बाहर निकलना होगा। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमारे तन में जब तक प्राण रहेंगे तब तक हम हिंदुओं के लिए बोलेंगे, हिंदुओं के लिए लड़ेंगे। अब हमने विचार कर लिया है कि मंच से हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि हमें ना तो नेता बनना है ना किसी पार्टी को वोट दिलाना है। हम बजरंगबली की पार्टी में है, जिसका नारा भी है- जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं।
अब करो या मरो की बारी- धीरेंद्र शास्त्री
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि अब करो या मरो की बारी है क्योंकि भारत पर संकट भारी है। अब घर से बाहर निकालने की बारी है। इसलिए हिंदुओं को जगाने के लिए हम गांव- गांव जाकर पदयात्रा करेंगे। हम पांच पदयात्रा निकलेंगे, जिसमें पहली पदयात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा धाम जो 21 नवंबर से 29 नवंबर को होगी। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि दूसरी पद यात्रा दिल्ली से वृंदावन करेंगे और तीसरी पद यात्रा लखनऊ से अयोध्या जबकी छठी पदयात्रा वेल्लूर से तिरुपति बालाजी तक होगी। वहीं, अब आगामी दिनों में राजस्थान में भी एक पद यात्रा निकाली जाएगी।
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