हेल्दी लाइफ
*विश्व कैंसर दिवस – कैंसर के ये 8 लक्षण, आप पक्का नहीं जानते होंगे*
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2020/02/14-46-20-1580796448-8297.jpg)
रोज की दिनचर्या में हम कई तरह के शारीरिक कार्यों को करते हैं, जिनका प्रभाव शरीर पर पड़ता है। लेकिन कुछ प्रभाव लंबे समय तक बने रहते हैं, जिन्हें हम अनदेखा कर जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि इनमें कैंसर के लक्षण भी छिपे हो सकते हैं।
जानिए कैंसर के कुछ ऐसे ही लक्षणों के बारे में –
1 अत्यधिक थकान- शरीर में अत्यधिक थकान का बने रहना, ब्लड प्लेटलेट्स या लाल रक्त कोशिकाओं में गड़बड़ी का कारण हो सकता है, जिससे ल्यूकेमिया का खतरा बना रहता है। ऐसा होने पर अनदेखा न करें।
2 बेवजह वजन घटना- बगैर किसी कारण अचानक वजन कम होने पर, इसे अनदेखा न करें। यह कोलोन कैंसर की चेतावनी हो सकती है। यही नहीं य ह पाचन तंत्र के कैंसर के लिए भी जिम्मेदार हो सकता है। इसके अलावा बेवजह वजन घटना, लीवर कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं, जो आपकी भूख को प्रभावित करने के साथ ही, शरीर की अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने के क्षमता पर भी असर डालता है।
3 कमजोरी- समान्य कमजोरी और थकान का बना रहना कई प्रकार के कैंसर के लक्षणों में शामिल है। साथ ही बिना कारण थकान महसूस होने पर यदि भरपूर नींद ओर आराम के बाद भी वह ठीक न हो तो इसे अनदेखा बिल्कुल न करें। डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
4 फोड़ा या गांठ- शरीर के किसी भाग में कोई फोड़ा, गांठ या फिर कोई त्वचा के कई सारी परतें, जो एक ही जगह पर इकट्ठा हुई हों, यदि इलाज के बावजूद ठीक नहीं हो पा रही हो, तो इसे गंभीरता से लें। यह त्वचा का कैंसर भी हो सकता है। जो कई तरह का हे सकता है।
5 कफ और सीने में दर्द- लंबे समय तक कफ का बना रहना और सीने में दर्द होना, ल्यूकेमिया के साथ ही कई प्रकार के कैंसर का खतरा पैदा करता है।यह लंग ट्यूमर या ब्रांकाईटिस के लक्षण भी हो सकते हैं। लंग कैंसर के कारण सीने में होने वाला दर्द कंधे और बांहों में भी बना रहता है।
6 कूल्हे या पेट में दर्द- कूल्हे या पेट के निचले भाग में होने वाला दर्द भी किसी प्रकार से सामान्य नहीं है। पेट में दर्द होने पर कुछ ही देर में सूजन आ जाना, ऐंठन होना, गर्भाशय का कैंसर हो सकता है। इसके अलावा ल्यूकेमिया में भी प्लीहा के बढ़ जाने के कारण पेट में दर्द हो सकता है।
7 निप्पल में बदलाव- निप्पल के आकार में अचानक बदलाव आना ब्रेस्ट कैंसर का कारण हो सकता है। जिसमें निप्पल का सपाट होना या नीचे की तरफ या बगल में मुड़ जाना शामिल हैं। ऐसा होने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
8 पीरियड्स में तकलीफ-माहवारी में अत्यधिक दर्द होना और असमय खून का स्त्राव होना, वैजाइनल कैंसर का लक्षण हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह से ट्रांसवैजाइनल अल्ट्रासाउंड अवश्य करवाएं।
सेहत
अगर चुभती घमौरियों से पाना चाहते हैं राहत तो अपनाएं यह घरेलु नुस्खे
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/13-5.jpg)
भीषण गर्मी और तपिश में लोगों का हाल बेहाल है. इस मौसम में धूप और पसीने के कारण पीठ पर बहुत अधिक घमौरियां हो जाती हैं, जिससे काफी परेशानी होती है। यह समस्या हर वर्ग के लोगों को हो सकती है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक लोग घमौरियों से परेशान हैं. घमौरियों का मुख्य कारण पसीना है। इसके अलावा भारी मेकअप, टाइट कपड़े पहनना, सनस्क्रीन न लगाना जैसे कारण भी हो सकते हैं। घमौरियों से राहत पाने के लिए आप कई तरह के उपायों की मदद ले सकते हैं। आइये जानते हैं कि घर पर घमौरियों की समस्या का इलाज कैसे करें?
तुलसी गुणकारी है
तुलसी के पत्तों का पेस्ट भी घमौरियों के इलाज में कारगर हो सकता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले पत्तों की कुछ पत्तियां लें. अब इन पत्तों को अच्छे से पीसकर पेस्ट तैयार कर लें। अब इस पेस्ट को अपनी पीठ पर लगाएं और फिर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। बाद में इसे सामान्य पानी से साफ कर लें।
मुल्तानी मिट्टी से करें घमौरियों का इलाज
घमौरियों की समस्या को कम करने के लिए आप मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल कर सकते हैं। मुल्तानी मिट्टी आपकी त्वचा को ठंडक देती है। घमौरियों का इलाज करने के लिए सबसे पहले 1 कटोरी लें। इसमें 2 से 3 चम्मच मुल्तानी मिट्टी मिलाएं। अब इसमें गुलाब जल मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें. अब इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लेप की तरह लगाएं। फिर 30 मिनट के लिए छोड़ दें. बाद में इसे सामान्य पानी से धो लें. इससे कुछ ही दिनों में घमौरियों की समस्या दूर हो जाएगी।
बेकिंग सोडा है फायदेमंद
पीठ के रैशेज से छुटकारा पाने के लिए आप बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले एक कटोरी में थोड़ा सा बेकिंग सोडा लें. इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं और फिर साफ कपड़े से पोंछ लें। इससे आपको बेहतर महसूस होगा. साथ ही घमौरियां कुछ ही दिनों में कम हो सकती हैं।
बर्फ का टुकड़ा है फायदेमंद
बर्फ के टुकड़े भी घमौरियों की समस्या को कम करने में फायदेमंद साबित हो सकते हैं। बर्फ के टुकड़े घमौरियों की समस्या को कम कर देंगे। इसे इस्तेमाल करने के लिए 2 से 3 बर्फ के टुकड़े लें. अब इसे एक सूती कपड़े में लपेटकर प्रभावित जगह पर लगाएं। कुछ देर तक सिंकाई करने से फायदा होगा।
सेहत
हाई बीपी की समस्या से हैं परेशान तो ये ड्राई फ्रूट्स करेंगे मदद..
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/5-6.jpg)
बदलती जीवनशैली की वजह से आजकल लोगों को कई स्वास्थय संबंधी समस्याएं हो रही है. हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन उनमें से एक हैं. हाई ब्लड प्रेशर एक आम समस्या है लेकिन अगर इसे सही समय पर कंट्रोल नहीं किया गया तो ये गंभीर रूप धारण कर सकता है. ऐसे में इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है. हाइपरटेंशन की समस्या को दवाइयों के अलावा कुछ ड्राई फ्रूट्स से भी कम किया जा सकता है. आइए जानते हैं किन-किन ड्राई फ्रूट्स की मदद से हम इसे कंट्रोल कर सकते हैं.
1. बादाम:- बादाम को लोग अपनी मेमोरी तेज करने के लिए खाते हैं लेकिन बादाम से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को भी कम किया जा सकता है. बादाम में मैग्निशियम मौजूद होता है जो आपकी नसों को खोलता है और आपके ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है.
2. काजू:- काजू हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए बेस्ट है. इसमें भरपूर मात्रा में मौजूद पोटेशियम और लो सोडियम आपका हाइपरटेंशन कम करता है.
3. खजूर:- खजूर में नेचुरल शुगर मौजूद होता है, और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और पोटैशियम आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और दिल के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है.
4. किशमिश:- किशमिश को हम कई बार इग्नोर कर देते हैं लेकिन अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के एक अध्ययन के मुताबिक, दिन में तीन बार किशमिश खाने से हाई ब्लड प्रेशर कम की समस्या कम होती है.
5. अखरोट:- अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जो दिल के स्वास्थ्य के लिए तो अच्छा होता ही है साथ ही जिन व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है ये उनके लिए भी लाभदायक है.
सेहत
अगर ज्यादा मात्रा में कर रहे हैं ग्रीन टी का इस्तेमाल, तो शरीर को होंगे यह नुकसान..
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/5-5.jpg)
ग्रीन टी हमारी रसोई में एक आवश्यक वस्तु बन गई है, खासकर जब बात वजन कम करने की हो। यह न सिर्फ हमें तरोताजा करता है बल्कि हमारे शरीर को अंदर से साफ करने में भी मदद करता है। ग्रीन टी में मौजूद गुण न सिर्फ हमारे शरीर को स्वस्थ रखते हैं बल्कि वजन घटाने में भी मदद करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हमें एक दिन में कितनी ग्रीन टी पीनी चाहिए? और यदि हम इसे बहुत अधिक पी लें तो क्या हो सकता है? आइए यहां जानें.
ज्यादा शराब पीने के नुकसान
सीमित मात्रा में ग्रीन टी पीना हमारी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है। लेकिन अगर हम इसे अधिक मात्रा में पीते हैं तो इससे कुछ नुकसान भी हो सकते हैं. सबसे पहले, ग्रीन टी में कैफीन होता है। अगर हम बहुत ज्यादा ग्रीन टी पीते हैं तो हमारे शरीर में कैफीन की मात्रा बढ़ जाती है। इसके कारण हमें अनिद्रा, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द और दिल की धड़कन बढ़ने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।दूसरा, ग्रीन टी में टैनिन भी होता है जो आयरन के अवशोषण को कम कर सकता है। इसका मतलब यह है कि अगर हम भोजन के साथ या भोजन के तुरंत बाद बहुत अधिक ग्रीन टी पीते हैं, तो हमारे शरीर को भोजन से आयरन ठीक से नहीं मिल पाता है। इससे खून की कमी या एनीमिया हो सकता है।
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
बीजली करेंट के चपेट में आने से युवक की मौत मर्ग कायम कर जांच में जुटी पुलिस
-
खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
एकलव्य आवासीय विद्यालय पोड़ीडीह में रिक्त सिटों की पूर्ती हेतु
-
खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण: कुर्की करने की तैयारी में एस.डी.एम.
-
आस्था7 days ago
डाक कांवड़ यात्रा क्या होती है, क्यों माना जाता है इसको सबसे कठिन?
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
छत्तीसगढ़ : जिले में हुई तेज बारिश, स्कूल बंद करने कलेक्टर ने जारी किया आदेश
-
खबरे छत्तीसगढ़7 days ago
प्रभारी अधिकारी के हवाले से हो रहा परियोजना कार्यालय का संचालन प्रशासन बेखबर
-
खबरे छत्तीसगढ़2 days ago
छत्तीसगढ़ : अगले 24 घंटों के लिए 21 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
-
देश-विदेश2 days ago
Gold ₹4,828 प्रति 10 ग्राम हुआ सस्ता, चांदी भी हुई खूब सस्ती, खरीदारी का सबसे अच्छा मौका