
कसडोल : इन दिनों रेत माफियाओं के आगे प्रशासन बौना नजर आ रहा है जिसके चलते रेत माफियाओं का हौसला बुलंद हो गया है और रेत का अवैध उत्खनन परिवहन निरंतर जारी है।जहां कसडोल विकासखंड के अंतर्गत कटगी,डेराडीह,रामपुर में देखा जा सकता है।रेत माफिया जोंक नदी के समीप ही रेत घाट बनाकर रोजाना कई ट्रैक्टरों से नदी से रेत निकालकर डंपिंग करते हैं और आर्डर पर ऊंचे दामों में बेचने के लिए हाईवा ट्रैकों में जेसीबी मशीनों से भरकर रेत बिना रॉयल्टी पर्ची के परिवहन किया जाता है।जिससे राजस्व को भी हानि हो रही है और इसमें प्रशासन मौन है आखिर ये रिश्ता क्या कहलाता है?जहां शासन की नजरअंदाज और चुप्पी रहना रेत माफियाओं से मिलीभगत होने की ओर दर्शाता है।जहां बेखौप होकर रेत माफिया अपने राजनीतिक रसूख की रौब में काम को अंजाम देने लगे हुए है।
सूत्रों से दी गई जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत डेराडीह में ग्राम पंचायत प्रतिनिधि के सानिध्य में सचिव आवास ग्राम पंचायत डेराडीह के समीप ही रेत का अवैध भंडारण कर कारोबार किया जा रहा है जिसे प्रत्यक्ष देखा भी जा सकता है।शासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने से रेत माफिया कलेक्टर की आदेशों का मखौल उड़ा रहे हैं।विदित हो कि पूर्व में भी यहां से रेत चोरी कर कारोबारी की घटना सामने आया था जो आज भी निरंतर जारी है।ज्ञात हो कि बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी ने ई रेत संगवारी से पीएम आवास योजना के हितग्राहियों को सहज एवं आसानी से उपलब्ध कराने के लिए रॉयल्टी मुक्त रेत मोबाइल एप्लिकेशन 1.0 जारी भले ही किया हो किंतु इन्हीं की आड़ में रेत माफियाओं का बाजार गुलजार हो रहा है।वही इस संबंध में जानकारी के लिए जिला खनिज अधिकारी के के बंजारे को फोन ने संपर्क किया तो उनका नंबर नेटवर्क कवरेज से बाहर बताया।