बस्तर : छत्तीसगढ़ के बस्तर में खास बस्तर ओलंपिक खेलों का समापन रविवार को हुआ. इस खास आयोजन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय समेत अन्य नेता मौजूद रहे. इस मौके पर अमित शाह ने नक्सल के खिलाफ सरकार के कार्यों को हाइलाइट किया. उन्होंने यहां के मंच से नक्सलियों से हथियार डालने की खास अपील की. बता दें कि इस साल पहली बार बस्तर के अंदरूनी इलाकों में पहली बार खेल का आयोजन हुआ था. इसमें ब्लॉक स्तर पर एक लाख 65 हजार लोगों ने हिस्सा लिया था.
नक्सल हमलों में घायल खिलाड़ियों ने भी लिया हिस्सा
बस्तर ओलंपिक खेलों में 300 आत्म समर्पित और 18 नक्सल घटनाओं में दिव्यांग हुए खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लिया. इसके लिए 1 अक्टूबर को पंजीयन शुरू हुआ था. 1 नवंबर से 20 नवंबर तक पंचायत एवं ब्लॉक स्तर पर खेलों का आयोजन हुआ. ब्लॉक स्तर में विजेताओं ने 21 से 25 नवंबर तक जिला स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. 13 दिसंबर से संभाग स्तर पर खेलों का आयोजन हुआ. नक्सल हिंसा से पीड़ित मडकम मुन्ना और अलग-अलग आदिवासी समाज के लोगों ने अमित शाह का खास सम्मान किया.
‘बदल रहा है बस्तर’
अमित शाह ने बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह के मंच से कहा कि बस्तर बदल रहा है. बस्तर ओलंपिक 2024 का ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ है. ये बस्तर ओलंपिक सभी सातों जिलों की पहचान बनने वाला है. उन्होंने आगे कहा, ‘बस्तर ओलंपिक बस्तर नक्सलवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकेंगे. अगली बार 2026 के ओलंपिक में आऊंगा और कहूंगा कि बस्तर बदल गया है.’
बस्तर की तस्वीर बदलने की खास पहल-अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘ओलंपिक बस्तर की तस्वीर बदलने की खास पहल है. शांति, सुरक्षा, विकास और नई उम्मीद की नींव डालने का कम बस्तर ओलंपिक ने किया है. भारत को किसी खेल में मेडल मिलता है, उसमें आधे आदिवासी बच्चे लाते है.’ इस मंच से अमित शाह ने नक्सलियों से एक बार फिर अपने हथियार डालने और आत्मसमर्पण करने की अपील की. उन्होंने नक्सलियों को राज्य सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं की सौगात के बारे में भी याद दिलाया.