दुर्ग : नेहरू नगर के शराब कारोबारी अरविंद सिंह ने स्मृति नगर चौकी पुलिस को सूचना दी कि 23 से 28 दिसंबर के मध्य परिवार सहित बाहर गए हुए थे। इस दौरान उसके घर में अज्ञात चोरों द्वारा चोरी की घटना की सूचना मिली। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया। इस मामले में एसीसीयू एवं स्मृति नगर चौकी पुलिस की एक संयुक्त टीम गठित कर घटना स्थल से फिंगरप्रिंट लिया गया एवं डॉग स्कॉड टीम से घटना स्थल की जांच की। वहीं आसपास लगे सीसीटीवी के विगत पांच दिनों के फुटेज का बारीकी से परीक्षण किया गया।
सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से अवलोकन किया गया, जिसमें 26 एवं 27 दिसंबर के मध्य रात्रि दो अज्ञात संदेहियों को घर के अंदर प्रवेश करते एवं बाहर निकलते देखा गया। टीम ने त्रिनयन एप के माध्यम से आसपास के क्षेत्र में लगे 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का बारीकी से अवलोकन कर चोरों के आने एवं जाने का मार्ग सुनिश्चित किया गया। आसपास क्षेत्र के पूर्व नकबजनों के हुलिये के आधार पर पतासाजी की गई। इसी दौरान सीसीटीवी फुटेज पर पूर्व नकबजन राहुल बंसोड़ के जैसा हुलिया दिखाई दिया। टीम द्वारा संदेही राहुल बंसोड का पता तलाश किया गया एवं उसकी दिनचर्या पर नजर रखी गई। जिसके द्वारा अत्यधिक पैसे खर्च करना पाया गया। पुलिस टीम द्वारा उक्त आरोपी को बड़ी सावधानी पूर्वक नजर रखकर घेराबंदी कर पकड़ा गया।
आरोपी पूर्व में चोरी की वारदात को अंजाम देने पश्चात पकड़े जाने के डर से मोबाइल टावर पर चढ़कर कूद जाने की धमकी दी थी। उक्त संदेही को पकड़ कर पूछताछ करने पर पहले तो गोल-मोल बातें कर इनकार करता रहा। फुटेज दिखाकर कड़ाई से पूछताछ करने पर अपने साथी प्रदीप कुमार के साथ मिलकर चोरी करना स्वीकार किया। जिसके बाद पुलिस ने प्रदीप को भी गिरफ्तार किया जो कि पूर्व में भी इसके साथ चोरी की थी। दोनों ने चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकर की। आरोपियों द्वारा घर के बाहर लगे ताले को तोड़कर अन्दर प्रवेश कर आलमारी को तोड़कर आलमारी में रखे सोना एवं चांदी के जेवरात, डीएसएलआर कैमरा, सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर की चोरी की थी।
आरोपी राहुल ने चोरी के माल को अपनी मां किरण बंसोड के पास छिपाने के लिए दिया था। जिसे उसके घर जाकर उसकी मां के पास से बरामद किया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से सोने के 31 लाख 26 हजार रुपये कीमत के आभूषण, चांदी के 1 लाख 80 हजार के आभूषण, डीएसएलआर कैमरा आदि माल आरोपियों के कब्जे से बरामद किया। आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया गया है।