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‘तो नेहरू, इंदिरा गांधी के नाम की जगह मनमोहन सिंह…’ क्या राजीव चंद्रशेखर के इस ‘आइडिया’ को अपनाएगी कांग्रेस?

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नई दिल्ली  : चेन्नई के अन्ना विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग छात्रा के यौन उत्पीड़न का मामला तमिलनाडु में गर्माया हुआ है, जिसे शुक्रवार को वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यहां दिल्ली में भी उठाया। उन्होंने कई फोटो दिखाते हुए आरोप लगाया कि छात्रा का यौन उत्पीड़न करने वाला आरोपित राज्य में सत्तासीन डीएमके का पदाधिकारी है।
राजीव चंद्रशेखर ने गांधी परिवार पर कसा तंज
उन्होंने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम पर राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि कांग्रेस सुझाव दे तो नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नाम के हजारों संस्थानों में से कुछ का नामकरण मनमोहन सिंह या नरसिम्हा राव के नाम पर करने के लिए सरकार से बात की जा सकती है।राजीव चंद्रशेखर ने दावा किया कि यौन उत्पीड़न का आरोपित ज्ञानशेखरन डीएमके का पदाधिकारी है, इसके कई फोटो और सुबूत सामने आ चुके हैं। उसे सरकार और पुलिस का संरक्षण है।

तमिलनाडु में कानून का राज नहीं: भाजपा

भाजपा नेता ने आगे कहा कि सिर्फ भाजपा ने लगातार इस मुद्दे को उठाया है। प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई सहित कार्यकर्ता संघर्ष कर रहे हैं। वहां भय का माहौल है, कानून का राज नहीं रह गया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा ने मदुरई में मार्च निकाला तो तो संविधान लहराने वाले आइएनडीआइए के घटक दल डीएमके की सरकार ने प्रदर्शन का संवैधानिक अधिकार रौंदते हुए कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस झूठे वादों की राजनीति करती है।

राजीव चंद्रशेखर ने कहा,”मुफ्त रेबड़ियों के चलते हिमाचल और कर्नाटक में सरकार की वित्तीय हालत खराब है। कांग्रेस के झूठे वादों की राजनीति का दंश इन राज्यों का आम आदमी झेल रहा है। हाल ही में दिवंगत हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के स्मारक के नाम पर राजनीतिक खींचतान के प्रश्न पर राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि कांग्रेस की किताब में सिर्फ चार चैप्टर हैं, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अब सोनिया-राहुल-प्रियंका।”

कांग्रेस को अब नई किताब देखनी चाहिए, जिसमें देश के लिए काम करने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल, सुभाष चंद्र बोस, वीर सावरकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे नेताओं के नाम भी शामिल हैं।

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