कोरबा: कोरबा में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने दो परिवारों को शोक में डुबो दिया। इस हादसे में कोरबा निवासी दीक्षा राठौर और मोनिका चटर्जी की जान चली गई। कार चालक देवराज लांझेकर, जो स्वयं कोरबा का रहने वाला था, भी इस दुर्घटना में घायल हुआ है। ये तीनों मनाली में छुट्टियां बिताने के बाद अपने घर लौट रहे थे।
हादसा चैतमा के पास हुआ, जहां तेज रफ्तार कार असंतुलित होकर सड़क किनारे पलट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दुर्घटना के समय दीक्षा की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, मोनिका की सांसें चल रही थीं, लेकिन उसे अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। देवराज को मामूली चोटें आईं, और वह होश में था।
दीक्षा छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ जिला कोरबा के अध्यक्ष सीपीएस राठौर की सबसे छोटी बेटी थीं। उनके अचानक निधन ने परिवार को गहरा सदमा दिया है। परिवार और परिचितों को इस बात पर यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि हमेशा मुस्कुराने वाली दीक्षा अब उनके बीच नहीं है।
कश्मीर और मनाली टूर के घर से लौटने से पहले दीक्षा ने अपने इंस्टाग्राम पर कई तस्वीरें और वीडियो साझा किए थे। इन पोस्ट्स में वह दोस्तों के साथ खुश नजर आ रही थीं। एक वीडियो में उन्होंने मनाली आने को अपने सपनों की सूची में शामिल बताया था। वहीं, एक अन्य पोस्ट में दोस्तों से विदा होने पर निराशा व्यक्त की थी। इस दुर्घटना के बाद से कोरबा में शोक की लहर है। दीक्षा और मोनिका के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। यह हादसा एक बार फिर तेज रफ्तार और असावधानी से होने वाले खतरों की ओर इशारा करता है।