प्रयागराज:- मौनी अमावस्या के चलते 10 करोड़ श्रद्धालुओं के प्रयागराज में पहुंचने का अनुमान है. यहां से अयोध्या 168 किलोमीटर दूर अयोध्या है. इसलिए कई श्रद्धालु संगम में शाही स्नान के बाद राम नगरी अयोध्या भी पहुंच रहे हैं. ऐसे में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने आस-पड़ोस के श्रद्धालुओं को सलाह दी है कि वो 15 दिन बाद ही अयोध्या आएं.चंपत राय ने कहा- प्रयागराज में 29 जनवरी को महाकुम्भ में मौनी अमावस्या का मुख्य स्नान है. अनुमान है कि 10 करोड़ लोग इस दिन गंगा स्नान करेंगे. बहुत बड़ी संख्या में प्रयागराज से भक्तजन अयोध्या भी पहुंच रहे हैं. ट्रेन एवं सड़क दोनों प्रकार से भक्तजन प्रयाग से अयोध्या आ रहे हैं. पिछले तीन दिनों से अयोध्या में दर्शनार्थियों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है.
उन्होंने आगे कहा- अयोध्या धाम की आबादी एवं आकार को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि इतनी अधिक संख्या में भक्तों को एक दिन में रामलला के दर्शन कराना बहुत कठिन है और भक्तों को परेशानी का कारण बन रहा है. परिणाम स्वरूप किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोकने के लिए आवश्यक हो गया है कि भक्तों को अधिक पैदल चलाना पड़ रहा है. अतः निवेदन है कि पास पड़ोस के भक्तजन 15-20 दिन के पश्चात दर्शन करने अयोध्या पधारें. ताकि बहुत दूर से आने वाले भक्त आसानी से रामलला के दर्शन कर सकें. इससे सभी को सुविधा होगी. बसंत पंचमी के बाद फरवरी महीने में काफी राहत रहेगी. मौसम भी अच्छा हो जाएगा. मेरे इस निवेदन पर अवश्य विचार करें.
विकसित किए गए 44 घाट
मौनी अमावस्या पर आ रहे करोड़ों श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं. लगभग 12 किमी के क्षेत्र में विकसित सभी 44 घाटों पर स्नान कराने की तैयारी है. घाटों पर एसडीएम के साथ सीओ, तहसीलदार व नायब तहसीलदारों को भी लगाया गया है.
घाटों पर IAS-IPS की तैनाती
संगम तट के घाटों के साथ ही ऐरावत घाट व अरैल घाट पर आइएएस अधिकारियों और एडीएम व एसडीएम रैंक के पीसीएस अधिकारियों को लगाया गया है. इसके अलावा प्रयागराज समेत इसके आसपास चारों ओर स्थित 10 जिलों के डीएम व एसपी को भी लगा दिया गया है.
चार पहिया वाहनों का प्रयोग न करने की अपील
मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर प्रयागराज शहर के लोगों से चार पहिया वाहनों का न प्रयोग करने का डीएम प्रयागराज रविंद्र कुमार मांदड़ ने किया है. एक्स पर पोस्ट कर उन्होंने आह्वान किया कि प्रयाग के लोग चार पहिया वाहनों का प्रयोग न करें और प्रशासन का सहयोग करें, ताकि जाम की समस्या न उत्पन्न हो सके.