
31 जनवरी 2025:- अफगानी करंसी की गिरती हालत को देखकर अफगानिस्तान सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं. अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने अपने सभी नागरिकों पर एयरपोर्ट के माध्यम से देश से बाहर ले जाने के लिए 5000 डॉलर और लैंड बॉर्डर के माध्यम से 500 अमेरिकी डॉलर ले जाने की सीमा तय कर दी है. तालिबान सरकार ने साफ किया है कि जो इन आदेशों को नहीं मानेगा उसे एक साल या उससे ज्यादा की जेल की सजा हो सकती है. तालिबान सरकार की कोशिश है कि देश से कम से कम विदेशी मुद्रा देश से बाहर जाए.
अमेरिका में नए राष्ट्रपति के शपथ लेने के बाद से अफगानी मुद्रा में लगातार गिरावट का रुख जारी है. यहां तक कि इस 26 जनवरी को अफगानिस्तान मुद्रा का मूल्य गिरकर 1 अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83 अफगानी मुद्रा तक पहुंच गई. इसके बाद भी अफगानी मुद्रा में लगातार गिरावट जारी है. बताया जा रहा है कि अमेरिका ने जिस तरह से अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को सहायता देने पर रोक लगा दी है, अब उसका असर इकोनॉमी पर भी दिखने लगा है. इस वजह से अफगान मुद्रा में लगातार गिरावट का रुख जारी है. अफगान मुद्रा की लगातार गिरावट को देखते हुए अफगानिस्तान ने अमेरिकी डॉलर को लगातार बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
अफगान नागरिकों पर कड़े प्रतिबंध
अफगान सरकार ने अपने आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा है कि अफगानी नागरिक केवल अपनी मुद्रा में ही लेनदेन करेंगे. अमेरिकी डॉलर की तस्करी रोकने के लिए अफगान सरकार ने स्पष्ट आदेश जारी करते हुए कहा है कि कोई भी अफगानी नागरिक हवाई जहाज के माध्यम से केवल 5000 डॉलर और बॉर्डर रोड के माध्यम से केवल 500 अमेरिकी डॉलर ही लेकर जा सकेगा. इस आदेश का उल्लंघन करने पर उसके पास मौजूद तमाम संपत्ति को जब्त की ली जाएगी. साथ ही दोषी को एक साल या उससे ज्यादा की जेल की सजा का भी प्रावधान किया गया है. सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि अफगानिस्तान के सभी व्यापारी, मनी चेंजर्स और कीमती पत्थर व्यापारियों समेत सामान्य नागरिकों पर यह नियम लागू होंगे.