
इससे पहले समिति ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को रिपोर्ट सौंपी थी। समिति ने बुधवार को बहुमत से अपनी रिपोर्ट को मंजूरी दी थी, जिसमें भाजपा के सदस्यों की ओर दिए गए सुझावों को शामिल किया गया है।
भाजपा सदस्यों ने जोर देकर कहा कि पिछले साल अगस्त में लोकसभा में पेश किया गया विधेयक वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में आधुनिकता, पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का प्रयास करता है। वहीं, विपक्ष ने इसे मुस्लिम समुदाय के संवैधानिक अधिकारों पर हमला और वक्फ बोर्ड के कामकाज में हस्तक्षेप बताया है।
वक्फ संशोधन बिल पर संसदीय समिति ने लोकसभा अध्यक्ष को सौंपी रिपोर्टवक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसद की संयुक्त समिति ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंप दी है। समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने गुरुवार को बिरला से उनके संसद भवन स्थित कार्यालय में मुलाकात की और रिपोर्ट सौंपी।
बुधवार को पैनल ने बहुमत से अपनी रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्यों द्वारा सुझाए गए बदलाव शामिल थे, जिसके बाद विपक्ष ने इस कवायद को वक्फ बोर्डों को नष्ट करने का प्रयास करार दिया।
देश भर में सैकड़ों प्रतिनिधिमंडलों से मिले समिति के सदस्य
वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संसद की संयुक्त समिति ने मसौदा कानून पर रिपोर्ट को 15-11 बहुमत से स्वीकार कर लिया था। जगदंबिका पाल ने बताया कि पिछले पांच से अधिक महीनों में समिति ने कई बैठकें की हैं और देश भर में सैकड़ों प्रतिनिधिमंडलों से मिले हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को रिपोर्ट सौंपते समय समिति के अन्य सदस्य निशिकांत दुबे, तेजस्वी सूर्या, संजय जायसवाल और अन्य भी मौजूद रहे।