
13 मार्च 2025:- मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में भगवान कृष्ण के लिए मुस्लिम बुनकरों की ओर से बनाए गए कपड़ों पर प्रतिंबध लगाने की मांग को मंदिर प्रशासन ने खारिज कर दिया है. मंदिर प्रशासन ने बुधवार को स्पष्ट कर दिया है कि भगवान के परिधानों के चयन प्रकिया में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. इस संबंध में शाही ईदगाह मस्जिद विवाद में शामिल श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी ने मंगलवार को मंदिर प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा था.
मुस्लिम बुनकरों के बनाए गए कपड़े भगवान कृष्ण को पहनाने पर प्रतिबंध नहीं लगेगा. इस संबंध में मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर मुस्लिम बुनकरों की भगवान कृष्ण में आस्था है तो हमें उनसे पोशाक लेने में कोई आपत्ति नहीं है. इस संबंध में मंगलवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश फलाहारी ने बांके बिहारी मंदिर प्रशासन को एक मुस्लिम बुनकरों की पोशाकों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर एक ज्ञापन दिया था.
मुस्लिम बुनकरों की पोशाक पर प्रतिबंध लगाने की थी मांग
उन्होंने कहा कि भगवान की पोशाक शुद्धता का प्रतीक होनी चाहिए. जो हमारे भगवान को नहीं मानते, गौ माता को काटकर खाते हैं. हम अपने धार्मिक कार्यों एवं धार्मिकता से जुड़े व्यापार में उनका हस्तक्षेप स्वीकार नहीं करेंगे. इस दौरान यह भी कहा गया था कि यदि कोई विधर्मी जो हमारे धर्म को नहीं मानता. उसके हाथों से बनी कोई भी वस्तु ठाकुर जी को अर्पित नहीं की जा सकती. अगर ऐसा कर रहे हैं वह घोर पाप के भागी है.
‘मुस्लिम बुनकरों से नहीं है आपत्ती’
मंदिर प्रशासन के एक सदस्य ज्ञानेंद्र किशोर गोस्वामी ने बताया कि हमें मुस्लिम बुनकरों की ओर से बनाई गई पोशाकों का उपयोग बंद करने का प्रस्ताव मिला था. हमारी प्राथमिक चिंता ठाकुरजी को चढ़ाई जाने वाली पोशाकों की शुद्धता और पवित्रता सुनिश्चित करना है. यदि मुस्लिम समुदाय के सदस्यों की ठाकुरजी में आस्था है, तो हमें उनसे पोशाकें स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं है. आगे वह बताते हैं कि कोई भी व्यक्ति प्रस्ताव भेजने के लिए स्वतंत्र है.