
दुर्गूकोंदल विकासखण्ड में जल जीवन मिशन के तहत सरकार द्वारा शुरू की गई योजना का कोई असर नहीं दिख रहा है। ग्रामीणों को आज भी पीने का साफ पानी नहीं मिल रहा है। जल जीवन मिशन के तहत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाया था, लेकिन दुर्गूकोंदल विकासखण्ड में आश्रित कई पंचायत एवं गांव में इस योजना का कोई असर नहीं दिख रहा है।
जल जीवन मिशन की विफलता के कारण
दुर्गूकोंदल तहसील के सराधुघमरे में जल जीवन मिशन की विफलता का मामला सामने आया है। करोड़ों रुपये की लागत से जल जीवन मिशन के तहत नल लगाए गए हैं, लेकिन कई जगहों पर पानी का कनेक्शन तो है, लेकिन नल में एक बूंद पानी तक नहीं है। सराधुघमरे के ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव में पिछले साल जल जीवन मिशन के तहत एक टंकी बनाई गई थी, जिसमें 19 कनेक्शन किए गए थे, लेकिन आधे कनेक्शन में पानी आता है और आधे में पानी नहीं आता है।ग्रामीणों ने प्रशासन से यह सवाल किया है कि आखिरकार इतनी योजनाओं के बावजूद उनका गांव पानी से क्यों महरूम है? इस समस्या को लेकर उनका आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है।
जिलाधिकारी की चुप्पी पर सवाल
इस मामले में भानुप्रतापपुर एसडीओ यू के गुरु से जब मीडिया ने बात की, तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए कहा कि जिला अधिकारी ने उन्हें कुछ भी बोलने से मना किया है। जिलाधिकारी को भी फोन किया गया, तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
विधायक मंडावी ने भी विधानसभा में उठाया था मुद्दा
क्षेत्र में पानी की समस्या को लेकर भानुप्रतापपुर विधानसभा की विधायक सावित्री मंडावी ने विधानसभा में इसकी सवाल किया था। विधानसभा सत्र में जल संकट को लेकर कई चर्चाएं हुई, इसके बावजूद शासन और प्रशासन गंभीर नहीं है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल जीवन मिशन के तहत उनके गांव में पानी की सुविधा मुहैया कराई जाए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करेंगे।
प्रशासन की जिम्मेदारी
प्रशासन को जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीणों को पानी की सुविधा मुहैया कराने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्हें ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए और जल जीवन मिशन के तहत उनके गांव में पानी की सुविधा मुहैया करानी चाहिए।