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अमेरिकी दूतावास ने किया कमाल, US जाने वाले भारतीयों के लिए ये बड़ी खुशखबरी है

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अमेरिका में भारतीयों को दूतावास ने 10 लाख से अधिक वीजा जारी किए हैं। साल 2023 में यह आंकड़ा 2019 के आंकड़े से 20 फीसदी अधिक है। इस तरह अमेरिकी मिशन ने 2023 में 10 लाख गैर-आप्रवासी वीजा आवेदनों को संसाधित करने के अपने लक्ष्य को पार कर लिया है। अमेरिकी दूतावास ने गुरुवार को घोषणा की कि मिशन ने 2022 में संसाधित मामलों की कुल संख्या को पहले ही पार कर लिया है। साथ ही महामारी 2019 से पहले की तुलना में लगभग 20% अधिक आवेदनों पर कार्रवाई कर रहा है।

भारत से रिश्ते हुए और मजबूत

भारत में राजदूत एरिक गार्सेटी ने दूतावास के एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, ‘भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय सहयोग और संबंध काफी गहरे हैं। साथ ही दोनों देशों के रिश्ते सबसे महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक है। हमारे लोगों के बीच संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं। यही नजीं, हम आने वाले महीनों में अधिक से अधिक भारतीय आवेदकों को अमेरिका की यात्रा करने और अमेरिका-भारत मित्रता का प्रत्यक्ष अनुभव करने का अवसर देने के लिए वीजा कार्य की रिकॉर्ड-सेटिंग मात्रा जारी रखेंगे’।

कितना है रोजगार वीजा आवेदकों का आंकड़ा

पिछले वर्ष, 1.2 मिलियन से अधिक भारतीयों ने अमेरिका की विजिट की। यह विश्व में सबसे मजबूत यात्रा संबंधों में से एक बन गया। अमेरिकी दूतावास के मुताबिक भारतीय अब दुनियाभर में सभी वीजा आवेदकों में से 10 प्रतिशत से अधिक का रिप्रेजेंट करते हैं। इसमें सभी छात्र वीजा आवेदकों में से 20 फीसदी और सभी एच एंड एल-श्रेणी (रोजगार) वीजा आवेदकों में से 65 फीसदी शामिल हैं।

अमेरिकी वीजा की निरंतर मांग को ध्यान में रखते हुए, दूतावास ने कहा कि अमेरिका भारत में अपने परिचालन में भारी निवेश कर रहा है। पिछले वर्ष में, मिशन ने पहले से कहीं अधिक वीज़ा प्रसंस्करण की सुविधा के लिए अपने स्टाफ का विस्तार किया है। मिशन ने मौजूदा सुविधाओं, जैसे चेन्नई में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास, में महत्वपूर्ण पूंजीगत सुधार किए हैं और हैदराबाद में एक नए वाणिज्य दूतावास भवन का उद्घाटन किया है।

एरिक ने सौंपा 10 लाख वां वीजा

अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने व्यक्तिगत रूप से एक कपल को दस लाख वां वीजा सौंपा है, जो एमआईटी में अपने बेटे के स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए अमेरिका जा रहे हैं। लेडी हार्डिंग कॉलेज की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. रंजू सिंह अमेरिकी दूतावास से इस वर्ष अपना दस लाख का वीजा मिलने के बारे में एक ईमेल प्राप्त करके बहुत खुश थीं। उनके पति पुनीत दर्गन को अगला वीजा दिया गया।

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देश-विदेश

करणी सेना अध्यक्ष की हत्या पर राजस्थान में आक्रोश, तोड़फोड़ और आगजनी

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राजस्थान की राजधानी जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या कर दी गई। इसके विरोध में आज राजपूत समाज की ओर राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया गया है। इस दौरान राजस्थान में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। कई जगहों से तोड़फोड़ और आगजनी की खबरें हैं।

राजस्थान के करौली में विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है। सभा के बाद करौली कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली गई। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। रैली निकालकर बाजार बंद करवाया गया। सुरक्षा के लिए शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। राजपूत समाज के लोगों ने जल्द कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी।

करणी सेना अध्यक्ष की हत्या के विरोध में मध्य प्रदेश में भी रोष दिखने को मिल रहा है। राज्य के राजगढ़ जिले में करणी सैनिकों और राजपूत समाज की ओर से हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया जा रहा है।

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क्राइम

ये हैं वे दोनों शूटर्स जिन्होंने करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को गोलियों से किया था छलनी

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जयपुर: करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के आरोपी दोनों शूटर्स की पहचान कर ली गई है। पुलिस इन दोनों शूटर्स की तलाश में जुटी हुई है। दोनों शूटर्स में से एक का नाम रोहित राठौड़ और दूसरे का नाम नितिन फौजी है। वहीं पुलिस ने उस स्कूटी को भी बरामद कर लिया है जिस पर सवार होकर आरोपी गोगामेड़ी की हत्या के लिए आए थे।  मंगलवार को दो हमलावरों ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर में घुसकर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावरों ने अपने साथ एक व्यक्ति को भी गोली मार दी तथा घर में मौजूद एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों को पकड़ने के लिए कड़ी नाकेबंदी की गई है। गोगामेड़ी की हत्या की जिम्मेदारी रोहित गोदारा गैंग ने ली है।

आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास तेज

पुलिस के मुताबिक हमलावर बातचीत करने के बहाने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर में दाखिल हुए और कुछ देर बातचीत करने के बाद उन्होंने गोलियां चलाना शुरु कर दिया। उनके अनुसार गोगामेड़ी के गार्ड ने भी जवाबी गोली चलाई।बाद में दोनों हमलावरों ने उनके साथ आये नवीन शेखावत को भी गोली मार दी। इस वारदात में गोगामेड़ी और नवीन की मौत हो गई जबकि परिचित अजीत गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस द्वारा सख्त नाकेबंदी कर संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।

लोगों से शांति और संयम बरतने की अपील

राजस्थान के डीजीपी ने बताया कि  लोगों से धैर्य और शांति बनाए रखने की अपील करते हुए पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने और सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इस घटना की रोहित गोदारा गैंग ने जिम्मेदारी ली है। इसे ध्यान में रखते हुए पड़ोसी जिलों और बीकानेर संभाग में भी बदमाशों के संपर्क वाले लोगों को चिन्हित कर पुलिस द्वारा लगातार दबिश दी जा रही है।

हरियाणा पुलिस से भी मांगा सहयोग

राजस्थान की पुलिस ने हरियाणा के पुलिस महानिदेशक से बात कर उनसे सहयोग मांगा मांगा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शीघ्र ही अपराधियों को गिरफ्तार करने में पुलिस टीम को सफलता मिलेगी। गोगामेड़ी पर हमले की पूरी घटना घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गया। पुलिस के अनुसार बुरी तरह घायल गोगामेड़ी को मानसरोवर के एक अस्पताल में ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। उधर, गोगामोड़ी की हत्या के विरोध में आज राजस्थान बंद का आह्वान किया गया है। इस दौरान हत्या के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

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देश-विदेश

भिखारी के पास थे एक लाख से ज्यादा रुपए फिर भी भूख से हो गई मौत, 2 दिन से नहीं खाया था खाना, डॉक्टर भी हैरान

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वलसाड: इंसान को जीने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी खाने के लिए खाना और पीने के लिए पानी होता है। लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि कोई शख्स पैसे होते हुए भी भूख की वजह से मर जाए? गुजरात के वलसाड से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक भिखारी की भूख की वजह से मौत हो गई, जबकि उसके पास एक लाख से ज्यादा रुपए थे।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल वलसाड की गांधी लाइब्रेरी के पास एक भिखारी बेहोशी की हालत में पड़ा मिला था। स्थानीय लोगों ने ये सूचना 108 नंबर पर फोन करके दी। इसके बाद भिखारी को वलसाड के सरकारी हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में पता चला कि भिखारी ने 2 दिन के करीब से खाना नहीं खाया था।

हैरानी की बात तो ये है कि भिखारी के पास 1 लाख 14 हजार 480 रुपए मिले। ऐसे में सभी लोग इस बात से हैरान हैं कि इतना पैसा पास में होने के बावजूद भिखारी भूखा क्यों रहा? क्यों उसने खाना नहीं खाया? पूरे इलाके में भिखारी की मौत की चर्चा जोरों पर है।

पुलिस ने जांच शुरू की

इस भिखारी की उम्र 70 से 77 साल के बीच बताई जा रही है। उसके पास से जो रुपए बरामद हुए हैं, उनमें 100, 200 और 500 रुपए के नोट हैं। वलसाड सिटी पुलिस ने मृत भिखारी के शव को कब्जे में ले लिया है और इस बात की जांच शुरू कर दी है कि क्या भिखारी का कोई भी रिश्तेदार है या नहीं।

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