खबरे छत्तीसगढ़
शासन के निर्देश के बावजूद पत्थलगांव तहसील न्यायालय के लंबित मामलों में नही आ रही तेजी..दिन भर रहता है भू माफियाओं के डेरा..
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2023/06/IMG-20230616-WA0005-1.jpg)
क्या हितग्राही के सही कार्यो को छोड़ तत्काल हो रहे भू माफियाओं के गलत कार्य?
पत्थलगांव(दिपेश रोहिला) : तहसील न्यायालय पत्थलगांव अपनी उदासीनता और लंबित प्रकरणों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहा है जशपुर जिले में सबसे बड़ा तहसील पत्थलगांव ही है और आए दिन यहां हजारों की संख्या में हितग्राही सुबह से शाम अपने कार्य के लिए चक्कर लगाते दिखाई देते हैं लेकिन भू माफियाओं के कार्यों की वजह से तहसील न्यायालय में प्रकरणों में गति नहीं आ रही है अधिकारी जांच के लिए नोटिस तो काट देते हैं लेकिन जांच दल महीनों हितग्राहियों को चक्कर लगाता है और भू माफियाओं के खरीद बिक्री वाली जमीनों का काम मोटी रकम देने की वजह से तत्काल हो जाता है।
पत्थलगांव तहसील न्यायालय का हमेशा से विवादों में घिरे रहने का मुख्य कारण भू माफिया ही है जो दिन भर उप पंजीयक कार्यालय तहसील में होने की वजह से वहीं डेरा जमाए रहते हैं और आने जाने वाले हितग्राहियों के केस की जानकारी वे लेते रहते हैं और बाहर जाकर उनकी जानकारी सार्वजनिक करते है और तहसील न्यायालय विवादों में बना रहता है वो दिन भी दूर नही जब इन भू माफियाओं की वजह से यहां के अधिकारी भी लपेटे में आ जाएंगे।क्योंकि लगातार तहसील न्यायालय में डेरा रहने से यहां के कर्मचारियों से इनके मधुर संबंध हो गए है और रसूखदार होने की वजह से आम जनता की फाइलों तक इनके हाथ आसानी से पहुंच जाते है।
रजिस्ट्री के लिए लगने वाले दस्तावेज नक्शा,खसरा,B1,अधिकार अधिलेख और भी अन्य दस्तावेज जो ऑनलाइन या अधिकारी के साइन से ही निकलने है वो इन्हें बिना आवेदन किये आसानी से उपलब्ध हो जाते है जिसमे कांट छाट करके और पटवारी व राजस्व निरीक्षकों से सेटिंग कर जमीन के नक्शे व नम्बरो को आसानी से बदल दिया जाता है।और बाद में जमीन मालिक अपनी जमीन व नंबर खोजता रह जाता है पिछले 2 से 3 सालो की रजिस्ट्रियों की बारीकी से जांच हो तो आदिवासी अंचल के भोलेभाले आदिवासी भाइयो की जमीनो के अनेक फर्जीवाड़े के साथ नेशनल हाइवे में अधिग्रहित भूमि व शासकीय भूमि की अनेक फर्जी पंजीयन का खुलासा हो सकता है।
खबरे छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर नगरीय निकायों में जनसमस्या निवारण पखवाड़ा का आयोजन
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/cm-१-3.jpeg)
- हर वार्ड में लगेंगे शिविर आज 27 जुलाई से 10 अगस्त तक, समस्याओं का मौके पर ही त्वरित निराकरण किया जाएगा
- उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविरों में मौजूद रहकर लोगों की दिक्कतें दूर करने के दिए निर्देश
- नगरीय निकायों के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में सक्रिय भागीदारी की अपील की
रायपुर, 27 जुलाई 2024 : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर नगरीय निकायों में जनसमस्या निवारण का आयोजन प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में आज 27 जुलाई से 10 अगस्त तक किया जाएगा। इस दौरान नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में वार्डवार शिविरों का आयोजन कर समस्याओं का त्वरित निदान किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में नागरिकों की समस्याओं को हल करने विभागीय अधिकारियों, नगर निगमों के आयुक्तों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को समुचित इंतजाम के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वार्डों में आयोजित शिविरों में महापौरों, अध्यक्षों, पार्षदों और अन्य जन प्रतिनिधियों से उपस्थित रहने की अपील की है, ताकि इनमें आमजन की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो सके।
राज्य शासन द्वारा जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के आयोजन के लिए नगरीय निकायों को परिपत्र जारी कर निर्देशित किया गया है कि स्थानीय रहवासियों को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना निकाय का मुख्य दायित्व है। नल कलेक्शन, राशन कार्ड, राष्ट्रीय परिवार सहायता, वृद्धावस्था पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन निर्माण अनुज्ञप्तियां, अनापत्ति प्रमाण पत्र, नामांतरण, स्वरोजगार के प्रकरण तथा कई विविध छोटे-छोटे कार्य होते हैं, जिनका निराकरण शीघ्र अपेक्षित होता है। इनके साथ ही जलापूर्ति में लीकेज, नलों में पानी न आना, नालियों व गलियों की सफाई, सार्वजनिक नलों के प्लेटफार्म से पानी बहना, कचरे की सफाई व परिवहन, टूटी-फूटी नालियों की मरम्मत, सड़कों के गड्ढे पाटना, स्ट्रीट लाइट्स का बंद रहना जैसी समस्याएं भी होती हैं। वार्डवार जनसमस्या निवारण शिविरों का उद्देश्य इन समस्याओं के निराकरण के साथ ही नागरिकों को जरूरी जनसुविधाएं उपलब्ध कराना भी है।
नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविर में मौजूद रहकर समस्याओं का निराकरण यथासंभव मौके पर ही करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शिविरों में करदाताओं को करों के भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग ने वार्डवार शिविरों के आयोजन के संबंध में वार्ड एवं नगर में व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि आम नागरिक शिविर का पूरा लाभ प्राप्त कर सके।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने राज्य की सभी 184 नगरीय निकायों में लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए वार्डवार शिविर आयोजित कर उनका मौके पर ही निराकरण के निर्देश नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को दिए हैं। उन्होंने कहा कि वार्डवार शिविरों के आयोजन से स्थानीय प्रशासन में लंबित शिकायतों का त्वरित निदान होगा और नागरिकों को जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। समस्याओं का निराकरण मौके पर ही शीघ्रता से होने से शहरी सरकार के प्रति लोगों में सद्भाव भी बढ़ेगा।
खबरे छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आज दोपहर दो बजे नीति आयोग की बैठक में उद्बोधन
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/cm-१-2.jpeg)
बैठक में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ सदन नई दिल्ली से राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना
रायपुर, 27 जुलाई 2024 : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज प्रातः 9 बजे नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुँचे। मुख्यमंत्री की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में दोपहर दो बजे उद्बोधन और 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ बनाने की दिशा में शासन की योजनाओं पर प्रजेंटेशन होगा।
इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल उपस्थित होंगे। मुख्यमंत्री श्री साय बैठक में छत्तीसगढ़ की आवश्यकताओं, चुनौतियों और विकास योजनाओं पर चर्चा करेंगे। वे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और डिजिटल अधोसंरचना जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे। इसके अलावा, वे राज्य के युवाओं के लिए रोजगार और कौशल विकास के मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।
खबरे छत्तीसगढ़
किरंदुल में आफत की बारिश का कहर जारी,जल भराव की स्थिति से निचली बस्ती से लेकर मुख्य मार्ग में भरा पानी
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/IMG-20240727-WA0023.jpg)
एस एच अज़हर दंतेवाड़ा : किरंदुल में आफत की बारिश का कहर जारी है। किरंदुल में जल भराव की स्थिति से निचली बस्ती से लेकर मुख्य मार्ग में भी पानी भर गया । आम जनता परेशान हैं, लगातार हुई हो रही बारिश से समस्त किरंदुल के छोटे से बड़े नाले व तालाब खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं कहीं भी जाने का रास्ता नहीं है, जो जहां है वही कशमकश में पड़ा है हर तरफ पानी ही पानी का मंजर है घरों में बच्चे व महिलाएं बिलख के रो रहे हैं और ऊपर वाले से इस बारिश को रोकने के लिए प्रार्थना का दौर जारी है सभी अपने-अपने घरों में अपने भगवान को याद कर रहे हैं बता दें बारिश नहीं रूकी और इसी तरह बारिश होती रही तो तबाही का मंजर ही मंजर दिखेगा।
इस तबाही के मंजर में क्या हो गया आम जनता कहां जाएगी ना घर से बाहर निकाल सकते हैं ना घर में रह सकते हैं गंभीर परिस्थितियों में जीने को मजबूर । बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है आपको बता दे मुख्य मार्ग व निचली बस्ती बंगाली कैंप मल्लप्पा कैंप गजराज कैंप तालाब पारा मेन मार्केट समस्त स्थान में जल भराव में आम जनता गंभीर परिस्थितियों में जीने को मजबूर है समय रहते अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो और भी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
बीजली करेंट के चपेट में आने से युवक की मौत मर्ग कायम कर जांच में जुटी पुलिस
-
खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
एकलव्य आवासीय विद्यालय पोड़ीडीह में रिक्त सिटों की पूर्ती हेतु
-
खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण: कुर्की करने की तैयारी में एस.डी.एम.
-
आस्था7 days ago
डाक कांवड़ यात्रा क्या होती है, क्यों माना जाता है इसको सबसे कठिन?
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
छत्तीसगढ़ : जिले में हुई तेज बारिश, स्कूल बंद करने कलेक्टर ने जारी किया आदेश
-
खबरे छत्तीसगढ़7 days ago
प्रभारी अधिकारी के हवाले से हो रहा परियोजना कार्यालय का संचालन प्रशासन बेखबर
-
खबरे छत्तीसगढ़2 days ago
छत्तीसगढ़ : अगले 24 घंटों के लिए 21 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
-
देश-विदेश2 days ago
Gold ₹4,828 प्रति 10 ग्राम हुआ सस्ता, चांदी भी हुई खूब सस्ती, खरीदारी का सबसे अच्छा मौका