Connect with us

खबरे छत्तीसगढ़

नगरी थाना क्षेत्र मे चल रहा धडल्ले से सट्टा सायबर सेल व नगरी पुलिस की संयुक्त टीम ने दो लोगो को सट्टा पट्टी के साथ की कार्यवाही

Published

on

SHARE THIS

संवाददाता अमनपथ राजूनाथ जोगी,नगरी :  नगरी थाना क्षेत्र मे अवैध सट्टा थमने का नाम ही नही ले रहा जहा नगरी नगरी नगर पंचायत समेत डोगरडुला , छिपली मे सट्टे धडल्ले से चल रहा है मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कडा निर्देश के बाद भी नगरी थाना क्षेत्र मे आदेश मानो आदेश बन कर ही रह गया जिससे क्षेत्र मे नये एस पी के आने से आम लोगो मे अवैध सट्टा पर अंकुश लगने की उम्मीद थी मगर यहा एस पी के आदेश के बाद भी सट्टे पर अंकुश नही लग पा रहा जो पुलिस के कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह है उल्लेखनिय है की जब से धमतरी जिला मे नये एस पी आंजनेय वार्ष्णेय का पदस्थापना हुआ तब से अवैध सट्टा शराब व अनैतिक कार्यो पर धडल्ले से कार्यवाही हुआ जिसके चलता सट्टा खाईवाल भी भूमिगत हो गये और कई खाईवाल तो अपना कार्य ही समेट लिये ठीक ऐसा ही नगरी थाना क्षेत्र मे भी कार्यवाही के बाद खाईवाल भूमिगत हो गये जिसके बाद मामला शांत होते ही नये नये लोग इस सट्टे के दलदल मे अपना पैर जमाने मे लगे हुए है जहा हमेशा यहा बात सामने आती थी की अब सट्टे का अवैध कार्य यहा बंद हो गया जिसका फायदा अब फिर से नये खाईवाल सक्रीय हो कर उठाने लगे है जहा आज नगरी नगर पंचायत के दैनिक बजार दुर्गा चौक स्टेटमैंट के आसपास डोगरडुला छिपली जैसे जगहो मे फिर से सट्टा पट्टी लिखने वाले सक्रीय हो रहे ठीक ऐसा ही नगरी थाना क्षेत्र के डोगरडुला मे त्रिलोकचंद साहू {बंटी } पिता कृष्णा साहू उम्र 29 वर्ष को डोगरडुला बस स्टैन्ड के पास सट्टापट्टी लिखते 1550 व पुरानी मोबाईल कीमती 3000 डाटपेन व नगरी नगरपंचायत राजाबाडा सिहावा मार्ग मे योगेश देवागन पिता भोजराज देवागन उम्र 40 वर्ष 1810 व सट्टा पट्टी के साथ सायबर सेल व नगरी पुलिस की संयुक्त टीम ने पकडी जिनके उपर 6 क छत्तीसगढ जुआ प्रतिशोध एक्ट के तहत कार्यवाही की गई.

SHARE THIS

खबरे छत्तीसगढ़

ठेकेदार की लापरवाही से गई मासूम की जान

Published

on

SHARE THIS


सुरेश मिनोचा:मनेंद्रगढ़/एमसीबी :  जिले के मनेन्द्रगढ़ में निर्माणाधीन पुल के लिये ठेकेदार द्वारा बनाये गये सीमेंट की टंकी में मासूम बालक गिर गया। जब आसपास के लोगों को घटना की जानकारी मिली तो बालक को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ईलाज के लिये लाया गया लेकिन तब तक मासूम की सांसें थम चुकी थी। मिली जानकारी के अनुसार मौहारपारा का रहने वाला 8 वर्षीय शुभम सिंह पिता स्व.प्रेम सिंह शुक्रवार की दोपहर अपने दोस्तों के साथ खेलने के लिये घर से निकला था। वे लोग खेलते खेलते काली मंदिर के पास निर्माणाधीन पुल के लिये ठेकेदार द्वारा द्वारा बनाये गये सीमेंट की टंकी के पास पहुंच गये। इसी दौरान शुभम सिंह अचानक टंकी में गिर गया।

जब काफी देर बाद भी शुभम सिंह घर नही पहुंचा तो परिजनों ने उसकी पता तलाश शुरू की। आसपास खोजने के बाद बालक का जब कुछ पता नही चला तो टंकी में तलाश की गई तो मासूम टंकी में ही बेहोशी की हालत में मिला। परिजनों और आसपास मौजूद लोगों द्वारा तत्काल मासूम शुभम सिंह को ईलाज के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनेन्द्रगढ़ लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।घटना की जानकारी मिलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गये।कई मामलों में प्रायः देखा गया है कि ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्य के दौरान कही गड्ढा खोद कर खुला छोड़ दिया जाता है तो कहीं टंकी बना कर खुला छोड़ दिया जाता है,कहीं नाला खुला छोड़ दिया जा रहा है।वर्तमान में वर्षा ऋतु चल रही है और बरसात में खुले छोड़े गए इन गड्ढों,नालों और टंकी में पानी भर जाता है,जिसके परिणाम स्वरूप उपरोक्त घटनाएं कारित हो रही हैं।जिला प्रशासन को ऐसे लापरवाह ठेकेदारों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे छत्तीसगढ़

उद्यानिकी फसलों में मौसम आधारित फसल बीमा कराने की अंतिम तारीख़ 31 जुलाई

Published

on

SHARE THIS

बेमेतरा 27 जुलाई 2024  : छत्तीसगढ़ शासन कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा उद्यानिकी फसलों में मौसम आधारित फसल बीमा कराने हेतु 31 जुलाई 2024 तक का समय तय किया गया है। उद्यानिकी फसलों की खेती कर रहे किसानों को अधिसूचित क्षेत्र के आधार पर 1. तापमान (कम, अधिक) 2. वर्षा (कम, अधिक बेमौसम वर्षा) 3. वायु गति 4. कीट एवं व्याधि प्रकोप के अनुकूल मौसम एवं स्थानीय आपदा एवं फसल विशेष के आधार पर 1. ओलावृष्टि खरीफ मौसम हेतु अधिसूचित फसलें मिर्च, केला एवं पपीता 2. चक्रवाती हवाएँ खरीफ मौसम हेतु अधिसूचित फसलें केला एवं पपीता को होने वाले नुकसान से बचाने के लिये पुर्नगठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू की गई है।खरीफ वर्ष 2024 में जिले के अंतर्गत बीमा कराने वाले कृषकों को अधिसूचित फसल के अनुसार निर्धारित कुल बीमित राशि का अधिकतम 5 प्रतिशत अथवा वास्तविक प्रीमियम जो भी कम हो राशि कृषक अंश के रूप में ऋणी एवं अऋणी दोनों प्रकार के कृषकों को जमा करने होंगे।

अऋणी कृषक फसल लगाने का स्व घोषित प्रमाण पत्र, नक्शा खसरा, आधार कार्ड, अपने बैंक पासबुक छायाप्रति जिसमें आईएफएससी कोड इत्यादि का उल्लेख हो, जमा कर बीमा करा सकते है।योजना के अंतर्गत ऋणी कृषकों के लिये विकल्प चयन के आधार पर कियान्वित होगी। ऋणी कृषक जो योजना में शामिल नहीं होना चाहते हैं उन्हें भारत सरकार द्वारा जारी चयन प्रपत्रानुसार हस्ताक्षरित घोषणा पत्र बीमा आवेदन की अंतिम तिथी के 7 दिवस पूर्व तक संबंधित वित्तीय संस्थान में अनिवार्य रूप से जमा करना होगा।  निर्धारित समय सीमा में हस्ताक्षरित घोषणा पत्र जमा नहीं करने पर संबंधित बैंक द्वारा संबंधित मौसम के लिये स्वीकृति व नवीनीकृत की गई अल्पकालीन कृषि ऋण को अनिवार्य रूप से बीमाकृत किया जावेगा। इस मामले में किसी भी प्रकार की त्रुटि संबंधित बैंक किसानों के स्वीकार दावों के भुगतान के लिये उत्तरदायी होगा।

बीमा के दायरे में आयेंगी ये फसलें

टमाटर, बैगन, मिर्च, अदरक, केला, पपीता और अमरूद की फसलें अधिग्रहित की गई है। खरीफ मौसम हेतु फसल बीमा के लिये बीमा कराने हेतु अधिकृत संस्थाएँ हैं च्वाइस सेंटर, भारतीय कृषि बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि, लोक सेवा केन्द्र,  बैंक शाखा, सहकारी समिति तथा विकासखण्ड में स्थापित शासकीय उद्यान रोपणी कमशः शासकीय उद्यान रोपणी, पड़कीडीह, बेमेतरा (मोबा. नं. +91-78282-81733) शासकीय उद्यान रोपणी, मोहगांव, साजा (मोबा. नं. +91-98935-02037) शासकीय उद्यान रोपणी, नेवनारा, बेरला (मोबा. नं. +91-99771-36115) शासकीय उद्यान रोपणी, झिलगा, नवागढ़ (मोबा. नं. +91-78287-24673) से भी संपर्क किया जा सकता है।

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे छत्तीसगढ़

जशपुर को पर्यटन नक्शे में शामिल करने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की बड़ी पहल

Published

on

SHARE THIS
  • प्रसिद्व पर्यटन स्थल मयाली नेचर कैम्प स्वदेश दर्शन योजना में शामिल
  • विकास के लिए दस करोड़ रूपये की मिली स्वीकृति

जशपुरनगर, 27 जुलाई 2024 : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल से जिले के प्रसिद्व प्राकृतिक व धार्मिक पर्यटन स्थल मयाली को पर्यटन विभाग ने स्वदेश दर्शन योजना के दूसरे चरण में शामिल कर लिया है। इस योजना में शामिल हो जाने से पर्यटन स्थल में बुनियादी सुविधाओं का विकास तेजी से हो सकेगा। साथ ही इसके प्रचार प्रसार होने से यहां पर्यटकों की हलचल बढ़ने की संभावना भी है।

उल्लेखनीय है कि मयाली नेचर केैम्प,जिले के कुनकुरी ब्लाक में चराईडांड़ बगीचा स्टेट हाईवे में स्थित है। बेलसोंगा डेम और एशिया की सबसे उंचा शिवलिंग माना जाने वाला मधेश्वर पहाड़ का विहंगम मनमोहक दृश्य पर्यटकों को घंटों समय व्यतीत करने का अवसर देता है। वनविभाग ने इस स्थल पर पर्यटकों की सुविधा के लिए टेंट की व्यवस्था भी की है। इन टेंट हाउस में डेम के किनारे,हरियाली से भरे हुए प्राकृतिक स्थल पर रात्रि विश्राम का परिवार के साथ आनंद उठाने के लिए भारी संख्या में पर्यटक जुटते हैं। विशेष कर विकेंड के दिनों में यहां पर्यटकों की हलचल अधिक रहती है। पर्यटकों को मयाली नेचर कैंप में बोटिंग का आनंद उठाने की सुविधा भी दी गई है। इसके लिए गाइड के साथ सुरक्षा के सभी इंतजाम किये गए हैं। राज्य सरकार के सहयोग से मयाली नेचर कैम्प में कैकट्स गार्डन का विकास भी किया जा रहा है। इस विशेष गार्डन में देश भर में पाएं जाने वाले कैक्ट्स की प्रजातियों को समेटा गया है ताकि युवा पीढ़ी कैम्टस से भली भांति परिचित हो सके। इसका एक उद्देश्य लोगों को बायोडायर्वसिटी और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना भी है।

विकास के लिए दस करोड़ की स्वीकृति –
स्वदेश दर्शन योजना में शामिल करने के साथ ही पर्यटन विभाग ने मयाली के विकास के लिए 10 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है। इसके लिए जिला स्तरीय संचालन समिति का गठन करते हुए,विकास के लिए एक्शन प्लान और डीपीआर तैयार करने का निर्देश दिया गया है।

 

SHARE THIS
Continue Reading

खबरे अब तक

WEBSITE PROPRIETOR AND EDITOR DETAILS

Editor/ Director :- Rashid Jafri
Web News Portal: Amanpath News
Website : www.amanpath.in

Company : Amanpath News
Publication Place: Dainik amanpath m.g.k.k rod jaystbh chowk Raipur Chhattisgarh 492001
Email:- amanpathasar@gmail.com
Mob: +91 7587475741

Trending