खबरे छत्तीसगढ़
फगुरम स्कूल में पदस्थ शिक्षिका निशा डंगसेना के द्वारा सोशल मीडिया पर पुलिस प्रशासन शिक्षा विभाग व खरीदा हुआ मीडिया कहकर जमकर भड़ास निकाला गया
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/02/IMG-20240224-WA0011.jpg)
दो शिक्षिको पर मनमानी का आरोप,ग्रामीणों ने किया खंड शिक्षा अधिकारी से हुई थी शिकायत
अनिता गर्ग अमन पथ ब्यूरो रायगढ़ /घरघोड़ा / फगुरम : रायगढ़ जिले के घरघोड़ा ब्लॉक के अंतर्गत फगुरम गांव के कुछ ग्रामीणों ने खंड शिक्षा अधिकारी को आवेदन देकर प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला फगुरम में पदस्थापित दो शिक्षिका टेरेसा चौहान व निशा डंगसेना पर मनमानेपन का आरोप लगाया है.ग्रामीणों के द्वारा दिए गये आवेदन में कहा गया है कि इन शिक्षकों के मनमानी केे कारण स्कूल के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही है.वहीं बताया गया है कि दोनों ही शिक्षिका के रूप में 14 वर्षों से इस विद्यालय में पदस्थापित हैं.जो कि विलंब से ही विद्यालय पहुंचते हैं.जिसके कारण बच्चों की पढाई बाधित हो रही है.साथ ही उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
मामला यह है की 26 जनवरी को स्कूल में कार्यक्रम को प्रभारी प्रधान पाठक ने स्थागित करते हुए छात्र-छात्राओं को अगले रोज पुरस्कार देने की घोषणा की महिला जनप्रतिनिधि लता खूटे के द्वारा विरोध करने पर प्रभारी हेड मास्टर में उसे चप्पल से मारने की धमकी दी तो गणतंत्र दिवस पर जमकर बवाल हुआ था.
दोनों महिला शिक्षक पर आरोप है कि वह समय पर अक्सर स्कूल नहीं पहुंचती है यही कारण है कि उन्हें स्कूल से हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन किया था.
आनन फानन में खंड शिक्षा अधिकारी के द्वारा उन दोनों शिक्षिकाओं को आसपास के स्कूलों में शिफ्ट कर दिया गया है.
दूसरे स्कूल में शिफ्ट होने के बाद शिक्षिका निशा डंगसेना के द्वारा सोशल मीडिया पर पुलिस प्रशासन, शिक्षा विभाग, खरीदा हुआ मीडिया व नेताओं के खिलाफ जमकर भड़ास निकाला गया.
शिक्षिका निशा डंगसेना का कहना है कि 14 साल सेवा देने के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधि अपने ताकत का गलत इस्तेमाल करके मीडिया को खरीद कर एक नक्सली की तरह स्कूल के बच्चों को बंदी बनाकर शिक्षा विभाग मे बड़े नेताओं का दबाव मे आज मुझे बदनाम करके आज मेरे ही स्कूल से मुझे निकलवाई है इतनी ताकत अगर स्कूल में शिक्षक लाने के लिए उपयोग करती तो शायद आज साल के शिक्षा के गुणवत्ता कुछ और होती इतना ही नहीं शर्त की निशा मैडम को स्कूल से निकलने के बाद शान से बच्चों को सौंप रही पुलिस प्रशासन, शिक्षा विभाग, खरीदा हुआ मीडिया नेता इसमें हमारे स्कूल का मिडिल हेड मास्टर सब मिले हुए हैं इसकी कुकर्मी की तस्वीर भी शेयर कर रही हु.
सोशल मीडिया पर फिर से निशा डंगसेना के द्वारा कमेंट किया गया बच्चों को बंदी बनाकर रख ली थी स्थानीय नेता मुझसे झगड़ा करके शर्त रखी थी कि बच्चों को स्कूल नहीं आने दूंगी जब तक निशा मैडम को निकालो करके नक्सलवाद का उदाहरण है ये.
फिर से निशा डंगसेना के द्वारा जनप्रतिनिधि लता खुटे को सोशल मीडिया पर धमकी पुलिस प्रशासन देवांगन के बाप का नहीं है जो स्वीकार करेगा कि नहीं तुम्हें तो पता ही नहीं कंप्लेंन पहले से हो गया है और इंतजार में हूं कि तू कुछ कदम उठाए फिर देखना.
लता खुटे देवांगन सर तो इतना ध्यान अपनी पत्नी में देते ना तो एक बच्चा हो जाता है उसका वरना केवल माइक संचालन करते जी हुजूरी करते जिंदगी कटेगी उसकी.
निशा डंगसेना पर्सनल दुश्मनी में स्कूल को घसीटना मेरी आदत नहीं आज तुम 10 कोई इकट्ठा करके राजनीति कर रही हो पर कल मेरा भी आएगा वापस तो होंगे मैं लिख कर रख ले.
इस लेटर के अनुसार मैंने देवांगन सर को चप्पल तो नहीं मारी थी पर अगर ना करके बदनाम हो रहे हो तो अगर मेरी होती तो बात कुछ और होती खैर तमन्ना तो है देखो कब पूरी होगी.
बहरहाल अब देखना यह हुआ कि खबर प्रकाशन के बाद जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा इस रसूखदार शिक्षिका पर जिला शिक्षा विभाग क्या कार्यवाही करती है.
खबरे छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर नगरीय निकायों में जनसमस्या निवारण पखवाड़ा का आयोजन
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/cm-१-3.jpeg)
- हर वार्ड में लगेंगे शिविर आज 27 जुलाई से 10 अगस्त तक, समस्याओं का मौके पर ही त्वरित निराकरण किया जाएगा
- उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविरों में मौजूद रहकर लोगों की दिक्कतें दूर करने के दिए निर्देश
- नगरीय निकायों के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में सक्रिय भागीदारी की अपील की
रायपुर, 27 जुलाई 2024 : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर नगरीय निकायों में जनसमस्या निवारण का आयोजन प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में आज 27 जुलाई से 10 अगस्त तक किया जाएगा। इस दौरान नगर निगमों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में वार्डवार शिविरों का आयोजन कर समस्याओं का त्वरित निदान किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में नागरिकों की समस्याओं को हल करने विभागीय अधिकारियों, नगर निगमों के आयुक्तों, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को समुचित इंतजाम के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वार्डों में आयोजित शिविरों में महापौरों, अध्यक्षों, पार्षदों और अन्य जन प्रतिनिधियों से उपस्थित रहने की अपील की है, ताकि इनमें आमजन की ज्यादा से ज्यादा सहभागिता हो सके।
राज्य शासन द्वारा जनसमस्या निवारण पखवाड़ा के आयोजन के लिए नगरीय निकायों को परिपत्र जारी कर निर्देशित किया गया है कि स्थानीय रहवासियों को नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना निकाय का मुख्य दायित्व है। नल कलेक्शन, राशन कार्ड, राष्ट्रीय परिवार सहायता, वृद्धावस्था पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, भवन निर्माण अनुज्ञप्तियां, अनापत्ति प्रमाण पत्र, नामांतरण, स्वरोजगार के प्रकरण तथा कई विविध छोटे-छोटे कार्य होते हैं, जिनका निराकरण शीघ्र अपेक्षित होता है। इनके साथ ही जलापूर्ति में लीकेज, नलों में पानी न आना, नालियों व गलियों की सफाई, सार्वजनिक नलों के प्लेटफार्म से पानी बहना, कचरे की सफाई व परिवहन, टूटी-फूटी नालियों की मरम्मत, सड़कों के गड्ढे पाटना, स्ट्रीट लाइट्स का बंद रहना जैसी समस्याएं भी होती हैं। वार्डवार जनसमस्या निवारण शिविरों का उद्देश्य इन समस्याओं के निराकरण के साथ ही नागरिकों को जरूरी जनसुविधाएं उपलब्ध कराना भी है।
नगरीय प्रशासन विभाग ने नगरीय निकायों के सभी विभागों के अधिकारियों को शिविर में मौजूद रहकर समस्याओं का निराकरण यथासंभव मौके पर ही करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शिविरों में करदाताओं को करों के भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। विभाग ने वार्डवार शिविरों के आयोजन के संबंध में वार्ड एवं नगर में व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं, ताकि आम नागरिक शिविर का पूरा लाभ प्राप्त कर सके।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने राज्य की सभी 184 नगरीय निकायों में लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए वार्डवार शिविर आयोजित कर उनका मौके पर ही निराकरण के निर्देश नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को दिए हैं। उन्होंने कहा कि वार्डवार शिविरों के आयोजन से स्थानीय प्रशासन में लंबित शिकायतों का त्वरित निदान होगा और नागरिकों को जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। समस्याओं का निराकरण मौके पर ही शीघ्रता से होने से शहरी सरकार के प्रति लोगों में सद्भाव भी बढ़ेगा।
खबरे छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आज दोपहर दो बजे नीति आयोग की बैठक में उद्बोधन
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/cm-१-2.jpeg)
बैठक में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ सदन नई दिल्ली से राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना
रायपुर, 27 जुलाई 2024 : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज प्रातः 9 बजे नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति भवन पहुँचे। मुख्यमंत्री की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में दोपहर दो बजे उद्बोधन और 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ बनाने की दिशा में शासन की योजनाओं पर प्रजेंटेशन होगा।
इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल उपस्थित होंगे। मुख्यमंत्री श्री साय बैठक में छत्तीसगढ़ की आवश्यकताओं, चुनौतियों और विकास योजनाओं पर चर्चा करेंगे। वे शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और डिजिटल अधोसंरचना जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे। इसके अलावा, वे राज्य के युवाओं के लिए रोजगार और कौशल विकास के मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।
खबरे छत्तीसगढ़
किरंदुल में आफत की बारिश का कहर जारी,जल भराव की स्थिति से निचली बस्ती से लेकर मुख्य मार्ग में भरा पानी
![](https://amanpath.in/wp-content/uploads/2024/07/IMG-20240727-WA0023.jpg)
एस एच अज़हर दंतेवाड़ा : किरंदुल में आफत की बारिश का कहर जारी है। किरंदुल में जल भराव की स्थिति से निचली बस्ती से लेकर मुख्य मार्ग में भी पानी भर गया । आम जनता परेशान हैं, लगातार हुई हो रही बारिश से समस्त किरंदुल के छोटे से बड़े नाले व तालाब खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं कहीं भी जाने का रास्ता नहीं है, जो जहां है वही कशमकश में पड़ा है हर तरफ पानी ही पानी का मंजर है घरों में बच्चे व महिलाएं बिलख के रो रहे हैं और ऊपर वाले से इस बारिश को रोकने के लिए प्रार्थना का दौर जारी है सभी अपने-अपने घरों में अपने भगवान को याद कर रहे हैं बता दें बारिश नहीं रूकी और इसी तरह बारिश होती रही तो तबाही का मंजर ही मंजर दिखेगा।
इस तबाही के मंजर में क्या हो गया आम जनता कहां जाएगी ना घर से बाहर निकाल सकते हैं ना घर में रह सकते हैं गंभीर परिस्थितियों में जीने को मजबूर । बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है आपको बता दे मुख्य मार्ग व निचली बस्ती बंगाली कैंप मल्लप्पा कैंप गजराज कैंप तालाब पारा मेन मार्केट समस्त स्थान में जल भराव में आम जनता गंभीर परिस्थितियों में जीने को मजबूर है समय रहते अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो और भी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
बीजली करेंट के चपेट में आने से युवक की मौत मर्ग कायम कर जांच में जुटी पुलिस
-
खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
एकलव्य आवासीय विद्यालय पोड़ीडीह में रिक्त सिटों की पूर्ती हेतु
-
खबरे छत्तीसगढ़4 days ago
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण: कुर्की करने की तैयारी में एस.डी.एम.
-
आस्था7 days ago
डाक कांवड़ यात्रा क्या होती है, क्यों माना जाता है इसको सबसे कठिन?
-
खबरे छत्तीसगढ़5 days ago
छत्तीसगढ़ : जिले में हुई तेज बारिश, स्कूल बंद करने कलेक्टर ने जारी किया आदेश
-
खबरे छत्तीसगढ़7 days ago
प्रभारी अधिकारी के हवाले से हो रहा परियोजना कार्यालय का संचालन प्रशासन बेखबर
-
खबरे छत्तीसगढ़2 days ago
छत्तीसगढ़ : अगले 24 घंटों के लिए 21 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट
-
देश-विदेश2 days ago
Gold ₹4,828 प्रति 10 ग्राम हुआ सस्ता, चांदी भी हुई खूब सस्ती, खरीदारी का सबसे अच्छा मौका