देश-विदेश
एक्टिंग की दुनिया छोड़ IAS ऑफिसर बनीं यह मशहूर एक्ट्रेस, कई हिट फिल्मों में कर चुकी हैं काम
फिल्म इंडस्ट्री का दूसरा नाम ग्लैमर वर्ल्ड है, जिसकी चकाचौंध देखकर कोई भी खींचा चला आता है। कई सेलेब्स हैं, जिन्होंने एक्टिंग की दुनिया में आने के लिए अच्छी-खासी नौकरी तक को ठुकरा दिया है। लेकिन आपको जानकर हैरान होगी की एक एक्ट्रेस ऐसी भी हैं, जिन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के लिए चकाचौंध और ग्लैमर की दुनिया को छोड़ दिया। ये एक्ट्रेस कई सुपरहिट फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। जानिए आखिर कौन हैं वो एक्ट्रेस जो अब IAS ऑफिसर बन गई हैं।
कई फिल्मों में कर चुकी हैं काम
हम जिस एक्ट्रेस की बात करे रहे हैं वो कन्नड़ एक्ट्रेस एच एस कीर्थाना हैं। कीर्थाना ने बतौर बाल कलाकार कई सीरियल और फिल्मों में किया है। कीर्थाना ‘गंगा- यमुना’,’उपेन्द्र’, ‘सर्किल इंस्पेक्टर’, ‘लेडी कमीश्नर’,’जनानी’, ‘कनूर हेग्गादती’, ‘ओ मल्लिगे’, ‘हब्बा’, ‘डोर’, ‘सिम्हाद्री’,और ‘पुटानी एजेंट’ समेत कई टीवी सीरियल्स में बतौर बाल कलाकार दिखाई दीं। हालांकि, जब वह बड़ी हुईं, तो उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने का फैसला किया और यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुईं।
IAS ऑफिसर बनने के लिए की कड़ी मेहनत
लेकिन एच एस कीर्थाना के लिए एक्ट्रेस बनने से लेकर IAS ऑफिसर बनने तक का सफर आसान नहीं था। वह पहले अटेंप्ट में परीक्षा पास नहीं कर पाईं लेकिन एचएस कीर्तना ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत जारी रखी और आखिर में छठे अटेंप्ट में, उन्होंने एआईआर 167 के साथ यूपीएससी परीक्षा पास की और अपने पहले अटेंप्ट में कर्नाटक के मांड्या जिले में सहायक आयुक्त का पद प्राप्त किया। वहीं एचएस कीर्तना आईएएस अधिकारी बनने से पहले साल 2011 में कर्नाटक प्रशासनिक सेवा परीक्षा में शामिल हुईं थीं और सफलतापूर्वक परीक्षा उत्तीर्ण की। इस एग्जाम को पास करने के बाद, उन्होंने दो साल तक KAS अधिकारी के रूप में काम किया और अंत में उन्होंने यूपीएससी एग्जाम क्रैक कर कर वो IAS ऑफिसर बन गईं।
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चारधाम की यात्रा पर अभी जाना ठीक है या नहीं? श्रद्धालुओं को रखना होगा इन बातों का ध्यान
चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। 10 मई को केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खोले गए थे। वहीं 12 मई को बदरीनाथ के कपाट खोले गए। चारधाम यात्रा की शुरुआत से ही भारी संख्या में लोग तीर्थयात्रा पर निकल रहे हैं। 6 महीने से चारधाम यात्रा के शुरू होने की राह देख रहे श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा कर यात्रा पर पहुंचने लगे हैं। अबतक चारधाम की यात्रा के लिए 26 लाख से अधिक तीर्थ यात्री पंजीकरण करा चुके हैं। ऐसे में भारी संख्या में यात्री चारधाम पहुंच रहे हैं। ऐसे में अव्यवस्थाएं भी सामने आने लगी है। तीर्थ यात्रा के दौरान एक तरफ जहां लोगों को घंटों तक लंबे जाम में फंसना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ परेशान तीर्थ यात्री गंगोत्री-यमुनोत्री हाइवे पर नारेबाजी कर रहे हैं और प्रशासन से हो रही दिक्कतों पर जवाब मांग रहे हैं।
बता दें कि क्षमता से अधिक भीड़ के चारधाम यात्रा पर पहुंचने के कारण राज्य में चारधाम यात्रा की व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। ऐसी स्थिति इसलिए बनी क्योंकि काफी संख्या में यात्री बिना रजिस्ट्रेशन कराए भी पहुंच गए। बता दें कि अबतक 2 लाख 76 हजार 416 यात्री चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। बुधवार को आई जानकारी के मुताबिक चारधाम यात्रा के दौरान अबतक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 4 को डायबिटीज के साथ-साथ ब्लड प्रेशर की भी शिकायत थी। हालांकि यमुनोत्री हो या गंगोत्री, केदारनाथ का मार्ग हो या बदरीनाथ का मार्ग, सभी रास्तों पर लोगों को घंटों तक जाम में फंसना पड़ रहा है।
क्या चारधाम यात्रा पर अभी जाना ठीक
अगर समझदारी की बात करें तो जैसी स्थिति वर्तमान में चारधाम की यात्रा के दौरान देखने को मिल रही है। उस लिहाज से किसी भी यात्री या श्रद्धालुओं को फिलहाल के लिए अपनी चारधाम की यात्रा को टाल देनी चाहिए। कुछ समय बाद फिर से अपनी यात्रा को प्लान करना चाहिए और सुनियोजित तरीके से यात्रा करना चाहिए। खासकर चारधाम पर यात्रा पर जाने से पहले जो लोग किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि खड़ी पहाड़ की चढ़ाई, तापमान ये सब इंसान के शरीर को प्रभावित करने के लिए काफी हैं। ऐसे में समझदारी इसी में है कि वर्तमान में अपनी चारधाम की यात्रा को टाल दें और यात्रा से पहले डॉक्टर से सलाह मशवरा जरूर कर लें।
चारधाम की यात्रा करने वाले इन बातों का रखें ध्यान
- अव्यवस्था का कारण लोगों का चारधाम यात्रा पर बगैर रजिस्ट्रेशन या दी गई तारीख से पहले पहुंचना भी बताया जा रहा है। ऐसे में ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर आप चारधाम की यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं तो बिना रजिस्ट्रेशन के बिल्कुल न जाएं। साथ ही रजिस्ट्रेशन हो जाने के बावजूद भी अपनी यात्रा संबंधित जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों से लेते रहें, ताकि आपको व्यवस्था-अव्यवस्था और सही हालात की जानकारी मिलती रहे।
- चारधाम की यात्रा करने अगर आप जा रहे हैं तो प्रयास करें कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें। क्योंकि जाम की असल वजह निजी वाहन बन चुके हैं। क्योंकि अधिक संख्या में निजी वाहनों से लोग चारधाम की यात्रा पर पहुंच रहे हैं। पहाड़ों पर रास्ते संकरे होते हैं। ऐसे में जाम जैसी स्थिति ने लोगों को परेशान कर रखा है। बहुत जरूरी हो तभी निजी वाहन से चारधाम की यात्रा करना उचित है।
- अगर आप चारधाम की यात्रा पर जा रहे हैं तो जल्दीबाजी में कहीं पहुंचने या कहीं से निकलने की कोशिश न करें। आराम से अपनी यात्रा को संपन्न करें। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क में रहें और वर्तमान स्थिति का जायजा लेते रहें। ताकि आपको पता चल सके कि आप अगले पड़ाव पर जहां जाने की योजना बना रहे हैं वहां के हालात क्या हैं।
- चारधाम की यात्रा पर अगर आप जा रहे हैं तो ध्यान रहे कि चारधाम कोई पिकनिक स्पॉट नहीं है। सनातन धर्म के सबसे पवित्र धार्मिक स्थानों में से एक है। ऐसे में स्थान की पवित्रता बनाए रखें और जगह-जगह रील्स बनाने से बचें और प्रयास करें कि अपने साथ ज्यादा सामान लेकर न चलें। साथ ही ध्यान देने वाली बात यह भी है कि हुडदंग करने से बचें।
- चारधाम की यात्रा पर जाने वाले ध्यान दें कि आपकी सुरक्षा के लिए तैनात अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की बातों पर गौर करें और उनका अनुपालन करें। बीते दिनों यमुनोत्री पहुंची भीड़ को देखते हुए प्रशासन की तरफ से लोगों से अपील की गई थी कि अपनी यात्रा को उस दिन के लिए रोक दें, इसके बावजूद लोग पहुंचे, जिसका परिणाम हुआ कि सरकारी तंत्र फेल हो गया और व्यवस्थाएं चरमरा गईं।
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आजमगढ़ के लालगंज में पीएम मोदी की रैली, बोले- कोई माई का लाल नहीं जो CAA को खत्म कर सके
लोकसभा चुनाव 2024 के तहत 4 फेज की वोटिंग समाप्त हो चुकी है तो वहीं, 3 फेज की वोटिंग बाकी है। इस चुनाव के लिहाज सबसे अहम राज्य उत्तर प्रदेश है जहां लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं। हर राजनीतिक दल इन सीटों को जीतना चाहता है ताकि दिल्ली की सत्ता आसानी से मिल सके। इसी क्रम में प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को यूपी के आजमगढ़ के लालगंज में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे हैं। भाजपा ने यहां से नीलम सोनकर को टिकट दिया है। रैली के मंच से पीएम मोदी ने सपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। आइए जानते हैं पीएम मोदी की रैली की खास बातें।
पीएम मोदी ने अपनी रैली की शुरुआत लोगों को राम-राम और भारत माता के जयकारे से की। पीएम मोदी ने इस दौरान जिन लोगों ने हाथों में तस्वीर ले रखे थे, उनसे तस्वीर भी मंगवाया। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिनों पहले वह बनारस में थे और जिस तरह से काशी वासियों ने वहां लोकतंत्र का उत्सव मनाया वो बेहतरीन था। पीएम मोदी ने कहा कि सिर्फ काशी ही नहीं बल्कि उत्तर से दक्षिण तक और अटक से कट तक ऐसा ही माहौल है। हर ओर भारत के लोकतंत्र के उत्सव की तस्वीरें छाई हुई हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की पहचान दुनिया के भी कितनामहत्व रखता है उसका ये परिचय है। दुनिया देख रही है कि जनता का आशीर्वाद भाजपा और एनडीए पर है। जहां भी जाते हैं एक ही नारा और संकल्प सुनाई देता है और वो है- फिर एक बार मोदी सरकार।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया देख रही है कि भारत के लोगों को मोदी की गारंटी पर कितना भरोसा है। मोदी की गारंटी का मतलब क्या होता है इसका ताजा उदाहरण सीएए कानून है। कल ही इस कानून के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने का काम शुरू हो गया है। ये सभी भाई बहन हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई है जो बहुत समय से हमारे देश में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ये सब बंटवारे का शिकार हैं। पीएम मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि ये लोग जब चाहे तब भारत आ सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ये लोग अपनी बेटी की इज्जत बचाने के लिए, धर्म बचाने के लिए बारत मां की गोद में शरण ली। लेकिन कांग्रेस ने इनकी सुध नहीं ली क्योंकि ये कांग्रेस के वोटबैंक नहीं थे। जबकि इनमें से ज्यादातर दलित और ओबीसी वर्ग के लोग हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथियों ने इस पर जुर्म करने में कोई कमी नहीं की। पीएम मोदी ने कहा कि सपा कांग्रेस आदि ने सीएए के नाम पर ऐसा झूठ चलाया कि इन दलों ने यूपी समेत पूरे देश को दंगों में झोंकने का काम किया। ये आज भी कहते हैं कि जिस दिन मोदी जाएगा उस दिन सीएए भी जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि कोई ऐसा माई का लाल पैदा हुआ है जो सीएए को खत्म कर सके।
पीएम मोदी ने कहा कि जो भी ताकत इकट्ठी करनी है कर लो। मैं भी मैदान में हूं और आप भी। आप सीएए नहीं मिटा सकगे। पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में बंगाल से लेकर पंजाब तक रहने वाले शरणार्थी भारत मां के लाल बन जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि मोदी की एक और गारंटी कश्मीर में भी दिख रही है। बीचे 5 दशकों से कश्मीर हर चुनाव का मुद्दा होता था। हर दल इस मुद्दे को भुनाते हैं। अब हमारे विरोधी दलों की बोलती बंद हो गई है। ये लोग दबी जुबान में जाकर कहते हैं कि जैसे ही हमें मौका मिला 370 वापस ले आएँगे। पीएम मोदी ने कहा कि 40 साल बाद श्रीनगर के लोग मतदान का उत्सव मना रहे थे। श्रीनगर के लोगों का उत्साह साफ दिखाता है कि कोई भी 370 के नाम पर राजनीति नहीं कर सकेगा। पीएम ने कहा कि पहले लोग डरते थे कि न जाने कब कश्मीर में गोली चलने और बमबारी की खबर आ जाए। पीएम ने कहा कि मोदी 370 की दीवार गिरा दी। पीएम ने कहा कि इस बार श्रीनगर में वोटिंग के रिकॉर्ड टूट गए। पीएम ने कहा कि ऐसा काम वही कर सकता है जिसमें राष्ट्रवाद भरा हो।
पीएम ने कहा कि 10 साल पहले हर जगह स्लीपर सेल, दंगे आते होते थे। आजमगढ़ का तो नाम ही कुछ और कर दिया गया था। पीएम ने कहा कि देश में कहीं भी कोई बम विस्फोट होता था लोग आजमगढ़ की ओर देखते थे। सपा के शहजादे आतंक फैलाने वाले दंगाइयों को सम्मान देते थे। उन्हें सुरक्षा कवच देते थे। पीएम ने कहा कि सपा और कांग्रेस दो हैं लेकिन दुकान एक ही हैं। ये भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण का सामान बेचते हैं।
पीएम ने कहा कि ये लोग पिछड़े दलित आदिवासियों का आरक्षण छीनकर अपने वोटबैंक को देना चाहते हैं। पीएम ने कहा कि इंडी गठबंधन के लोग आपकी संपत्ति का आधा हिस्सा छीनकर अपने वोटबैंक को देना चाहते हैं। पीएम ने कहा कि ये देश के बजट को बांटना चाहते हैं। बजट का 15 फीसदी माइनॉरिटी को देना चाहते हैं।
आस्था
चारधाम में नहीं संभल रही भक्तों की भीड़, इस साल टूटा श्रद्धालुओं का रिकार्ड
चारधाम यात्रा करने जा रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है। इस बार उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2024 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा के पहले 5 दिनों में ही यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या पहुंच गई है। इससे पहाड़ी क्षेत्र में संसाधनों की काफी कमी महसूस की जा रही है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश के कई राज्यों से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सेक्ररेटरी मीनाक्षी सुदरम को उत्तरकाशी में कैंप कर हालात की निगरानी और उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि यात्रा प्रबंधन को लेकर उचित प्रबंध किए जाने चाहिए।
बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
चारधाम यात्रा के शुरुआती 5 दिनों में यमुनोत्री धाम में रिकॉर्ड नंबर में 59,158 श्रद्धालु पहुंचे, जबकि गंगोत्री धाम में 48,378 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। गौरतलब है कि दोनों धामों के कपाट 10 मई को खोले गए और तब से अभी तक 1,07,536 दर्शन कर चुके हैं। अगर पिछले साल की बात करें तो साल 2023 में पहले 5 दिनों में 31647 तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम पहुंचे थे, जबकि गंगोत्री धाम में 32143 भक्त पहुंचे थे, पहले 5 दिनों में कुल 63790 लोगों ने दोनों धामों के दर्शन किए थे।
डीएम ने दिए आदेश
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने रास्ते पर तैनात अधिकारियों को अपने तय सेक्टरों में रहने और गाड़ियों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने को निर्देशित किया है। साथ ही डीएम बिष्ट ने सभी अधिकारियों को अपने मोबाइल फोन ऑन रखने और किसी भी प्रकार की मदद के लिए हर कॉल का तुरंत जवाब देने को भी कहा है।
पुलिस ने लगाए 8 ड्रोन व 850 सीसीटीवी
उत्तराखंड पुलिस ने चारधाम रूट पर ट्रैफिक मैनेज करने के लिए 8 से अधिक ड्रोन और करीबन 850 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। वहीं, गढ़वाल क्षेत्र के 7 जिलों में करीबन 130 पार्किंग जगह बनाए गए हैं। पुलिस विभाग के मुताबिक, इन पार्किंग एरिया में 55,000 से अधिक गाड़ियों को पार्क किया जा सकता है, जिनमें करीब 17,000 कार और 38,000 बाइक शामिल हैं।
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