दुखद
कांग्रेस सांसद राजीव सातव का निधन, कोरोना से थे संक्रमित
नई दिल्ली। कांग्रेस के युवा सांसद राजीव सातव का कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के कारण निधन हो गया है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने रविवार को ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी।
उन्होंने लिखा, निशब्द! आज एक ऐसा साथी खो दिया, जिसने सार्वजनिक जीवन का पहला कदम युवा कांग्रेस में मेरे साथ रखा और आज तक साथ चले, पर आज…राजीव सातव की सादगी, बेबाक़ मुस्कराहट, ज़मीनी जुड़ाव, नेतृत्व और पार्टी से निष्ठा और दोस्ती सदा याद आएंगी। अलविदा मेरे दोस्त।
जहां रहो, चमकते रहो।कोरोना संक्रमित होने के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद राजीव सातव का पिछले कुछ दिनों से पुणे के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया, संसद के अपने मित्र श्री राजीव सातव जी के निधन से दुखी हूं। वह उभरते हुए नेता थे जिनमें काफी संभावनाएं थीं। उनके परिवार, मित्रों और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ओम शांति।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके निधन पर दुख जताया और कहा कि यह उनके लिए बहुत बड़ी क्षति है।
उन्होंने ट्वीट किया, मैं अपने मित्र राजीव सातव के निधन से बहुत दुखी हूं। उनमें एक नेता के तौर पर असीम संभावनाएं थीं और उन्होंने कांग्रेस के आदर्शों को आत्मसात कर लिया था। यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
महाराष्ट्र के हिंगोली जिले से आने वाले सातव को पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी का करीबी माना जाता था। वह गुजरात में पार्टी के मामलों के प्रभारी थे जहां पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अच्छा मुकाबला किया था।विभिन्न दलों के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया।
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया, हम राज्यसभा सदस्य और हमवतन श्री राजीव सातव के निधन से बहुत दुखी हैं। राष्ट्र के प्रति उनके अटूट समर्पण और सादगी से पार्टी का कामकाज चलाने को काफी याद किया जाएगा। उनके परिवार, मित्रों तथा समर्थकों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस ने अग्रिम मोर्चे के अपने योद्धा, कांग्रेस कार्यकारी समिति के सदस्य, सांसद और होनहार युवा नेता को खो दिया है।
उन्होंने कहा, मैं इस अपूरणीय क्षति से बहुत आहत हूं। पार्टी उनके अटूट समर्पण, जुड़ाव और अपार लोकप्रियता को हमेशा याद रखेगी।कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, राजीव सातव के रूप में हमने अपना सबसे होनहार सहयोगी खो दिया।
उनका दिल बेहद साफ था, वह ईमानदार, कांग्रेस के आदर्शों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध और भारत के लोगों के प्रति समर्पित थे। मेरे पास शब्द नहीं हैं, उनकी युवा पत्नी और बच्चों के लिए प्रार्थना करती हूं। ईश्वर उन्हें उनके बिना जीने की ताकत दें।कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस नुकसान से वह नि:शब्द हो गए हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, आज एक ऐसा साथी खो दिया जिसने सार्वजनिक जीवन का पहला कदम युवा कांग्रेस में मेरे साथ रखा और आज तक मेरे साथ चले पर आज…राजीव सातव की सादगी, बेबाक मुस्कुराहट, जमीनी जुड़ाव, नेतृत्व और पार्टी से निष्ठा तथा दोस्ती सदा याद आएगी। अलविदा मेरे दोस्त। जहां रहो, चमकते रहो।
पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा, मेरे युवा सहयोगी राजीव सातव का कोविड-19 संबंधी दिक्कतों के कारण निधन हो गया। वह युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और साथ ही दोनों सदनों में सांसद रहे। वह एक ओजस्वी वक्ता थे और हमेशा अच्छी तैयारी करके आते थे। वह कांग्रेस के पुनरुद्धार के अभिन्न अंग थे। दुखद।महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि सातव का निधन एक अपूरणीय क्षति है। राकांपा और शिवसेना ने भी उनके निधन पर दुख जताया।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि वह सातव के निधन से स्तब्ध हैं। पवार ने उन्हें एक अध्ययनशील और आक्रामक नेता बताया।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, मैं नि:शब्द हूं और मुझे नहीं पता कि क्या कहूं। आज मेरे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए काला दिवस है।महिला और बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि वह युवा और प्रतिभाशाली नेता थे, वह बहुत जल्दी चले गए। ठाकुर 2009 में सातव के साथ विधायक बनी थीं।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट किया, राजीव सातव…यह आपने क्या किया। राष्ट्रीय राजनीति में आपसे बहुत उम्मीदें थीं। आपका निधन बहुत ही दुखदायी है। मैं चार दिनों पहले आपके हावभाव को नहीं भूल सकता जब हमारी वीडियो कॉल के दौरान आपने बहुत तेजी से स्वस्थ होने का इरादा दिखाया था।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट किया, श्री राजीव सातव के निधन से दुखी हूं। वह राज्यसभा के सक्रिय सदस्य थे। उनके परिवार एवं मित्रों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया, संसद के मेरे सहयोगी श्री राजीव सातव जी के निधन से स्तब्ध और दुखी हूं। वह कांग्रेस पार्टी के युवा, उभरते सितारे थे। वह विनम्र और मुखर थे। उन्हें बहुत याद किया जाएगा। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।
अभिनेता रितेश देशमुख ने ट्वीट किया, मैं नि:शब्द हो गया हूं और यह जानकर बहुत दुखी हूं कि राजीव सातव नहीं रहे। वह युवा और ऊर्जावान नेता थे जिनका राजनीतिक भविष्य उज्ज्वल था।
मायो क्लिनिक की वेबसाइट के अनुसार, साइटोमेगालो वायरस एक आम वायरस है जो रक्त, मूत्र, लार, स्तन के दूध, आंसुओं, वीर्य और योनि के तरल पदार्थ समेत शरीर के तरल पदार्थों के जरिए फैलता है। जिन लोगों का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होता है या जो एचआईवी से संक्रमित होते हैं, उन्हें यह बीमारी होने की आशंका अधिक होती है।
दुखद
खरगोन में पुल से नीचे गिरी यात्रियों से भरी बस, 15 की मौत और 25 से ज्यादा घायल, सीएम शिवराज ने किया मुआवजे का ऐलान
मध्य प्रदेश के खरगोन में भीषण हादसा हुआ है। यहां एक यात्री बस पुल से नीचे जा गिरी। बस में 50 से ज्यादा यात्रियों के घायल होने की खबर है और 15 की मौत हो गई। जैसे ही बस नीचे गिरी उसमें सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। बताया जा रहा है कि ये बस इंदौर की ओर जा रही थी। हादसे की खबर मिलते ही डीएम शिवराज सिंह वर्मा, खरगोन के एसपी धर्मवीर सिंह और खरगोन विधायक रवि जोशी मौके पर फौरन रवाना हो गए।
बताया जा रहा है कि हादसे के बाद मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बस में फंसे घायलों को निकालकर तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। ये घटना ऊन थाना क्षेत्र के ग्राम दसंगा पुल पर हई। वहीं इस बीच खरगोन में हुई बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को सीएम शिवराज ने 4 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार की की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा कम और मामूली रूप से घायलों को 25 हजार और दुर्घटना में घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था मध्यप्रदेश सरकार द्वारा की जाएगी
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने खरगोन बस हादसे पर दुख जताया है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा, “बहुत दुखद पीड़ादायक प्रसंग है। 15 लोग काल के मुंह में समा गए हैं। 20 से 25 घायल हो गए हैं। इनका इलाज खंडवा के अस्पताल में कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।”
दुखद
रेलवे ट्रैक पर जवान बेटे के टुकड़े देखकर बेसुध हुआ पिता, शव के सामने बिलख रहे पिता की भी ट्रेन की चपेट में आने से मौत
मध्य प्रदेश के होशंगाबाद (MP News) में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. पिता की आंखों के सामने उसके बेटे के टुकड़े हो गए. लाचार पिता सिर्फ रोता बिलखता रह गया. सुध-बुध खोने के बाद पिता ट्रेन की पटरी पर बैठकर रोने-चिल्लाने लगा. जिसके बाद सामने से आ रही एक ट्रेन (Man Jumped In Front Of Train) की चपेट में आने से पिता की भी मौत हो गई. दरअसल ट्रेन की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया.
रूह कंपा देने वाली ये घटना सोहागपुर के मारूपुरा में गुरुवार रात साढ़े 12 बजे हुई. खबर के मुताबिक 36 साल के छोटेलाल विश्वकर्मा का किसी बात से परिवार के बीच विवाद हो गया था. वह गुस्से में घर से चला गया था. उसे मनाने के लिए उनके पिता मोहनलाल भी उसके पीछे-पीछे पहुंच गए. गुस्साया बेटा छोटेलाल घर से 100 मीटर रलवे ट्रैक (Railway Track) पर बैठकर ट्रेन आने का इंतजार करने लगा. छोटेलाल के पिता मोहनलाल उसे मनाने की कोशिश कर रहे थे. तभी सामने से आ रही तेज स्पीड ट्रेन की चपेट में आने से छोटेलाल के शरीर के चिथड़े उड़ गए.
पत्नी से विवाद की वजह से तनाव में था छोटेलाल
आंखों के सामने जवान बेटे की मौत देखकर पिता मोहनलाल की रूह कांप गई. उनके बेटे के शीर के टुकड़े करीब 200 मीटर तक बिखर गए. वह अपनी सुध-बुध खो बैठे. रोत-बिलखते वह भी रेलवे ट्रैक पर बैठ गए. थोड़ी ही देर में पटरी पर से दूसरी ट्रेन गुजरी, जिसकी चपेट में आने से पिता मोहनलाल गंभीर रूप से घायल हो गए. ट्रेन के इंजन से टकराने की वजह से वह दूर जाकर गर गए. इस घटना में उनके सिर पर गंभीर चोट लग गई. अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी भी मौत हो गई.
पिता-बेटे की मौत की खबर सुनते ही उनके मोहल्ले में मातम पसर गया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.वहीं परिवारिक विवाद भी भी विवेचना करने की बात पुलिस ने कही है. बताया जा रहा है कि दोनों बाप-बेटे फर्नीचर का काम करते थे. छोटेलाल की पत्नी प्रीति ससुराल में नहीं रहती थी. परिवार का कहना है कि दोनों के बीच आपसी विवाद चल रहा था. इसी वजह से वह तनाव में रहता था. घटना वाली रात को भी इसी बात पर परिवार के बीच कहासुनी हुई थी.
रेलवे ट्रैक पर गई पिता-बेटे की जान
पुलिस ने बताया कि छोटेलाल की शादी 11 साल पहले प्रीति नाम की महिला के साथ हुई थी. दोनों के दो बेटे भी हैं. किसी बात से नाराज होकर प्रीति दिवाली पर घर से चली गई थी. वह खेरुआ गांव में रह रही थी. उसके दोनों बच्चे अपनी दादी के पास थे. पत्नी के जाने से छोटेलाल काफी तनाव में था. इसी वजह से परिवार में कुछ कहासुनी हो गई थी. जिसके बाद छोटेलाल ने गुस्से में रेलवे ट्रेक पर अपनी जान दे दी. इस घटना के बाद उसके शरीर के अंग आसपास बिखर गए. जीआरपी ने मौके पर पहुंचकर उसके शरीर के अंगों को समेटा.
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खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह का हार्ट अटैक से निधन… रात 2.30 बजे ली अंतिम सांस…
रायपुर।छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ विधानसभा सीट से विधायक देवव्रत सिंह का हार्ट अटैक के चलते देर रात निधन हो गया। रात 2.30 बजे उन्होने खैरागढ़ अस्पताल में अंतिम सांसे ली। बताया जा रहा है कि सीने में तकलीफ होने के बाद उन्हें देर रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका निधन हो गया।छत्तीसगढ़ की सियासत में कम उम्र में ही पहचान बनाने वाले नेता देवव्रत सिंह खैरागढ़ विधानसभा सीट से चार बार विधायक निर्वाचित हुए। इसके अलावा वह राजनांदगांव लोकसभा सीट से सांसद भी निर्वाचित हुए। देवव्रत सिंह FCI (भारतीय खाद्य निगम) के अध्यक्ष रहे।
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