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क्राइम

*13 दिनों के बाद पुलिस ने कारोबारी प्रवीण सोमानी को बिहार के कुख्यात अपहरण गिरोह के सरगना चंदन सोनार के शार्गिद पप्पू चौधरी से सकुशल बरामद कर लाया राजधानी , मामले में दो आरोपियों को भी किया गया गिरफ्तार ,आरोपियों ने 3 माह तक की रेकी ,फिर दिया घटना को अंजाम*

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रायपुर ।रायपुर पुलिस की बड़ी सफलता 13 दिवस के भीतर चौकी सिलतरा क्षेत्र से अपहृत कारोबारी प्रवीण सोमानी को बिहार के कुख्यात अपहरण गिरोह से सकुशल बरामद किया गया। एवं गिरोह के दो सदस्य को भी गिरफ्तार किया गया
बता दें कि 8 जनवरी 2020 को चौकी सिलतरा क्षेत्र से कारोबारी प्रवीण सोमानी का अपहरण हुआ थाऔर अपने प्लांट से घर जाने के बीच में अज्ञात आरोपियों ने कारोबारी प्रवीण सोमानी का अपहरण कर लिया था
अपहरण के बाद से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 6 से अधिक टीमों का गठन किया गया था
और आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. फुटेज के अध्ययन से अपहरण की पुष्टि हुई थी एवं घटना में प्रयुक्त 2 अज्ञात वाहनों के संबंध में जानकारी मिली थी
और रायपुर से लेकर प्रतापगढ़ (उ.प्र.) तक के 1500 किलो मीटर से अधिक दूरी के सी.सी.टी.व्ही. फुटेज का अध्ययन व विश्लेषण किया गया क्योकि घटना प्रथम दृष्टया किसी प्रोफेशनल अपहरण गिरोह के द्वारा करना प्रतीत हो रहा था
अपहृत कारोबारी की कार थाना विधानसभा क्षेत्र के रामकुंज कालोनी से की बरामद की गई थी। घटना स्थल सहित 1500 किलो मीटर से भी ज्यादा दूरी के क्षेत्र का तकनीकी विश्लेषण किया गया ।
 आरोपियों द्वारा बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया था।
आरोपियों ने घटना से पूर्व 3 माह तक रेकी कर अपहरण की तैयारी की थी
और पूर्व में भी आरोपियों द्वारा अपहरण की बहुत सी घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है।
आरोपियों के संबंध में जानकारी प्राप्त होने पर टीमें उड़ीसा, गुजरात, बिहार एवं उत्तर प्रदेश रवाना की गई थी।
टीमों द्वारा उड़ीसा, गुजरात, बिहार एवं उत्तर प्रदेश में जाकर कैम्प करते हुये आरोपियों के संबंध में जानकारी एकत्र करना प्रारंभ किया गया ।
आरोपियों द्वारा घटना करने के लिये फर्जी गाड़ी नंबरों का उपयोग किया गया था
गिरोह के सभी सदस्य अलग – अलग राज्यों के निवासी है
पप्पू चैधरी पूर्व में हिंगोरा अपहरण काण्ड में भी आरोपी रह चुका है
पप्पू चैधरी मूलतः कुख्यात अपहरण गिरोह के सरगना चंदन सोनार का शार्गिद है ।
आरोपी पप्पू चैधरी मूलतः जिला वैशाली बिहार के बीदूपुर थाना के गंगा किनारे दीयरा के बहुत ही बीहड़ गांव मथुरा गोकुला क्षेत्र का निवासी है ।
टीम द्वारा इस गिरोह से जुड़े बिहार, गुजरात, उड़ीसा एवं उत्तर प्रदेश के दर्जनों लोगों को उठाकर उनसे गहन पूछताछ की गई एवं दर्जनों ईलाकों में छापेमार कार्यवाही की गई ।
इसी दौरान टीम को सी.सी.टी.व्ही. फुटेज एवं तकनीकी विश्लेषण के आधार पर स्थानीय शेल्टर उपलब्ध कराने वाले अनिल चैधरी को दोंदेकला से पकड़ने में सफलता मिली
अलग – अलग राज्यों में कैम्प कर आरोपियों की गिरफ्तारी में काम कर रही टीमों को गिरोह के एक अन्य सदस्य मुन्ना नाहक निवासी गंजाम उडीसा को गिरफ्तार करने में टीम को सफलता मिली
गिरोह का सरगना पप्पू चैधरी अपने गिरोह के अन्य सदस्यों को उतनी जानकारी देता था जितनी आवश्यकता हो।
टीम द्वारा लगातार अलग – अलग राज्यों में 14 से अधिक दिनों तक लगातार कैम्प करते हुये अपहृतों के चुंगल से प्रवीण सोमानी को छुड़ाने में सफलता मिली
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर आरिफ एच शेख स्वयं पटना बिहार जाकर टीम का नेतृत्व कर रहे थे
पुलिस महानिदेशक छ.ग. एवं पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज भी लगातार कर प्रकरण की समीक्षा कर रहे थे। एवं आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे।
आरोपियों द्वारा अपहृत कारोबारी के परिवार से करोड़ो में फिरौती की मांग की गई थी।
घटना में गिरोह के लगभग 10 सदस्य सम्मिलित है जिनकी पहचान सुनिश्चित कर ली गई है तथा उनकी शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी।
आरोपियों की गिरफ्तारी एवं अपहृत को छुड़ाने में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ एच शेख के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, क्राईम पंकज चन्द्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल, नगर पुलिस अधीक्षक उरला अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चौक नसर सिद्धकी सहित 60 से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम को लगाया गया था
तकनीकी जांच के लिये सायबर शाखा की 10 सदस्यीय टीम का अलग से गठन किया गया था।
घटना हेतु आरोपियों द्वारा 100 से अधिक फर्जी मोबाईल नंबरों का उपयोग किया गया था
आरोपियों के प्राप्त संदिग्ध नंबरों के आधार पर प्राप्त की गई उनके बैंक एवं यात्रा संबंधी जानकारी फ्लाईट एवं ट्रेनों का विश्लेषण किया गया
आरापियों के कब्जे से 05 नग मोबाईल फोन एवं रेकी करने में प्रयुक्त वाहन को जप्त किया गया है
अपहृत को छुडाने में एवं रेड कार्यवाही करने में बिहार पुलिस एवं उत्तर प्रदेश पुलिस से प्राप्त सराहनीय सहयोग हुआ।
आरोपियों के विरूद्ध थाना धरसींवा में अपराध क्रमांक 19/20 धारा 365, 120बी, 201 भा.द.वि. के तहत् अपराध पंजीबद्ध किया गया है। डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया की प्रार्थी ललित सोमानी पिता स्व0 गौरीशंकर सोमानी उम्र 53 साल साकिन मालवीय नगर थाना मोहन नगर जिला दुर्ग ने थाना धरसींवा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसका छोटा भाई प्रवीण सोमानी पिता स्व0 विजयशंकर सोमानी उम्र 46 साल निवासी जयश्री मरलीन मंडी गेट थाना पंडरी जिला रायपुर जो 8 जनवरी को शाम 06ः00 बजे अपनी लाल रंग की कार रेंज रोव्हर क्रमांक सी0जी0 10 ए0एल0 9637 से अपनी कंपनी सोमानी फैक्ट्री सिलतरा थाना धरसींवा जिला रायपुर से घर के लिये निकला है। जो अभी तक घर वापस नही आया हैं। जिसकी अंतिम बार सोमानी फैक्ट्री सिलतरा के स्टाफ के लोग देखे हैं। छोटा भाई प्रवीण की पता तलाश आसपास एवं रिश्तेदारों मे किये पता नही चला जिस पर थाना धरसींवा में अपराध क्रमांक 19/20 धारा 365 भादवि. के अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
घटना की गंभीरता को देखते हुये पुलिस महानिदेशक, छ.ग. डी.एम. अवस्थी द्वारा पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज रायपुर आनंद छाबड़ा एवं उप पुलिस महानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख को अपने नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर अपहृत कोराबारी को छुड़ाने एवं आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर आरिफ शेख द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, क्राईम पंकज चन्द्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल, नगर पुलिस अधीक्षक उरला अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चौकक नसर सिद्धकी को सम्मिलित करते हुये स्वयं केे नेतृत्व में 60 सदस्यीय विशेष टीम का गठन कर प्रकरण की विवेचना प्रारंभ की गई।
आरोपियों की गिरफ्तारी एवं अपहृत को छुडाने में लगी विशेष टीम द्वारा सर्वप्रथम घटना स्थल जाकर निरीक्षण किया गया एवं अलग – अलग कार्य हेतु टीमों का अलग – अलग गठन कर कार्य विभाजन किया गया। 8 अलग – अलग टीमें बनाकर टीमों को सी.सी.टी.व्ही. फुटेज संग्रहण, तकनीकी विश्लेषण, कारोबारी के संबंध में स्थानीय जानकारी एकत्रित करने सहित अन्य कार्यो में लगाया गया। सी.सी.टी.व्ही. फुटेज संग्रहण में लगी टीम को घटना स्थल पर दो संदिग्ध वाहनों का फुटेज प्राप्त होने पर वाहनों का आने जाने का रूट निर्धारण हेतु बिलासपुर दिशा की ओर रवाना किया गया। टीम 1500 किलो मीटर से अधिक दूरी का सी.सी.टी.व्ही. फुटेज संग्रहण करते हुये प्रतापगढ़ (उ.प्र.) तक पहुंच गई जिस पर पुनः एक टीम उ.प्र. रवाना की गई। तकनीकी विश्लेषण में लगी टीम को कुछ संदिग्ध नंबर प्राप्त होने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल एवं नगर पुलिस अधीक्षक उरला अभिषेक माहेश्वरी के नेतृत्व में बिहार रवाना की गई साथ ही एक टीम नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चौक नसर सिद्धकी के नेतृत्व में गुजरात एवं एक टीम उड़ीसा के लिये भी रवाना किया गया। सभी टीमें प्राप्त सूचना व जानकारी के आधार पर अलग – अलग राज्यों में काम कर रही थी जिसकी माॅनिटरिंग वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर आरिफ शेख स्वयं कर रहे थे एवं सभी टीमों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर टीम द्वारा दोंदेकला निवासी अनिल चैधरी जो कि मूलतः बिहार का निवासी है से पूछताछ प्रारंभ किया गया। अनिल चैधरी से प्राप्त जानकारी एवं तकनीकी साक्ष्यों से प्राप्त जानकारी के आधार पर बिहार में लगी टीम द्वारा गौरव कुमार उर्फ पप्पू चैधरी जो कि पूर्व में हिंगोरा अपहरण काण्ड का आरोपी भी रह चुका है एवं चंदन सोनार गिरोह से संबंधित है के संबंध में जानकारी एकत्रित करना प्रारंभ किया गया। टीम को जानकारी प्राप्त हुई कि पप्पू चैधरी वैशाली जिले के बीहड़ क्षेत्र गंगा नदी के दीयरा किनारे स्थित ग्राम मथुरा गोकुला थाना बीदूपुर का निवासी है एवं बिहार पुलिस द्वारा भी उस पर 50 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया है। उसके द्वारा ही अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर उपरोक्त अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया है जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री आरिफ एच शेख स्वयं पटना बिहार पहुंचकर टीम का नेतृत्व किया एवं बिहार पुलिस की एस.टी.एफ. के साथ मिलकर बीहड़ दीयरा क्षेत्र में सर्च आॅपरेशन प्रारंभ किया गया एवं दीयरा के 100 किलो मीटर क्षेत्र से अधिक क्षेत्र में सर्च कार्यवाही की गई, किंतु गिरोह का सरगना पप्पू चैधरी वहां से फरार हो चुका था। टीम को गिरोह के संबंध में एक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होने पर बिहार की टीम को उ.प्र. रवाना किया गया एवं एक अन्य टीम को उड़ीसा के गंजाम रवाना किया गया। गंजाम उडीसा की टीम द्वारा उ.प्र. रवाना हुई टीम से प्राप्त जानकारी के आधार पर मुन्ना नाहक निवासी गंजाम को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारंभ किया गया एवं प्राप्त जानकारी के आधार पर उ.प्र. के अम्बेड़कर नगर जिले के अलग – अलग ग्रामों में रेड कार्यवाही की गई एवं गिरोह द्वारा अपहृत को रखें गये स्थान की पहचान सुनिश्चित की जाकर देर रात्रि में ही दबिश दी गई। टीम द्वारा अपहृत को रखें गये स्थान पर रेड करने से कुछ समय पूर्व ही आरोपी अपहृत को लेकर वहां से निकल चुके थे जिस पर टीम द्वारा उनका पीछा प्रारंभ किया गया, जिससे आरोपी अपहृत को सूनसान स्थान पर छोड़कर फरार हो गये, जिससे टीम द्वारा अपहृत को अपने कब्जे में लिया गया।
उपरोक्त अपहृत गिरोह में मूलतः उडीसा, बिहार, उत्तर प्रदेश एवं गुजरात के लोग सम्मिलित है जिनकी पहचान पूरी तरह सुनिश्चित कर ली गई है एवं शीघ्र ही इनकी गिरफ्तारी कर ली जायेगी। आरोपियों को गिरफ्तार करने एवं अपहृत को छुडाने में रायपुर पुलिस के 60 से अधिक अधिकारी/कर्मचारी एवं 10 से अधिक तकनीकी प्रशिक्षित लोगों को लगाया गया था। टीम द्वारा 1500 किलो मीटर से अधिक दूरी के सी.सी.टी.व्ही. फुटेज एवं 10 लाख से अधिक मोबाईल नंबरों का विश्लेषण किया गया एवं संदिग्ध वाहन माॅडलों के 05 हजार से अधिक वाहनों की जांच की गई। प्रकरण में अलग – अलग क्षेत्र मंे रेड कार्यवाही करने में बिहार एस.टी.एफ. एवं उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा सराहनीय योगदान दिया गया।
आरोपियों की गिरफ्तारी एवं अपहृत को सकुशल बरामद करने में आनंद छाबड़ा पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज रायपुर एवं आरिफ एच शेख, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर के नेतृत्व में निम्नांकित अधिकारी/कर्मचारियों की विशेष भूमिका रही . पंकज चन्द्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध। तारकेश्वर पटेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण।
अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला।
नसर सिद्धकी, नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चैक।. सुश्री कल्पना वर्मा, परि. उप पुलिस अधीक्षक।
लोकेश देवांगन, परि. उप पुलिस अधीक्षक।
निरीक्षक
रमाकांत साहू, थाना प्रभारी खमतराई विशाल सोम थाना प्रभारी राखी
अश्वनी राठौर, थाना प्रभारी विधानसभा नितिन उपाध्याय, थाना प्रभारी उरला सोनल ग्वाला, निरीक्षक रायपुर।
उप निरीक्षक
अमित तिवारी, प्रभारी सिलतरा चौकी होमलाल नागरची, सायबर सेल।
सहायक उप निरीक्षक
शंकर लाल ध्रुव, थाना गुढियारी किशोर सेठ, थाना डी डी नगर
प्रधान आरक्षक
जमील खान प्र.आर. रायपुर। संतोष सिंह प्र.आर. रायपुर।
सरफराज चिश्ती प्र.आर.। महेन्द्र राजपूत प्र.आर. सायबर सेल रायपुर।
ईरफान खान प्र.आर. रायपुर। मोह0 कय्यूम प्र.आर. रायपुर। प्रदीप पटेल प्र.आर. रायपुर। प्रेमराज बारिक प्र.आर. रायपुर। अजय सिंह प्र.आर. रायपुर। जयनारायण यादव प्र.आर. रायपुर।कुलदीप द्विवेदी प्र.आर. रायपुर। संदीप दीक्षित प्र.आर. रायपुर।राधाकांत पाण्डेय प्र.आर. रायपुर
आरक्षक
.श्रीमती बसंती मौर्य सायबर सेल रायपुर .सुश्री बबीता देवांगन सायबर सेल।
सुरेश देशमुख, सायबर सेल रायपुर चिंतामणी साहू सायबर सेल घनश्याम साहू सायबर सेल अनुरंजन तिर्की सायबर सेल।
तुकेश निषाद रायपुर राजिक खान रायपुर।
चन्द्र कुमार ध्रुव रायपुर अनिल पाण्डेय रायपुर।
अनुप मिश्रा रायपुर, नोहर देशमुख रायपुर।
, प्रमोद वर्ठी रायपुर, राकेश पाण्डेय रायपुर।
, विजय पटेल रायपुर, वीरेन्द्र भार्गव रायपुर
,धनंजय गोस्वामी रायपुर, जसवंत सोनी रायपुर।
, कृपा सिंधु पटेल रायपुर, प्रमोद बेहरा रायपुर।
, उपेन्द्र यादव रायपुर, रवि तिवारी रायपुर
, मोह0 सुल्तान रायपुर, महेश नेताम रायपुर।
, टेक सिंह मोहले सायबर सेल रायपुर, मुकेश चैहान रायपुर।
, हिमांशु राठौर रायपुर, संजय मरकाम रायपुर।
, आशीष त्रिवेदी रायपुर, घनश्याम सिंह, रायपुर।
, कमल जोशी जिला धमतरी। ,पूरन देवांगन जिला बालोद।
, विनय पाण्डेय  ,श्रीमती सारिका देवांगन है
गिरफ्तार आरोपी अनिल चैधरी उम्र 32 साल निवासी दोंदेकला थाना विधानसभा रायपुर।
मुन्ना नाहक निवासी जिला गंजाम उडीसा।

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गबन : शासकीय उचित मूल्य दुकान में गबन का मामला, सचिव और विक्रेता गिरफ्तार….

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अनिता गर्ग अमनपथ ब्यूरों ,रायगढ़ : दिनांक 04.09.2024 को थाना घरघोड़ा में खाद्य निरीक्षक श्रीमती प्राची सिन्हा (35 वर्ष) ने एक आवेदन प्रस्तुत कर ग्राम पंचायत बैहामुड़ा की शासकीय उचित मूल्य दुकान में गबन का मामला दर्ज कराया। दुकान जिसका संचालन सचिव अशोक चौहान और विक्रेता गजानंद पटेल द्वारा किया जाता है, शासकीय उचित मूल्य दुकान में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गईं।

शिकायतकर्ता संतोष कुमार राठिया निवासी बैहामुडा की शिकायत पर खाद्य निरीक्षक श्रीमती प्राची सिन्हा द्वारा दिनांक 02.08.2024 को उचित मूल्य दुकान का जांच किया गया । जांच के दौरान, श्रीमती सिन्हा ने पाया कि दुकान से 94.28 क्विंटल चावल, 15.04 क्विंटल चना, 9.25 क्विंटल शक्कर, और 22.14 क्विंटल नमक, जिसका बाजार मूल्य लगभग 5,20,003.57 रुपए है, का वितरण लाभार्थियों को नहीं किया गया और उसे गबन कर लिया गया। इसके अतिरिक्त, राशन कार्ड धारक स्वर्गीय साधमोती के राशन कार्ड का उपयोग उनकी मृत्यु के 6 महीने बाद तक किया गया।

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 316(5) बी.एन.एस. 3,7 ई.सी. एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 258/2024 में मामला दर्ज किया और जांच के बाद आरोपियों अशोक चौहान (52 वर्ष) और गजानंद पटेल (43 वर्ष) को आज दिनांक 05.09.2024 को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया। दोनों आरोपियों ने अपराध स्वीकार कर लिया है, और उनके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। मामले की आगे की जांच जारी है ।

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प्रेम-प्रसंग में 2 बेटियों और पिता की हुई मौत,इस IPS अफसर ने 50वें दिन दिलाया इंसाफ..

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पटना. बिहार देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने भारत के नए आपराधिक कानून (BNS) के तहत गुनहगारों को सजा दिलाई है. बिहार की सारण पुलिस द्वारा नए BNS कानून के तहत दर्ज की गई एफआईआर और अनुसंधान के बाद एक ट्रिपल मर्डर केस में सभी आरोपियों को उम्रकैद की सजा हुई है. अदालत ने ट्रिपल मर्डर केस में दो किशोर गुनहगारों को उम्रकैद और 25 हजार का जुर्माना लगाया है. यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ था, जिसमें दो लड़कों ने दो नाबालिग लड़कियों और उनके पिता की धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. अपराधियों ने रात के अंघेरे में घर की छत पर सो रहे बाप और उसकी दो नाबालिग बेटियों की बड़ी निर्दयता से हत्या कर दी थी. स्पीडी ट्रायल के बाद गुरुवार को 50वें दिन दोनों किशोर आरोपियों को उम्रकैद की सजा हुई है.भारतीय न्याय संहिता के 1 जुलाई से लागू होने के बाद देश में पहली बार इस नए कानून के तहत किसी को सजा सुनाई गई है. न्यूज18 हिंदी ने सारण के एसपी डॉ. कुमार आशीष से इस वारदात को लेकर विस्तार से बात की. सारण के एसपी डॉ. कुमार आशीष कहते हैं, ‘बिहार और बिहार पुलिस दोनों के लिए आज का दिन एतिहासिक है. बीएनएस के तहत दर्ज मामलों में सजा दिलाने में सारण देश का पहला जिला और बिहार पहला राज्य बन गया है. बीती 17 जुलाई को रात 2 बजे डायल 112 नंबर से हमें सूचना मिली थी कि एक ही परिवार के तीन सदस्यों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई है. मरने वालों में पिता और दो नाबालिग बेटियां शामिल थीं. घटना के एक घंटे के अंदर ही हमने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.’

14 दिन में चार्जशीट
डॉ आशीष कहते हैं, ‘हमने रसूलपुर थाने में धारा 103 (1), 109(1), 329- 4/3 ( 5 ) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की. इसमें फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की भी मदद ली. भारत के तीन नए कानून बीएनएस, बीएनएसएस और बीएनएसए इन सभी के अनुदेशों का पालन करते हुए 14 दिनों में ही यानी 31 जुलाई को स्पीडी चार्जशीट दाखिल कर दी थी. इसके बाद माननीय न्यायालय से स्पीडी ट्रायल कराने का हमने आग्रह किया था. कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए 13 अगस्त से स्पीडी ट्रायल शुरू कर दिया. 22वें दिन 3 सितंबर को दोनों को दोषी ठहराया और घटना के 50वें दिन आज दोनों को सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने 48 दिनों के अंदर दोनों आरोपी सुधांशु कुमार उर्फ रोशन और अंकित कुमार को दोषी माना था.

48वें दिन अदालत ने माना दोषी
कुमार कहते हैं, ‘शुरू से ही हमने फैसला कर लिया था कि इस मामले को स्पीडी ट्रायल से जल्दी सुलझाएंगे. हमारी पूरी टीम इसमें दिन-रात लगी रही, क्योंकि मामला एक ही गांव का था और वह भी प्रेम प्रसंग का, तो मुझे लगा कि कहीं मामला और बड़ा न हो जाए. लड़का इसलिए नाराज था कि लड़की ने उससे बात करनी बंद कर दी थी. इसके बाद लड़कों ने बगल की हाट से चाकू खरीदा और दीवार के सहारे छत पर चढ़कर दोनों लड़कियों और उसके पिता की हत्या कर दी. हमने डीएनए, एफएसएल और सिरोलॉजिकल रिपोर्ट के साक्ष्य अदालत को दिए, जिसे अदालत ने सही पाया और आज फैसला सुनाया.

50वें दिन हो गई सजा
आपको बता दें कि आईपीएस अधिकारी डॉ. कुमार आशीष 2012 बैच के बिहार कैडर के अधिकारी हैं. आशीष ने पिछले साल ही जेएनयू से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की है. आशीष को पढ़ने के साथ-साथ पढ़ाने का भी शौक है. मुजफ्फरपुर रेल एसपी रहते उन्होंने स्टेशन पर घूमने वाले लावारिस बच्चों के लिए रेल पुलिस पाठशाला की शुरुआत की थी. इस पाठशाला में लावारिस बच्चों को फ्री में शिक्षा दी जाती है. पिछले साल 15 अगस्त के दिन रेल पुलिस ने इस पहल की शुरुआत की थी. इस अनोखी पहल में प्लेटफ‌‌ॉर्म पर भटकने वाले लावारिस और जरूरतमंद बच्चों को अभी भी फ्री में शिक्षा दी जा रही है.

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शराब पीकर करती है बहू पर टॉर्चर, ससुर ने दी जान से मारने की धमकी…

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नैनीताल : उत्तराखंड के हल्द्वानी में लगातार महिलाओं के साथ अभद्रता के मामले सामने आ रहे हैं. आए दिन महिलाओं की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है. ऐसा ही एक अनोखा मामला फिर सामने आया है .दरअसल हल्द्वानी क्षेत्र में दो विवाहित महिलाओं ने अपने ससुराल पक्ष पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने पर केस दर्ज करवाया है. हल्द्वानी के गणपति विहार निवासी एक महिला की शिकायत पुलिस को महिला हेल्पलाइन नंबर में प्राप्त हुई है. महिला का कहना है उसका विवाह मुरादाबाद मिलक चांदपुर निवासी युवक के साथ हुआ था. जिसके बाद निरंतर उसके पति द्वारा उसे परेशान किया जा रहा था.

पीड़िता ने बताया कि अब तक कई बार उसके पति द्वारा उन्हें जान से मारने का प्रयास किया गया है. पीड़िता का कहना है कि उसे इतना प्रताड़ित कर दिया गया कि उसे आत्मघाती कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है. महिला का आरोप है कि उसका पति उसे आए दिन पीटता है. सास -ससुर उसकी बेटी होने पर उसे ताने मारते रहते हैं. पीड़िता ने अपने जेठ पर भी आपराधिक रिकार्ड होने का दावा करते हुए उसे जान से मारने का कई बार प्रयास करने का आरोप लगाया है.

पति के शादी के बाद भी अवैध संबंध
पीड़िता का कहना है कि उसका पति शादी के बाद भी लड़कियों और महिलाओं से संबंध रखने और अश्लीलता करने से बाज नहीं आ रहा है. महिला का आरोप है कि पति ने उसके गहने भी बेच दिए हैं. महिला ने पुलिस से उसकी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कहा कि यदि पति व ससुराल पक्ष की प्रताड़नाओं से उसे मुक्ति नहीं दिलाई गई तो वह आत्मघाती कदम उठाने को बाध्य होगी.

सास भी शराब पीकर देती है गालियां
इसके बाद ठीक इसी तरह का एक अन्य मामला भी हल्द्वानी से सामने आ रहा है. जिसमें शिकायतकर्ता महिला ने ससुराल वालों पर दहेज को लेकर बार बार उत्पीड़न का आरोप लगाया है. हल्द्वानी के गोरापड़ाव निवासी महिला ने बताया कि शादी से पहले उसके पति, सास व ससुर ने बोला था कि हमको शादी में कुछ नहीं चाहिए. लेकिन अब शादी के बाद बार बार उसके ससुराल पक्ष के लोग दहेज संबंधित बातें उसे सुनाकर प्रताड़ित करते हैं. पीड़िता का कहना है कि उसके पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार सोने-चांदी के जेवरात, दान, उपहार उसके विवाह में दिया था जो उसके ससुराल वालों के पास है. बावजूद इसके लगातार ससुराल पक्ष के लोग उसपर दहेज का दबाव बना रहे हैं.

सास-ससुर ने दी जान से मारने की धमकी
पीड़ित महिला का कहना है कि उसका पति अपनी नौकरी के सिलसिले में बाहर रहता है. महिला ने आरोप लगाया कि बीते दिन सुबह सुबह उसके सास-ससुर ने उसके पति से फोन पर बात की, और उसके बाद दिन में पीछे के रास्ते से उसके कमरे में आकर उसे गन्दी-गन्दी गालियां दी और उसके साथ मारपीट की. इसके अलावा उसे डराने के लिए उसे जान से मारने की धमकी दी और उसे घर से निकल जाने को कहा.

ससुर ने किया ऑटो का पीछा
जिसके बाद पीड़िता बहुत डर गई और अपने पेपर व लैपटॉप लेकर दोपहर में लगभग 02:30 बजे घर से बाहर निकल गई, तब उसके ससुर ने अपनी स्कूटी से इसके ऑटो का पीछा किया और उसे तीनपानी के पास रोककर उसके सामान की चैकिंग की. और उसे भला बुरा बोलते हुए उससे अभद्रता की. जिसके बाद जान का खतरा होने कारण उसे मजबूरन अपने मायके जाना पड़ा. महिला की शिकायत पर सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी गई है.

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