रायपुर: छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला बढ़ता ही जा रहा है। सरगुजा हो या बस्तर हर जगह ही लोग हिंदू से ईसाई बन रहे हैं। अब तक इसके विरोध में हिंदू संगठन चेतावनी दे रहे थे लेकिन, अब सर्व आदिवासी हिंदू समाज ने बड़ा फैसला लिया है।दरअसल, सर्व आदिवासी हिंदू समाज बस्तर में बनाए गए चर्च को तोड़ेगी।
चर्च तोड़कर मंदिर बनाएंगे हिंदू
चर्च तोड़कर यहां हनुमान मंदिर या फिर क्षेत्रीय देवी-देवताओं की स्थापना की जाएगी। बता दें कि इसकी घोषणा सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष राजा राम तोड़ेम ने की है। विश्व हिंदू परिषद और राजाराम तोड़ेम ने दावा किया है कि बस्तर के 66 हजार लोगों का धर्म बदला गया है। उन्होंने बस्तर में धर्मांतरित हुए लोगों को चेताया है कि वे मूल धर्म में लौट आएं।
66 हजार लोग हिंदू से बने ईसाई
राजा राम तोड़ेम ने धर्मांतरण को लेकर बड़ी जानकारी दी है। तोड़ेम ने बताया कि बस्तर के लोगों को बरगलाकर उनका मूल धर्म छुड़वाया गया। उन्हें ईसाई बनाया गया है। हमने धर्मांतरित कुछ लोगों से बातचीत की। जिनका कहना है कि उनकी बीमारी ठीक करने का दावा कर बस्तर में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हुआ है। राजा राम ने कहा कि, हमारे पास एक गोपनीय रिपोर्ट है। जिसके आधार पर बस्तर में पिछले कुछ सालों में 66 हजार लोगों का धर्म बदला गया है।
ईसाई मिशनरियों को नहीं देंगे घुसने
बस्तर पांचवीं अनुसूची वाला क्षेत्र है। यहां ईसाई मिशनरियों को घुसने नहीं देंगे। शासन-प्रशासन पर दबाव बनाकर कुछ दिन पहले अपने धर्म गुरु डॉ पॉल दिनाकरण का धार्मिक कार्यक्रम करवाने वाले थे। हम इसका विरोध करते हैं। बस्तर में धर्मांतरण न हो इसलिए सर्व आदिवासी समाज और विश्व हिंदू परिषद हमेशा विरोध के लिए खड़ा रहेगा।