तिल्दा : पीएम श्री भरत देवांगन शासकीय उत्कृष्ट हिंदी/अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खरोरा का, राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई सात दिवसीय विशेष शिविर ग्राम पंचायत बरौंडा में आयोजित है। जिसमें बौद्धिक परिचर्चा समयकाल में विद्यालय उपप्राचार्य हरीश देवांगन के द्वारा, शिविरार्थी स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना का युवा के योगदान पर विस्तृत प्रकाश डाला। समाज सेवा के माध्यम से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का विकास उद्देश्यों को बताया, साथ ही स्वामी विवेकानंद के सिद्धांत वाक्य को अपने उद्बोधन में बताया कि – मैं नहीं आप यह सिद्धांत वाक्य वसुधैव कुटुंबकम् का सार बताता है।राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रतीक चिन्ह को बताते हुए बताया कि एन.एस.एस.के बैज में कोणार्क मंदिर के रथ का पहिया से लिया गया जो सदैव गतिशीलता का प्रतीक है, आठ तीलिया प्रहर को दर्शाती है अर्थात इसे धारण करने वाला व्यक्ति आठों प्रहर सेवा के लिए ततपर रहता है बैज का लाल रंग रा.से.यो. के स्वयंसेवकों में स्फूर्ति ऊर्जा और सेवा भावना को दर्शाता हैं।
नीला रंग विशाल ब्रह्माण्ड को दर्शाता है, जिसका एन.एस.एस. छोटा सा हिस्सा है, जो मानव जाति के कल्याण के लिए अपना योगदान देने के लिए तत्पर है। एन.एस.एस. स्वयंसेवकों के बीच विभिन्न साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देना भारत के विभिन्न क्षेत्रों के प्रति प्रेम की भावना जागृत करें, नेतृत्व गुण, भाईचारा, टीम भावना, और जोखिम लेने की क्षमता बढ़ाना, शारीरिक और मानसिक शक्ति में सुधार, एकाग्रता, धूम्रपान निषेध, नशा मुक्ति पर कार्य, मोबाइल से दूर रहना, शांत रहकर किसी भी कार्य को करना, लड़ाई झगड़े से दूर रहना, राष्ट्रीय सेवा योजना सिखाती है। शिविरार्थी युवाओं को कैरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, सन् 1993 से विद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रारंभ हुई।
प्राचार्य रजनी मिंज ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि, युवाओं के प्रेरणाश्रोत स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक कि लक्ष्य प्राप्त न हो जाएं। शिविरार्थी युवाओं को अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि राष्ट्र के प्रति समर्पित और निष्ठा पूर्ण कार्य करें ,जिससे श्रेष्ठ व महान राष्ट्र का निर्माण हो सकें। इसी कड़ी में विधिक साक्षरता, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर छत्तीसगढ़ से शंकर लाल साहू, (पैरालीगल वालेंटियर), एवं टोपेंद्र वर्मा द्वारा स्वयंसेवी छात्र/छात्राओं को कानून से जुड़ी सामान्य बातों से परिचित कराया। शिविर में बाल विवाह रोकथाम, मध्यस्थता कार्यक्रम, राष्ट्रीय लोक अदालत, विधिक सहायता हेल्प लाइन नंबर, और अन्य विधिक सेवा योजनाओं के बारे में अवगत कराया। साथ ही साथ आई.सी.आर. भारत कृषि अनुसंधान केंद्र बरौंडा से डॉ. योगेश (साइंटिस्ट) के द्वारा आज राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को, भाकृअनुप – राष्ट्रीय स्ट्रैस प्रबंधन संस्थान बरौंडा का विजिट कराते हुए, कृषि जैविक कृषि के बारे में, एवं उस संस्था में प्रवेश प्रक्रिया की संपूर्ण जानकारी से मार्गदर्शित किए।इस अवसर में विद्यालय प्राचार्य रजनी मिंज, उपप्राचार्य हरीश देवांगन, व्याख्याता पुरुषोत्तम देवांगन, कार्यक्रम अधिकारी शाहिना परवीन, अमर बर्मन एवं समस्त स्वयंसेवी छात्र/ छात्राएं उपस्थित थे।