एमसीबी : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के निर्धारित लक्षण को प्राप्त करने जिला शिक्षा अधिकारी मनेद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर द्वारा तीनों विकासखंड में संकुल प्राचार्य, प्राचार्य एवं संकुल समन्यकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी अजय मिश्रा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप शालाओं में पाठ्यचर्या को सुचारू रूप से संचालन एवं बच्चों में समझ के साथ सीखने की दक्षता प्राप्त करने के लिए राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ द्वारा प्रकाशित चर्चा पत्र जनवरी 2025 में दिए गए एजेंडा के अनुसार विभिन्न पहलुओं को कार्यान्वित करने हेतु निर्देशित किया।
तत्पश्चात जिला नोडल अधिकारी जसवंत कुमार द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण दिया गया। ज्ञात हो कि 2020, 5 स्तंभों पर आधारित है और ये पहुंच, समता, गुणवत्ता, वहनीयता और जवाबदेही हैं। पहुंच – जाति, पंथ, स्थान या लिंग के बावजूद सभी बच्चों की तुलनीय गुणवत्ता की प्रारंभिक शिक्षा तक पहुंच होनी चाहिए। समता – छात्रों को व्यक्तिगत सहायता प्रदान करना। गुणवत्ता – सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। जैसे 1) जानना सीखना, 2) करना सीखना, 3) साथ रहना सीखना, 4) होना सीखना, और 5) स्वयं और समाज को बदलना सीखना।
बैठक में विकासखंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र जायसवाल, संकुल प्राचार्य संजीव सिंह, गिरीश कुरचानिया, श्रीकांत लांजेवार, बलराज पाल, सत्येंद्र सिंह, डॉ विनोद पांडेय, टी विजय गोपाल राव सहायक विकासखंड अधिकारी वीरेंद्र पांडे, सहित अन्य प्राचार्य एवं संकुल समन्वयक उपस्थित रहे।