मध्य प्रदेश में सबसे पवित्र और फेमस नदी शिप्रा को माना जाता है. लेकिन, क्या आपको पता है कि एमपी में एक ऐसी भी नदी है, जिसमें हीरे बहते हैं. जी हां, एमपी के पन्ना जिले से होकर बहने वाली रुन्झ नदी में नदी बहकर आते हैं. इस नदी के पास रहने वाले अपने घर या ऑफिस में कम, बल्कि इस नदी के पास में अधिक मिलते हैं. लोग नदी में पूरे दिन हीरे की तलाश करते हैं, इसमें जिसकी किस्मत चमकनी होती है, उसकी चमक जाती है. ऐसे कई लोग हैं जो यहां से हीरा हासिल करके लखपति बन चुके हैं.
पन्ना जिले में मिलता है हीरा
अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सुंदर छटा के कारण मशहूर मध्य प्रदेश का पन्ना जिला पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता है. झीलों, पहाड़ों और जंगलों से घिरे इस जिले से होकर एक सुंदर और साफ नदी बहती है, रुन्झ नदी. इस शहर को हीरों की नगरी भी कहा जाता है, क्योंकि यहां हीरे की खदान भी हैं. यहां की रुन्झ नदी में हीरे बहकर आते हैं, जिसे पाने के लिए लोगों का इसके किनारे पूरा दिन जमावड़ा लगा रहता है.
हीरे को पाने की जद्दोजहद
हीरे को पाने की राह इतनी भी आसान नहीं है यहां कि आप गए और नदी में से हीरे का एक टुकड़ा लेकर चल दिए. इसे पाने के लिए लोगों को बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं. लोग हीरे की तलाश में फावड़ा, संबल, तसला और जालीदार टोकरी लेकर नदी के किनारे पहुंचते हैं. नदी के बहाव के साथ नदी के दोनों किनारों पर भी हीरे की तलाश पूरे दिन चलती रहती है. नदी में बहकर आई मिट्टी को लोग टोकरी में भरकर बाहर निकालते हैं और उसमें से हीरा ढूंढते हैं.
72 कैरेट का मिल चुका है हीरा
आज से लगभग दो साल पहले पन्ना के इस नदी में 72 कैरेट का हीरा मिला था. इसके बाद से ही रुन्झ के किनारे लोगों की झुंड लगनी शुरू हुई. उस दौरान तकरीबन 15 से 20 हजार लोग हीरे की तलाश में आने लगे थे. जिसके बाद प्रशासन ने इस पर एक्शन लेते हुए लोगों का आना बंद करवा दिया था.
फिलहाल रोक, लेकिन जल्द मिलेगी आजादी
पन्ना पूरी तरह से वनश्रेत्र से घिरा हुआ है. रून्झ नदी का यह क्षेत्र पन्ना वन रेंज परिक्षेत्र के अंतर्गत विश्रमगंज रेंज में आता है. इसलिए वन्यजीवों की संवेदनशीलता को देखते हुए दो साल पहले ही इस नदी के पास लोगों के आने पर रोक लगा दी गई थी. लेकिन, अब इस नदी पर रुन्झ डैम बनाने का काम चल रहा है. काम लगभग 60 फीसदी पूरा हो चुका है. इसके बन जाने के बाद नदी का यह इलाका सैकड़ों फीट गहरे पानी में डूब जाएगा. फिर यहां लोगों का आना भी बंद हो जाएगा.