सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है और इस मौसम में कम तापमान के कारण विभिन्न बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इन्हीं में से एक बीमारी है ब्रेन स्ट्रोक, जिसे लकवा मारना भी कहते हैं. ठंड के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक के मामले काफी अधिक बढ़ने लगते हैं. ऐसे में मौसम में की गई (Cause Of Brain Stroke) थोड़ी सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है. यह बीमारी अक्सर 50 साल से अधिक उम्र वाले लोगों में देखने को मिलती है, लेकिन आजकल ये कम उम्र के लोगों में भी देखने को मिलता है. इसकी पीछे की सबसे बड़ी वजहों में से (Brain Stroke In Winter) एक है खराब जीवनसशैली और गड़बड़ खान-पान. आइए जानते हैं आखिर ठंड में इसके अधिक बढ़ जाने का कारण क्या है और साथ ही जानेंगे इसके लक्षण.
क्या हैं ब्रेन स्ट्रोक के मुख्य लक्षण
- चेहरा टेढ़ा होना
- हाथ-पैर में ताकत की कमी
- हाथ ऊपर उठाने या चलने में परेशानी
- शरीर का शिथिल होना
- बोलने में कठिनाई होना
- घबराहट के साथ सांस लेने की दिक्कत
- तेज सिरदर्द
- चेहरे के एक तरफ सुन्नता महसूस होना
- आंखों में धुंधलापन
- जी मिचलाना या उल्टी होना
सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
दरअसल इस मौसम में ठंड के कारण खून की नसें सिकुड़ने लगती हैं और इस वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, इससे दिमाग की नसें फटने या उसमें ब्लॉकेज होने के कारण ब्रेन स्ट्रोक हो जाता है. बता दें कि हमारा शरीर मौसम में आए बदलाव के साथ बहुत धीमी गति से सामंजस्य बिठाता है. इस मौसम में तापमान में कमी के कारण रक्त गाढ़ा होने लगता है और खून की पतली नली संकरी हो जाती है, जिसका असर ब्लड पर प्रेशर पर पड़ता है. इस वजह से ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ता है.
कैसे करें बचाव
सर्दी में इस समस्या से बचे रहने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप तनाव कम लें. जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर है वो नियमित दवाएं लें. इसके अलावा अल्कोहल व धूमपान से बचें. अपने डेली रूटीन में योग, व्यायाम व प्राणायाम शामिल करें. इस मौसम में सिर दर्द को गंभीरता से लें और कोशिश करें कि सुबह टहलने जाएं. ठंड बढ़े तो अच्छी तरह से गर्म कपड़े पहनें और शुगर को हमेशा कंट्रोल में रखें. इसके अलावा अगर आप माइग्रेन की समस्या से जूझ रहे हैं तो चिकित्सक से सलाह जरूर लें..