बिलासपुर : पिछले 3 माह में बिलासा एयरपोर्ट से 11 हजार 823 यात्री यात्रा कर चुके हैं। अक्टूबर में 3885 नंबर में 3642 व दिसंबर में 4296 यात्रियों ने उड़ान भरी है। यह आंकड़े बिलासा एयरपोर्ट की बढ़ती लोकप्रियता व यात्रियों की बढ़ती संख्या को दर्शाता है। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बिलासपुर एयरपोर्ट से उड़ानों की संख्या बढ़ाने और नई उड़ानों के लिए अपनी मुहिम तेज कर दी है। समिति ने इंडिगो एयरलाइंस, स्पाइसजेट और स्टार एयरवेज के प्रबंधकों से संपर्क किया है।
समिति का कहना है कि एयरलाइनों को यह जानकारी दी गई है कि बिलासपुर एयरपोर्ट से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और भविष्य में इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है। समिति ने यह भी बताया कि वर्तमान में यात्रा करने वाले यात्री और भविष्य के ट्रैफिक को देखते हुए नई उड़ानों की आवश्यकता महसूस हो रही है। समिति का मानना है कि अगर नई उड़ानें शुरू होती हैं, तो इससे यात्री संया में तेजी से वृद्धि होगी, जिससे क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने इंडिगो, स्पाइसजेट और स्टार एयरवेज से संपर्क साधा है। इन एयरलाइंस के पास क्रमश: 45, 25 और 8 विमान हैं, जो बिलासा एयरपोर्ट से उड़ान संचालित कर सकते हैं। समिति ने इंडिगो के प्रबंधक अभिषेक से विस्तृत चर्चा की और उन्हें बताया कि बिलासपुर से उड़ानों को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। उन्होंने इंडिगो को यह भी बताया कि राज्य सरकार यदि एयरक्राट पेट्रोल पर टैक्स कम करे या सब्सिडी प्रदान करे, तो इंडिगो नई उड़ानें शुरू कर सकता है। इसके अलावा स्पाइसजेट और स्टार एयरवेज के प्रबंधन से भी जल्द चर्चा की उमीद है।
समिति के सदस्य सुदीप श्रीवास्तव ने बताया कि लंबे समय से हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति यह मांग कर रही थी कि बिलासपुर एयरपोर्ट को केवल सरकारी एयरलाइंस एलाइंस एयर के भरोसे न छोड़ा जाए। समिति का कहना है कि 72 और 80 सीटर विमानों वाली सभी एयरलाइंस, जो बिलासपुर के 1500 मीटर रनवे पर उड़ान संचालित कर सकती हैं, उन्हें ओपन टेंडर के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा आमंत्रित किया जाए। राज्य सरकार की ओर से पहल न होने पर समिति ने निजी एयरलाइंस के प्रबंधकों से बातचीत शुरू की है, ताकि नई उड़ानें शुरू हो सकें।