
1 फ़रवरी 2025:- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में आम बजट पेश किया. केंद्रीय वित्त मंत्री ने कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज में प्रयोग की जाने वाली जीवन रक्षक दवाओं को टैक्स फ्री करने ऐलान किया है. इससे कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज सस्ता होगा.
केंद्र सरकार ने कैंसर समेत अन्य गंभीर बीमारियों के लिए दिए जाने वाली 36 जीवन रक्षक दवाओं को टैक्स फ्री करने का ऐलान किया है. इसके अलावा 6 जीवन रक्षक दवाओं पर कस्टम ड्यूटी 5 फीसदी लगेगी. सरकार का यह प्रस्ताव महंगी दवाओं और बढ़ते मेडिकल खर्च के मद्देनजर है. कैंसर मरीज और उनके घरवाले लंबे समय से दवाओं को सस्ता करने की मांग कर रहे थे. ऐसे में सरकार के इस फैसले से कैंसर और अन्य बीमारियों के मरीजों को अब टैक्स फ्री दवाएं मिलेंगी.
कैंसर एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है. इसका इलाज भी काफी महंगा है. कैंसर के इलाज के लिए अलग-अलग प्रकार की दवाएं दी जाती हैं. आइए जानते हैं कि कन-किन दवाओं से कस्टम ड्यूटी को पूरी तरह से हटाने का प्रस्ताव लिया गया है.
टैक्स फ्री होंगी कैंसर की दवाएं
कीमोथैरेपी यानी ‘कीमो’ कैंसर के इलाज में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं हैं. ये दवाएं अब मरीजों को सस्ती मिलेंगी. इसके अलावा फेफड़ों, ब्रेस्ट, ओवरी और ब्लड कैंसर समेत सभी कैंसर की बीमारी में प्रयोग की जाने वाली दवाओं से भी बुनियादी शुल्क हटा लिया जाएगा.
ये दवाएं होंगी सस्ती
सिस्प्लेटिन, डॉक्सोरुबिसिन, पैक्लिटैक्सेल, पेम्ब्रोलिजुमैब, इमैटिनिब , ट्रास्टुजुमैब, टैमोक्सीफेन, एनज़ालुटामाइड , निवोलुमैब समेत इम्यूनोथैरेपी दवाओं से बुनियादी शुल्क हटायी जाएगी.
महंगा है कैंसर का इलाज
बता दें कि भारत में कैंसर की बीमारी तेजी से फैल रही है. हर साल कैंसर मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. आज भी इसका इलाज आम लोगों की पहुंच से बाहर है. क्योंकि इसका इलाज लंबा चलता है. कहा जाता है कि परिवार में किसी एक को कैंसर हुआ है तो पूरा परिवार आर्थिक कैंसर यानी अधिक खर्च की चपेट में आ जाता है. कैंसर को कंट्रोल करने में 15 से 20 लाख रुपये खर्च होते हैं, फिर भी कोई गारंटी नहीं है कि कैंसर ठीक हो जाएगा. कई बार पैसे अधिक खर्च होने के बाद भी मरीज की जान चली जाती है. ऐसे में सरकार ने कैंसर की दवाओं को टैक्स फ्री करके आम लोगों को बड़ी राहत दी है.