
1 फ़रवरी 2025:- माघ माह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण महीना होता है. इस महीने में कई धार्मिक कार्य किए जाते हैं जिनमें से एक है तुलसी की पूजा. तुलसी को पवित्र और पूजनीय माना जाता है लेकिन माघ माह में तुलसी की पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
माघ माह में तुलसी में क्या नहीं चढ़ाना चाहिए?
काले तिल: माघ माह में तुलसी में काले तिल नहीं चढ़ाने चाहिए. ऐसा माना जाता है कि काले तिल चढ़ाने से सूर्य देव कमजोर होते हैं.
शिव तत्व: माघ माह में तुलसी में शिव तत्व से जुड़ी चीजें जैसे कि शिवलिंग, रुद्राक्ष और कनेर के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए.
लाल चीजें: माघ माह में तुलसी में लाल चीजें जैसे कि लाल चंदन, सिंदूर और कुमकुम नहीं चढ़ाने चाहिए.
दूध: माघ माह में तुलसी में दूध नहीं चढ़ाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि दूध चढ़ाने से तुलसी का पौधा नष्ट हो सकता है.
दूध मिला हुआ पानी: तुलसी में दूध मिला हुआ पानी भी नहीं चढ़ाना चाहिए.
माघ माह में तुलसी की पूजा कैसे करें?
माघ माह में तुलसी की पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. इसके बाद तुलसी के पौधे को साफ पानी से धो लें. तुलसी के पौधे के सामने एक दीपक जलाएं और फिर तुलसी को जल चढ़ाएं. जल में कुछ बूंदे गंगाजल की भी मिला सकते हैं. इसके बाद तुलसी के पौधे को फूल चढ़ाएं और तुलसी माता की आरती करें.
माघ माह में तुलसी की पूजा का महत्व
माघ माह में तुलसी की पूजा का विशेष महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि इस महीने में तुलसी की पूजा करने से सूर्य दोष से मुक्ति मिलती है और दुर्भाग्य भी सौभाग्य में बदल जाता है. इसके साथ ही व्यक्ति के जीवन में तरक्की के मार्ग खुलते हैं और सफलता में आ रही बाधाएं दूर होती हैं.