
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित मानी गई है. इस शुभ तिथि पर भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. साथ ही, श्रीहरि के निमित्त एकादशी का व्रत भी रखा जाता है. धार्मिक मान्यता है कि एकादशी व्रत को करने से हर मनोकामना पूरी होती है और जीवन में खुशहाली का आगमन होता है. जीवन में किसी भी दुख से निजात पाने के लिए एकादशी का व्रत बहुत लाभदायक माना जाता है. एकादशी के दिन मंदिरों में लक्ष्मी नारायण जी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.
हर महीने में दो बार एकादशी व्रत रखा जाता है. हर एक एकादशी का अपना अलग नाम और महत्व होता है. माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर जया एकादशी व्रत रखा जाता है. इस बार जया एकादशी की डेट को लेकर कंफ्यूजन बनी हुई है. ऐसे में आइए आपका यह कंफ्यूजन दूर करते हुए बताते हैं कि जया एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा और इस दिन के शुभ मुहूर्त क्या हैं.
जया एकादशी कब मनाई जाती है?
माघ माह में षटतिला एकादशी और जया एकादशी मनाई जाती है. माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर षटतिला एकादशी मनाई जाती है. वहीं, माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के अगले दिन जया एकादशी मनाई जाती है.
जया एकादशी 2025 कब है?
पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 7 फरवरी को रात 09 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगी. वहीं, इस एकादशी तिथि का समापन 08 फरवरी को रात 08 बजकर 15 मिनट पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, जया एकादशी का व्रत 8 फरवरी को रखा जाएगा. साधक 8 फरवरी के दिन व्रत रखकर सुविधानुसार लक्ष्मी नारायण जी की पूजा कर सकते हैं.
जया एकादशी शुभ मुहर्त 2025
1.ब्रह्म मुहूर्त – 8 फरवरी को सुबह 05:21 मिनट से 06:13 मिनट तक.
2. विजय मुहूर्त – 8 फरवरी को दोपहर 02:26 मिनट से 03:10 मिनट तक.
3. गोधूलि मुहूर्त – 8 फरवरी को शाम 06:04 मिनट से 06:30 मिनट तक.
4. निशिता मुहूर्त – 9 फरवरी को रात 12:09 मिनट से 01:01 मिनट तक.