
20 फ़रवरी 2025:- आस्था के महापर्व महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी को हुई, जिसके बाद 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति के अवसर पर पहला अमृत स्नान किया गया था. इस दौरान देशभर से आए साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी. इसके बाद दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या को किया गया और तीसरा अमृत स्नान बसंत पंचमी के दिन किया गया. तीसरे अमृत स्नान के बाद महाकुंभ मेले में आए सभी साधु-संतों ने अपने-अपने अखड़ो के वापसी कर ली, लेकिन महाकुंभ मेला अभी भी चल रहा है, जिसका समापन महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर होगा और उसी दिन महाकुंभ का आखिरी स्नान भी किया जाएगा, तो आइए जान लेते हैं इस दिन स्नान-दान का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा.
महाकुंभ समापन तिथि:- माघ पूर्णिमा के बाद महाकुंभ का अगला स्नान महाशिवरात्रि के दिन किया जाएगा. महाशिवरात्रि का तिथि की शुरुआत बुधवार, 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 8 मिनट पर होगा. वहीं तिथि का समापन 27 फरवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर होगा. महाशिवरात्रि की पूजा रात्रि में की जाती है, इसलिए महाशिवरात्रि का व्रत भी 26 फरवरी को ही किया जाएगा और इस दिन महाकुंभ मेले का समापन भी होगा.
महाकुंभ स्नान का शुभ मुहूर्त:- हिंदू पंचांग के अनुसार, आखिरी महा स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 9 मिनट से लेकर 5 बजकर 59 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा स्नान के लिए अन्य मुहूर्त इस प्रकार हैं-
1. प्रातः संध्या: 05:34 बजे से लेकर 06:49 बजे तक रहेगा
2. अमृत काल: 07:28 बजे से लेकर 09:00 बजे तक रहेगा
3. विजय मुहूर्त: 02:29 बजे से लेकर 03:15 बजे तक रहेगा
4. गोधूलि मुहूर्त: 06:17 से लेकर 06:42 बजे तक रहेगा
महाकुंभ में त्रिवेणी संगम स्नान का महत्व:- महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम में स्नान करने से व्यक्ति के मन और आत्मा की शुद्धि होती है. जीवन में जाने-अनजाने किए गए पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष क प्राप्ति होती है. महाकुंभ में स्नान करने से असंख्य यज्ञों और तपस्याओं के बराबर पुण्य प्राप्त होता है.