
झांसीः प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का अंतिम स्नान 26 फरवरी यानी महाशिवरात्रि को है. ऐसे में लोगों में अब महाशिवरात्रि से पहले पहुंचकर पुण्य की डुबकी लगाने की होड़ सी मच गई है. इसी कड़ी में झांसी के प्लेटफार्म में शनिवार को 20 हजार यात्री पहुंच गए. इन यात्रियों को 5 स्पेशल ट्रेनों से प्रयागराज के लिए रवाना कराया गया है. बताया जा रहा है कि महाशिवरात्रि तक ऐसी ही स्थिति ट्रेनों की रहेगी.
दिल्ली हादसे के चलते जीआरपी-आरपीएफ सतर्कः दिल्ली के प्लेटफार्म हादसे के चलते झांसी में जीआरपी-आरपीएफ सतर्कता बरत रही है. यात्रियों को कतारबद्ध होकर धीरे-धीरे प्लेटफार्म पर प्रवेश दिया जा रहा है. हालांकि यात्री अनुमान से भी ज्यादा हैं, इस वजह से उन्हें व्यवस्थित तरीके से ट्रेनों से रवाना करना चुनौती है.
26 फरवरी को है महाकुंभ की अंतिम स्नानः बता दें कि महाकुंभ का अंतिम स्नान 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर है. अब बड़ी संख्या में ऐसे श्रद्धालु स्नान के लिए चल पड़े हैं जिन्होंने अभी तक महाकुंभ स्नान नहीं किया है. बुंदेलखंड के ज्यादातर जिलों से अब बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ के लिए रवाना हो रहे हैं. बता दें कि 22 फरवरी तक महाकुंभ में 60 करोड़ 74 लाख श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. महाशिवरात्रि तक यह आंकड़ा 68-70 करोड़ के आसपास पहुंच सकता है. महाकुंभ के लिए महाभीड़ अब चलनी शुरू हो गई है.
यात्री क्या बोलेः ललितपुर से महाकुंभ जाने के लिए पहुंचे बालकदास ने बताया कि सालों बाद आए इस महाकुंभ में स्नान करने के लिए उन्होंने काफी समय पहले तैयारी कर रखी थी. महाकुंभ की शुरुआत में बहुत ज्यादा भीड़ होने और भगदड़ में कई मौतें होने के बाद अब महाकुंभ के आखिरी समय में स्नान की तैयारी की है. इसके लिए वह दोपहर दो बजे ललितपुर से बस के द्वारा परिवार सहित झांसी स्टेशन पहुंच गए थे. उनको ट्रेन तो मिली लेकिन वह उसमें सवार न हो सके. कई ट्रेनें उनके सामने से निकल गईं.
रेलवे अफसर क्या बोलेः रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी मनोज सिंह ने बताया कि शनिवार को प्रयागराज जाने के लिए अचानक स्टेशन पर दोपहर से यात्रियों की संख्या बढ़ने लगी थी. दोपहर तक लगभग 5 स्पेशल ट्रेनों से यात्रियों को रवाना किया गया था. वहीं, रात तक स्टेशन पर भीड़ इकट्ठा हो गई. इसको संभालने के लिए आरपीएफ और जीआरपी को बुलाया गया. यात्रियों को सर्कुलेटिंग एरिया में रोककर सभी को एक-एक कर स्टेशन में प्रवेश दिया गया. इस दौरान सभी के टिकट भी चेक किए गए. रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों की भीड़ को देखते हुए पांच स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से लगभग 20 हजार यात्रियों को प्रयागराज के लिए रवाना किया गया है.