Home छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई, 500 करोड़ के लेन-देन का...

भूपेश बघेल के खिलाफ सीबीआई की कार्रवाई, 500 करोड़ के लेन-देन का है आरोप

24
0

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल के आवास पर सीबीआई ने छापेमारी की है। इस कार्रवाई को महादेव सट्टा ऐप से जुड़े 20,000 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच के तहत अंजाम दिया गया है।

सीबीआई के अधिकारियों ने रायपुर और भिलाई स्थित बघेल के आवास के अलावा कई अन्य स्थानों पर भी दबिश दी। छापेमारी का यह सिलसिला पूर्व में ईडी द्वारा की गई छापेमारी के बाद हुआ है।

सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की टीम ने भिलाई और रायपुर स्थित भूपेश बघेल के आवासों के अलावा 4 पुलिस अधिकारियों के घरों पर भी छापे मारे हैं। इनमें अतिरिक्त एसपी अभिषेक माहेश्वरी, आईपीएस अधिकारी अभिषेक पल्लव, आरिफ शेख और आनंद छाबड़ा के घरों पर भी कार्रवाई की गई। इस छापेमारी के दौरान, महादेव सट्टा घोटाले से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत जब्त किए गए हैं।

महादेव सत्ता ऐप से जुड़ा है मामला

महादेव सट्टा ऐप से जुड़े इस घोटाले का खुलासा हाल ही में हुआ था, जब शुभम सोनी ने एक वीडियो जारी कर भूपेश बघेल पर 500 करोड़ रुपये के लेन-देन का आरोप लगाया था। इसके बाद ही आरोपों की जांच तेज की गई। सीबीआई की कार्रवाई का मुख्य कारण इस घोटाले में बघेल और उनके अधिकारियों की कथित भूमिका बताई जा रही है। इन आरोपों के बाद, भूपेश बघेल के करीबी सहयोगी विनोद वर्मा और विधायक देवेंद्र यादव के घरों पर भी सीबीआई ने दबिश दी है।

सीबीआई की इस छापेमारी के बारे में भूपेश बघेल ने ट्विटर पर जानकारी दी। उन्होंने कहा, “अब सीबीआई आई है। मैं आज दिल्ली जाने वाला था, जहां 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद में कांग्रेस की अहम बैठक होनी है। इससे पहले ही सीबीआई ने रायपुर और भिलाई स्थित मेरे आवासों पर छापेमारी की।”

इसके अलावा, कांग्रेस के छत्तीसगढ़ संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भी आरोप लगाया कि यह सीबीआई की कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “बीजेपी की मोदी सरकार ने सीबीआई को भेजकर भूपेश बघेल को निशाना बनाया है।”

पहले भी हो चुकी है छापेमारी

इससे पहले, 10 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी महादेव सट्टा घोटाले के सिलसिले में दुर्ग जिले के 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। ईडी ने भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के आवासों पर भी कार्रवाई की थी और पप्पू बंसल नामक व्यक्ति से जुड़े ठिकानों की भी तलाशी ली थी। बंसल को चैतन्य बघेल का करीबी सहयोगी बताया गया था।

सीबीआई और ईडी की इस कार्रवाई से कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीतिक सरगर्मियाँ तेज हो गई हैं। जहां कांग्रेस इसे बीजेपी की राजनीतिक साजिश मान रही है, वहीं बीजेपी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई का हिस्सा बता रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here