
एमएस धोनी चेन्नई सुपर किंग्स के फैंस के लिए किसी भगवान से कम नहीं हैं. धोनी की वजह से ही चेन्नई सुपरकिंग्स को दुनियाभर में फैंस सलाम करते हैं. चेन्नई की टीम अपने घर पर खेल रही हो या विरोधी के घर पर उसे धोनी की वजह से पूरा समर्थन मिलता है. हालांकि, पूर्व सीएसके बल्लेबाज अंबाती रायडू का मानना है कि इससे कहीं ना कहीं चेन्नई को ही नुकसान हो रहा है. रायडू ने सुझाव दिया कि चेन्नई के फैंस पहले धोनी के सपोर्टर हैं और ये ‘अजीब’ जुनून फ्रेंचाइजी के लिए अच्छा नहीं है. आइए आपको बताते हैं कि रायडू ने आखिर कहा क्या?
रायडू तो बहुत बड़ी बात बोल गए
रायडू ने कहा, ‘ये काफी अजीब है, और मुझे नहीं लगता कि ये खेल के लिए अच्छा है. अगर आप एक नए खिलाड़ी हैं, तो ये काफी डराने वाला हो सकता है. सपोर्ट शानदार है, लेकिन जैसे-जैसे आप खेलते हैं, आपको एहसास होता है कि वे सीएसके के फैंस से पहले धोनी के फैंस हैं. ये काफी साफ है, और ठीक भी है, क्योंकि टीम को सालों से इसी तरह सेट किया गया है. उन्हें सही मायने में ‘थाला’ कहा जाता है, और वही सीएसके में फैसले लेते हैं. अब ये हालात बन गए हैं कि लोग उनके लिए पागलपन की हद तक समर्पित हैं.’
सीएसके के दूसरे खिलाड़ियों को नहीं मिलता समर्थन
रायडू ने ये भी बताया कि कैसे सीएसके के फैंस अकसर अपने ही खिलाड़ियों के आउट होने पर खुशी मनाते हैं, ताकि वे धोनी को बल्लेबाजी करते देख सकें. पिछले हफ्ते मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच में भी ऐसा ही हुआ. रायडू ने बताया कि पहले भी कई खिलाड़ियों को ये व्यवहार अजीब लगा है. उन्होंने कहा, ‘ये कई सालों से हो रहा है, और कई खिलाड़ियों ने इसे महसूस किया है. हालांकि खुलकर कुछ नहीं कहा गया. हम भी धोनी को प्यार करते हैं, और वे भी, लेकिन जब आप बल्लेबाजी के लिए उतरते हैं और फैंस आपको आउट होने के लिए चिल्लाती है, तो ये अजीब लगता है.’
धोनी ही सुलझा सकते हैं ये समस्या
रायडू ने सुझाव दिया कि ये समस्या सिर्फ धोनी ही सुलझा सकते हैं. साथ ही, उन्होंने फ्रेंचाइजी को उस समय के लिए तैयार रहने को कहा जब पांच बार की आईपीएल विजेता कप्तान टीम में नहीं होंगे. उन्होंने कहा, ‘इसका हल सिर्फ धोनी ही कर सकते हैं. अगर वो कहें कि ‘ये सभी हमारे खिलाड़ी हैं, और जैसे मैं बल्लेबाजी करता हूं, वैसे ही ये भी कर रहे हैं’, तो फैंस शांत हो सकते हैं. ये खिलाड़ियों के लिए अच्छा होगा.’ रायडू ने आगे कहा, ‘ये चुनौतीपूर्ण होगा. सिर्फ खिलाड़ियों या चेन्नई के लिए ही नहीं, बल्कि फ्रेंचाइजी के लिए भी, क्योंकि फैंस को खींचने के लिए उन्होंने धोनी के अलावा किसी और को तैयार नहीं किया है. अगर धोनी नहीं होंगे, तो ब्रांडिंग और फैंस को बनाए रखने के लिए उन्हें कुछ नया सोचना होगा.’